कमल हासन भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का एक ऐसा नाम है, जिन्हें एक लंबे समय तक अपनी शानदार फिल्मों और बेजोड़ पटकथा के लिए बहुत सम्मान मिला। किंतु कमल हासन इन दिनों अपनी फिल्मों से अधिक अपने हिंदू विरोधी बयानों के कारण चर्चा में बने रहते हैं। हालांकि, गौर करने वाली बात है कि उनका हिंदू विरोधी रवैया कोई नया नहीं है। उन्होंने पहले भी अपनी फिल्मों के माध्यम से हिंदुओं का अपमान करने का पूरा प्रयास किया है।
वर्ष 2002 में रिलीज हुई तमिल फिल्म ब्रह्मचारी में कमल हासन ने भगवान शिव का अपमान किया था। एक दृश्य के दौरान उन्होंने शिव का वेश धारण कर भगवान शिव का मजाक बनाया था। उस दृश्य में कमल हासन एक कलाकार की भूमिका में थे, जिसे शिव की भूमिका निभानी थी। उस दृश्य में हासन पहले गलत डायलॉग बोलकर शिव का मजाक बनाते हैं, फिर पार्वती के मुंह पर गलती से त्रिशूल मार देते हैं। इसके बाद डायरेक्टर उन्हें बबलगम (च्विंगम) देता है, जिसे खाते हुए कमल हासन बबल बनाने लगते हैं। जिसके बाद दृश्य में पुलिस आ जाती है और उसी दौरान हड़बड़ी में नन्दी बैल भागने लगता है, जिसका पीछा करने के लिए कमल हासन शिव के वेश में साइकिल पर निकल जाते हैं।
और पढ़ें: बॉलीवुड की सड़ांध के वर्षों बाद RRR का नया ट्रेलर एक सकारात्मक बदलाव का सूचक है
गोडसे को बताया था हिंदू आतंकवादी
कुल मिलाकर यह दृश्य पीके फिल्म के उस दृश्य की तरह ही है, जिसमें शिव का वेश रखे एक व्यक्ति को शौचालय में दिखाया गया है, जहां से आमिर खान त्रिशूल लेकर उसे मारने के लिए दौड़ाते हैं। तमिलनाडु की राजनीति में स्थान बनाने के लिए जूझ रहे प्रसिद्ध नेता कमल हासन ने 2019 लोकसभा चुनाव के समय मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हुई एक रैली के दौरान गोडसे को आजाद भारत का पहला आतंकवादी करार दिया था। तमिलनाडु के अरावकुरिचि में चुनाव अभियान के दौरान कमल हासन कहा था, मैं इस जगह पर ये बात इसलिए नहीं कर रहा हूं कि ये मुस्लिम बाहुल्य है, बल्कि इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मेरे सामने गांधी की प्रतिमा है। उन्होंने कहा था कि वह उसी हत्या का जवाब ढूंढने आए हैं। गोडसे को आजाद भारत का पहला हिंदू आतंकवादी बोलकर कमल हासन ने कांग्रेस की हिंदू आतंकवाद की कहानी को ही आगे बढ़ाया था। यह अलग बात है कि कमल हासन को अपने बयान का कोई चुनावी लाभ नहीं मिला था। उनके बयान पर जमकर बवाल मचा था, जिसके बाद उन्हें सामने आकर सफाई भी देनी पड़ी थी।
और पढ़ें: बॉलीवुड पूरी तरह से ‘चीनी कम्युनिस्ट पार्टी’ के नियंत्रण में है
इन्हें आवश्यक है हिंदुओं की शक्ति का आभास कराना
बताते चलें कि बॉलीवुड तो पहले से ही हिंदू विरोधी है, किंतु तमिल सिनेमा में भी प्रकाश राज और कमल हासन जैसे प्रतिष्ठित कलाकार है जो बार-बार हिंदू धर्म का अपमान करते हैं! इन कलाकारों में इतनी हिम्मत नहीं है कि वे ईसाई मान्यताओं का मजाक बनाएं अथवा इस्लाम का अपमान करें। इन्हें सारी आधुनिकता हिंदू धर्म का अपमान करके साबित करनी होती है। निश्चित रूप से कमल हासन अच्छे कलाकार हैं, किंतु वो समाज को क्या सीख दे रहे हैं यह भी महत्वपूर्ण है।
केवल कला ही महत्वपूर्ण नहीं होती, कलाकार का व्यवहार उससे भी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इन कलाकारों को समाज का एक बड़ा हिस्सा, आदर्श मानने लगता है। इनके शब्दों का समाज की सोच पर गहरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में कमल हासन जैसे लोगों को हिन्दुओं की शक्ति का आभास कराना आवश्यक है, क्योंकि यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह लोग इसी प्रकार खुलेआम हमारी सभ्यता का मजाक बनाते रहेंगे।
और पढ़ें: ‘ATS ने मुझे योगी आदित्यनाथ को फंसाने के लिए कहा था’, मालेगांव बम धमाके के गवाह ने किया खुलासा