ब्रिगेडियर लिद्दर की बेटी ने वामपंथियों के मुंह पर मारा सच का तमाचा

वामपंथियों ने आशना को बलात्कार और जान से मारने की धमकियाँ मिलने का फैलाया था झूठ!

भारत में कुछ लोगों को बस मौका चाहिए, अपनी कुंठाओं को बाहर निकलने का और जब ये ऐसा करेंगे तो आप दंग रह जाएंगे। यहाँ जब एक पूर्व मुख्यमंत्री भारतीय प्रधानमंत्री की मृत्यु की कामना करता है और उसे राजनीतिक घटनाक्रम का हिस्सा बता सकता है तो लोग कुछ भी कर सकते हैं। ऐसी ही एक घटना दिवंगत वायु सेना के अधिकारी की बेटी के साथ घटित हुई। जहां भारतीय राजनेता और लिबर्ल्स गैंग ने किसी के व्यक्तिगत दुःख को राजनीतिक रूप दे दिया गया।

ब्रिगेडियर लखविंदर सिंह लिद्दर उन 13 रक्षा कर्मियों में शामिल थे, जिन्होंने 8 दिसंबर को तमिलनाडु में हुई दुर्भाग्यपूर्ण कॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी थी। जब उनके परिवार के सदस्यों ने अंतिम संस्कार किया, तो उनकी बेटी आशना लिद्दर की असाधारण बहादुरी को पूरे राष्ट्र ने देखा और उनकी सराहना की गई।

बाद में लोगों को यह पता चला कि ब्रिगेडियर लिद्दर की 17 वर्षीय बेटी ने एक कविता पुस्तक ‘इन सर्च ऑफ ए टाइटल’ लिखी है, जिसकी प्रस्तावना जनरल बिपिन रावत ने लिखी थी, जिन्होंने उसी हेलिकॉप्टर दुर्घटना में अपनी जान गंवा दी थी।

अब खबरों की माने तो आशना लिद्दर को कथित तौर पर उनकी राजनीतिक विचारधारा के लिए ट्रोल किया गया था और अपने पिता के अंतिम संस्कार के दिन, उन्होंने इससे परेशान होकर अपना ट्विटर अकाउंट निष्क्रिय कर दिया था।

शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस के कार्ति चिदंबरम सहित कई राजनीतिक नेताओं ने ट्रोलिंग की आलोचना की थी, दूसरी ओर NDTV जैसे वामपंथी मीडिया घराने इस घटना की निंदा कर रहे थे। इन लोगों ने एकाउंट निष्क्रियता को भीड़तंत्र का परिणाम बता दिया था।

डेक्कन हेराल्ड ने अपनी खबर में लिखा था कि, “दक्षिणपंथी ट्रोल ने एक ब्रिगेडियर की बेटी पर हमला किया। आशना लिद्दर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की आलोचना कर रही थी, जिससे उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा और उन्हें अपना खाता पूरी तरह से निष्क्रिय करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”

आगे डेक्कन हेराल्ड ने लिखा, ब्रिगेडियर एल.एस. की बेटी आशना लिद्दर पर हमला, उनके पिता की अंतिम संस्कार की चिता से पहले ही शुरू हो गया था। द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रोलर्स ने आशना को “वोक” और “अगली गुरमेहर कौर” के रूप में ब्रांड करना शुरू कर दिया था। इतना ही नहीं कांग्रेस और Ndtv से जुड़े लोगों ने तो यह तक दावा कर दिया था कि आशना को संघियों द्वारा बलात्कार और जान से मारने की धमकी दी जा रही हैl

इन सारे लोगों को जवाब देते के लिए शनिवार को, आशना लिद्दर ट्विटर पर वापस आ गई और कहा कि उन्होंने अपने ट्विटर को अपने निजी कारणों के चलते निष्क्रिय कर दिया था। परिवार के साथ समय बिताने के लिए, किसी भी व्याकुलता से दूर रहने के ट्विटर अकाउंट निष्क्रिय किया गया था।

“अपने पिता को खोने के शोक में मेरे साथ खड़े राष्ट्र को मैं धन्यवाद देती हूं। मैं इसके लिए कृतज्ञ हूँ। मेरे पास सबसे बड़ी सांत्वना यह है कि यह मेरा नुकसान नहीं है, यह हमारा नुकसान है। अपने ट्विटर को निष्क्रिय कर दिया था , ताकि अपने परिवार के साथ समय बिता सकूँ और किसी भी व्याकुलता से दूर रह सकूं।”

अब जब ये साफ तौर पर आशना ने बोल दिया है तो क्या लिबर्ल्स गैंग माफी मांगेगें? क्या मीडिया घरानों ने झूठ से जो मायाजाल रचा था, उसको वापस लेंगे? नहीं। क्योंकि यह गलती नहीं थी, यह गलत संवाद पहुंचाने के लिए सोची समझी साजिश थी जो इनके जैसे लोगों की कुंठित मानसिकता को दर्शाने के लिए काफी है।

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