HPCB ने भारत के सबसे बड़े Syringe निर्माता को दुकान बंद करने पर विवश किया

यह राष्ट्रीय आपदा को निमंत्रण देने जैसा है!

भारत की सबसे बड़ी सिरिंज निर्माता कंपनी हिंदुस्तान सिरिंज एंड मेडिकल डिवाइसेज (HMD) ने हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक निर्देश के बाद अपने संयंत्रों को बंद कर दिया है, जिससे भारत में सिरिंज और सुइयों की संभावित कमी की चिंता पैदा हो गई है। ET की एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी भारत की कुल सिरिंज आवश्यकताओं के दो-तिहाई हिस्से को पूरा करती है।

यह फरीदाबाद में 11 एकड़ के परिसर में चार विनिर्माण इकाइयां संचालित करती है परंतु बीते शुक्रवार को राज्य प्राधिकरण द्वारा बंद करने के आदेश पर कंपनी ने अपने मुख्य संयंत्र सहित उनमें से तीन को बंद कर दिया है। बता दें कि हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने फरीदाबाद में 228 इकाइयों को बंद करने का आह्वान किया है। NCR में उत्सर्जन को नियंत्रित करने के एक हिस्से के रूप में यह अभियान चलाया जा रहा है।

भारत की सबसे बड़ी सिरिंज निर्माता कंपनी पर छाया संकट

रिपोर्ट के अनुसार HMD के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव नाथ ने ET को बताया,आज दोपहर, हमने अपने कॉम्प्लेक्स में प्रोडक्शन बंद करने का फैसला किया।” साथ ही उन्होंने बताया कि “कंपनी के पास दो दिनों से अधिक का बफर स्टॉक नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “हम सोमवार से दो दिनों के बफर स्टॉक से अधिक सुइयों की आपूर्ति नहीं सकते हैं। 1.2 करोड़ सिरिंज का दैनिक उत्पादन सोमवार से उपलब्ध नहीं होगा।” वहीं, इस आंकड़े में एक अन्य संयंत्र में निर्मित 40 लाख सिरिंज शामिल हैं, जिसे HMD ने सोमवार को बंद करने का फैसला किया है।

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गौरतलब है कि HMD के पास उपनगरीय फरीदाबाद में सेक्टर 25, सेक्टर 59 और सेक्टर 68 के क्षेत्रों में स्थित आठ स्वचालित विनिर्माण संयंत्र हैं। ये संयंत्र 17 एकड़ के कुल क्षेत्रफल में फैले हुए हैं। इसकी वेबसाइट के अनुसार, संयंत्र की संचयी उत्पादन क्षमता प्रति वर्ष 4.5 बिलियन यूनिट से अधिक डिस्पोजेबल है। हिंदुस्तान सिरिंज एंड मेडिकल डिवाइसेज (HMD) ने पिछले महीने बताया था कि उसने प्रति वर्ष कोविड -19 टीकाकरण के लिए एक बिलियन ऑटो-डिसेबल सिरिंज की उत्पादन क्षमता हासिल की है।

वहीं, जून 2020 में 0.5 ml AD सिरिंज के 500 मिलियन पीस की क्षमता थी जबकि अगस्त में कंपनी ने प्रति वर्ष COVID-19 टीकाकरण के लिए 1 बिलियन 0.5 ml AD सिरिंज का उत्पादन करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। मार्च 2022 तक, HMD का लक्ष्य 1.25 बिलियन AD सिरिंज की क्षमता को बढ़ाना है, जिससे इसकी कुल सिरिंज क्षमता 3.5 बिलियन पीस प्रति वर्ष हो जाएगी।

विश्व में सिरिंज की एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है HMD

बता दें कि हिंदुस्तान सिरिंज एंड मेडिकल डिवाइसेस मेडिकल सिरिंज का निर्माण करने वाली प्रमुख विश्व फर्मों में से एक है और फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 वैक्सीन के कुशल उपयोग के लिए उपयुक्त विशेष प्रकार की सिरिंज का उत्पादन करने वाली कुछ कंपनियों में से एक है। कंपनी COVID टीकाकरण के लिए यूनिसेफ, ब्राजील और जापान के माध्यम से WHO की COVAX Facility के लिए आवश्यक सिरिंज की एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है। यही नहीं, भारत सरकार से 0.5 ml AD सिरिंज पर प्राप्त हुए चार ऑर्डरों की आपूर्ति भी कर रही है।

राजीव नाथ ने कहा, “भारत और विश्व स्तर पर पहले से ही सिरिंज की आपूर्ति कम है। संकट और भी बदतर हो गया है क्योंकि हमें स्वैच्छिक आधार पर इकाइयों को बंद करने के लिए कहा गया है। इससे रोजाना 150 लाख सुई और रोजाना 80 लाख सिरिंज का उत्पादन प्रभावित होगा।” उनके अनुसार, भारत और विश्व स्तर पर सिरिंज पहले से ही कम हैं और सरकार ने निर्यात प्रतिबंध लगा दिए हैं।

उन्होंने बताया कि, “प्रदूषण बोर्ड ने सोचा कि हम संयंत्र डीजल और जनरेटर सेट पर चला रहे थे। हमने उन्हें आश्वासन दिया कि हम ऐसा नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे आश्वस्त नहीं थे।”

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HMD ने लिखा PM मोदी और स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र

जिसके बाद मुकदमा चलाने और यूनिट को सील करने से बचने के लिए कंपनी को स्वैच्छिक आधार पर बंद करने के लिए कहा गया था। उन्होंने कहा कि “हरियाणा की बिजली उपयोगिता से बिजली की आपूर्ति स्थिर है और कंपनी के अधिकांश जनरेटर पर्यावरण के अनुकूल प्राकृतिक गैस से संचालित होते हैं।”

उन्होंने बताया कि “HMD के केवल छोटे संयंत्र ही डीजल जनरेटर सेट से जुड़े हैं। HMD उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल और टीकाकरण के लिए भारत की सिरिंज आपूर्ति में 66 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है।” बता दें कि हरियाणा सरकार ने पूरे NCR में खतरनाक प्रदूषण के स्तर के मद्देनजर CNG और ऐसे अन्य हरित ईंधन पर चलने वाले उद्योगों को छोड़कर सभी उद्योगों को बंद रखने का आदेश दिया है। ऐसे में, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के परिणामस्वरूप कमी होगी, जबकि अन्य संबंधित मुद्दे जैसे जमाखोरी और मूल्यों में वृद्धि होगी।

हालांकि, HMD ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर कोविड-19 टीकाकरण और उपचारात्मक स्वास्थ्य देखभाल के लिए आवश्यक सिरिंज को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरणों के रूप में घोषित करने और इसके संयंत्रों का निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है। यही नहीं, HMD ने स्वास्थ्य मंत्रालय को भी पत्र लिखा है, जिसमें विशेष ध्यान देने की मांग की गई है, जैसा कि अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को दिया जा रहा है।

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