विराट कोहली vs सुनील छेत्री: एक आलोचना को आमंत्रित करता है और दूसरा इससे दूर भागता है

बात बस नजरिए की है!

सुनील छेत्री

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आप में से कितने लोग बाइचुंग भूटिया का नाम जानते हैं? सिक्किम स्नाइपर के नाम से पहचाने जाने वाले भूटिया भारत के पहले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने किसी इंग्लिश टीम की ओर से खेला है। भारत में भी फुटबॉल खेला जाता है और यहां पर भी कौशल की कमी नहीं है, यह बात पूरे विश्व को बताने वाले खिलाड़ी हैं बाइचुंग भूटिया। सन् 2012 में उनके संन्यास लेने के बाद फुटबॉल के क्षेत्र में भारत की उम्मीद फिर से खत्म हो गई थी। यह निराशा, हताशा में बदलती, उससे पहले ही भारत में एक नए खिलाड़ी का राष्ट्रीय पटल पर उदय हुआ जिनका नाम है सुनील छेत्री। वही सुनील छेत्री, जिन्हें 2021 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवार्ड मिला है और छेत्री यह पुरस्कार पाने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी हैं। अब यह महान खिलाड़ी एक बार फिर से चर्चा में है और इस बार अपनी कौशल या रिकार्डतोड़ प्रदर्शन की वजह से नहीं, बल्कि इस बार तुलनात्मक अध्ययन के रूप में उन्हें वायरल किया गया है। उनकी यह तुलना किसी और के साथ नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली से हो रही है।

दरअसल, वायरल हो रहे वीडियो में भारतीय कप्तान विराट कोहली को यह बताते हुए सुना जा सकता है कि भारतीय टीम के खिलाड़ी और टीम को बाहर से प्रभावित होने की आवश्यकता नहीं है। विराट कोहली आलोचना से इतना घबराते हैं कि उन्होंने स्पष्ट तौर पर यह भी कह दिया है कि उन्हें या उनके नेतृत्व में भारतीय टीम को आलोचना से फर्क नहीं पड़ता है।

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आलोचना से डरते हैं विराट कोहली!

पाकिस्तान और भारत मैच से पहले घुटने टेक कर भारत ने जो नौटंकी की थी, उसकी आलोचना अभी तक चारो ओर हो रही है। इसके अलावा भारतीय टीम के प्रदर्शन के लिए भी लोग विराट कोहली की जमकर आलोचना कर रहे है। लोग विराट कोहली की आलोचना सिर्फ उनके अहंकार के कारण कर रहे हैं क्योंकि यह आरोप लगाया जाता रहा है कि विराट कोहली अभिमानी हैं। वायरल हो रही वीडियो को देखकर कहीं न कहीं यह सत्य भी प्रतीत होता है। BCCI दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है और यह बोर्ड अपने खिलाड़ियों पर करोड़ो रूपये खर्च करता है। लेकिन टीम की लचर प्रदर्शन से कई तरह के सवाल भी खड़े होते हैं।

टी20 विश्कप के लिए बोर्ड की ओर से विराट कोहली के नेतृत्व में बेस्ट टीम चुनी गई, लेकिन टीम ने लगातार दो मैच गंवा दिए और अब तो विश्वकप से बाहर भी हो चुकी है। इसके बाद कोई भी सामान्य कप्तान माफी मांगता और आलोचनाओं का स्वागत करता, यह तार्किक भी है क्योंकि जब आप कप्तान के रूप में सफल होते हैं तो सारा श्रेय आपको ही मिलता हैं, उसी प्रकार जब आप हारते है, तब भी जिम्मेदारी कप्तान की ही होती है। लेकिन विराट कोहली के मामले में ऐसा नहीं है। इतनी अच्छी टीम होने के बावजूद अपनी कप्तानी में देश को आईसीसी की एक सिंगल ट्रॉफी दिला नहीं पाए लेकिन इनकी अकड़ अभी भी वैसी ही है!

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छेत्री ने लोगों से की आलोचना करने की अपील

उसी वायरल वीडियो में सुनील छेत्री को भी देखा जा सकता है। वो खिलाड़ी, जो दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में से एक लियोनेल मेसी के साथ कंधा मिलाकर, सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल मारने की सूची में दूसरे पायदान पर खड़ा है, वह आलोचनाओं का स्वागत करता है। इसलिए नहीं, क्योंकि उसे अत्यंत आत्मविश्वास है, बल्कि इसलिए ताकि प्रशंसक नाराज ना हों।

उन्होंने ट्विटर वीडियो में कहा था, आज मैं आप लोगों के लिए वीडियो नहीं बना रहा हूं। मैं आप सभी से बात करने और अपील करने वाला हूं जो मैच देखने नहीं आए। हर कोई जो फ़ुटबॉल प्रशंसक नहीं है, कृपया दो कारणों से हमें देखें। नंबर 1 – यह दुनिया का सबसे अच्छा खेल है और नंबर 2 – हम अपने देश के लिए खेलते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि एक बार जब आप हमें देखने आएंगे, तो आप उसी मानसिकता के साथ वापस घर नहीं लौटेंगे।”

छेत्री ने उन लोगों को भी संबोधित किया था, जिनका राष्ट्रीय टीम पर से विश्वास उठ गया है और छेत्री ने उन्हें स्टेडियम में उनकी आलोचना करने के लिए कहा ताकि खिलाड़ियों को बेहतर बनने में मदद मिल सके। उन्होंने कहा, आप सभी के लिए जो बड़े यूरोपीय क्लबों के प्रशंसक हैं और यूरोपीय क्लबों को इतने जुनून के साथ समर्थन करते हैं, यह सोचकर कि हमारा स्तर समान नहीं है। मैं सहमत हूँ, स्तर समान की बात छोड़िए, यह करीब भी नहीं है लेकिन अपनी इच्छा और दृढ़ संकल्प के साथ हम आपके समय को सार्थक बनाना सुनिश्चित करेंगे। आप सभी से, जिन्होंने उम्मीद खो दी है, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप स्टेडियम में आकर हमें देखें।”

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अगली एक पंक्ति विराट कोहली को शिष्टाचार सिखाने के लिए पर्याप्त है। छेत्री ने कहा, आप सभी प्रशंसकों के लिए जो देरी, काम और स्कूल के कारण नहीं सके या नहीं आए, कृपया स्टेडियम में आकर हमें देखें। आप लोगों को पता नहीं है कि आप कितने महत्वपूर्ण हैं और आपका समर्थन कितना महत्वपूर्ण है। इसलिए आज मैं आप सभी से अनुरोध कर रहा हूं कि 4, 7 और 10 जून को जब हम मुंबई में खेल रहे हों तो आप हमारा समर्थन करें। हमें प्रोत्साहित करें, हमें देखें, हमें गाली दें, हमारी आलोचना करें, खेल के बारे में बात करें, घर वापस जाएं और चर्चा करें, बैनर बनाएं लेकिन कृपया इसमें शामिल हों।”

पूरी दुनिया में दूसरे नंबर पर हैं सुनील छेत्री

कहा जाता है कि फलदार वृक्ष झुका होता है, सुनील छेत्री वही पेड़ हैं! रोनाल्डो के बाद पूरी दुनिया में सक्रिय खिलाड़ियों में सबसे अधिक गोल लियोनल मेसी और सुनील छेत्री का है। इसके साथ छेत्री फुटबॉल के इतिहास में सबसे ज्यादा गोल मारने वालों की सूची में पांचवे स्थान पर हैं। एक तरफ सुनील छेत्री विपरीत परिस्थितियों में भी देश का नाम रोशन कर रहे है और व्यक्तिगत आंकड़ों से विश्व के सर्वश्रेष्ठ गोल स्कोरर्स में शामिल है तो दूसरी ओर विराट कोहली के पास विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीम है, फिर भी वह एक आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाए है। खैर ट्रॉफी तो एक चीज है, जैसा उनका व्यवहार है, शायद अब कोई प्रशंसक भी उनके पास ना बचे!

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