नकली किसान आंदोलन के खत्म होते ही अब राकेश टिकैत को समाजवादी पार्टी से टिकट चाहिए

चालू मानुस दो दिन में पलट गया!

इतिहास इस बात का साक्षी है कि भारत में हुए विभिन्न आंदोलनों में कोई न कोई नया नेता उभरकर सामने आया है। कुछ आंदोलन लोक सेवा के लिए होते हैं, तो वहीं कुछ आंदोलन का उद्देश्य सीधे-सीधे राजनीति में प्रवेश करना होता है। उदाहरण के तौर पर जन लोकपाल बिल के लिए हुए आंदोलन से किरण बेदी और अरविंद केजरीवाल जैसे लोगों ने राजनीति में प्रवेश किया। हाल ही में हुए किसान आंदोलन की आड़ में राजनीति को फलने-फूलने दिया जा रहा था, जहां यह आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक ताकत को हथियाने पर तुला हुआ था। हालांकि, अब किसान आंदोलन समाप्त हो गया है किन्तु इससे जुड़ा एक पोस्टर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

और पढ़ें : ‘नकली किसानों’ का विरोध खत्म हो गया परन्तु देश को बंधक बनाने वाले अपराधी अभी भी मुक्त हैं

टिकैत की मंशा कहीं राजनीति में सक्रिय होना तो नहीं

दरअसल, सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर वायरल हो रहे पोस्टर में राकेश टिकैत को देखा जा सकता है। इसी पोस्टर में समाजवादी पार्टी का चिन्ह के साथ सपा नेता अखिलेश यादव की एक बड़ी-सी तस्वीर भी है। यह माना जा रहा है कि किसान आंदोलन के बाद राकेश टिकैत अब समाजवादी पार्टी से टिकट की मांग कर रहे हैं। एक समय राष्ट्रीय लोक दल का दामन थामने वाले टिकैत को अब समाजवादी पार्टी का साथ चाहिए। हालांकि, यह एक अनुमानित पोस्टर है। वहीं, अगर ऐसा हो जाता है तो राकेश टिकैत एक बड़े वाले दोमुंहे साबित हो सकते हैं। ऐसा क्यों? क्योंकि कुछ दिन पहले तक यही राकेश टिकैत कह कर रहे थे कि उन्हें किसी भी हाल में राजनीति का दामन नहीं पकड़ना है।

राकेश टिकैत (Source : Twitter)

और पढ़ें : नकली किसानों का विरोध खत्म हुआ लेकिन भारत को जो घाव मिले वो मिटेंगे नहीं!

टिकैत की चाल से परिचित है देश की जनता

आपको बता दें कि ABP न्यूज़ के साथ बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा था कि, “हम लोग पहले ही साफ कर चुके हैं कि चुनाव से हमें कुछ लेना-देना ही नहीं है।” इसके बाद उनसे अगला सवाल पूछा जाता है, “अगर हम लोग खुलकर ही बात करें तो आरएलडी या समाजवादी पार्टी ही कह देती है कि आप हमारी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़िये तो क्या लड़ेंगे आप?’ जिसका उत्तर देते हुए उन्होंने कहा था कि, “हमें नहीं लड़ना चुनाव। आप चाहो तो लड़ लेना चुनाव। हम लोगों को नेता बनने का कोई शौक नहीं है। अब हम चाहते हैं कि कोई एंकर ही नेता बन जाए।

ऐसे में, मुंह में राम बगल में छुरी का सबसे सटीक उदाहरण बनने वाले राकेश टिकैत के कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि टिकैत का अगला मिशन राजनीति में सक्रिय होना है, भले ही वो इसके लिए सटीक वक्त का इंतजार कर रहे हों किन्तु देश की जनता टिकैत की चाल से परिचित है।

Exit mobile version