Lt Gen एच एस पनाग ने अधिकारिक पुष्टि से पूर्व ही जनरल बिपिन रावत को मृत घोषित कर दिया

इन्हें ऐसा क्या विशेष पता था भाई?

एचएस पनाग

जब पूरा देश भारतीय सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ स्वर्गीय बिपिन रावत के जीवन के लिए प्रार्थना कर रहा था, देश का एक हिस्सा ऐसा भी था जो इस घटना के बाद अप्रत्यक्ष रूप से खुशियाँ जता रहा था। लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग भी इन्हीं लोगों में से एक थे जिन्होंने जनरल बिपिन रावत की मृत्यु की आधिकारिक घोषणा से पहले ही विश्वास के साथ उन्हें मृत घोषित कर स्वयं न्यूज़ में आ गए।

दरअसल, 24 घंटे पहले एक ऐसी घटना घटित हुई है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। देश के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत को ले जा रहा एक हेलिकॉप्टर बीते दिन बुधवार को तमिलनाडु में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की मौत की खबर सामने आई है। घटना के बाद से पूरे दिन यह खबर चलती रही कि जनरल रावत को बचा लिया गया है और इलाज के लिए वेलिंग्टन के सैन्य अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने बुधवार शाम जनरल बिपिन रावत के मौत की पुष्टि की। इस हादसे में CDS रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई है।

जनरल बिपिन रावत की मृत्यु को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि “CDS रावत और 12 अन्य के आकस्मिक निधन से वह बहुत दुखी हैं। उनका असमय निधन हमारे सशस्त्र बलों और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।” आपको जानकर आश्चर्य होगा कि जनरल रावत के मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि के पहले ही कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों नें उनकी मृत्यु की शोक संदेश जारी कर दी, जिसके लेकर सोशल मीडिया पर जमकर बवाल भी मचा। सेना के तरफ से आधिकारिक पुष्टि से पहले बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देने में पहला नाम पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग का था।

दोपहर 2:52 बजे उन्होंने एक गैर-जिम्मेदाराना ट्वीट करते हुए दावा किया कि जनरल रावत की दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस समय तक किसी न्यूज पोर्टल ने उनकी मौत की खबर नहीं दी थी। इसके अलावा, भारतीय रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक हैंडल और तीन प्रमुख सशस्त्र बलों में से किसी ने भी श्री रावत जी के स्वास्थ्य के बारे में एक भी बयान नहीं दिया था। इसके बावजूद उन्होंने जल्दबाज़ी दिखते हुए लिखा, “RIP जनरल बिपिन रावत।”

https://twitter.com/rwac48/status/1468511205538996228?s=20

लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने 40 वर्षों तक भारतीय सेना में सेवा की, और सेवानिवृत्ति के बाद वे अक्सर रक्षा और रणनीतिक मामलों के विश्लेषक के रूप में लिखते हैं। उनके कई लेख विवादित होते हैं। CDS जनरल रावत के प्रति एचएस पनाग की कई बार नापसंदगी उजागर हुई है और यही नहीं वह अक्सर जनरल रावत की रक्षा क्षेत्र में दिए योगदान की हर समय आलोचना करते हुए देखा जाता है। उनके उस ट्वीट के बाद कई लोगों ने लताड़ भी लगाई। TFI मीडिया के संस्थापक अतुल मिश्रा ने भी ट्वीट किया कि क्या लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ऐसी बातें जानते हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते होंगे।

News18 के संपादक राज मोहन सिंह ने एचएस पनाग को विनम्र व्यवहार करने और लोकलुभावनवाद के आगे न झुकने को कहा।

सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने एचएस पनाग की CDS बिपिन रावत के दुखद निधन के 3 घंटे पहले पुष्टि की जांच की मांग की।

और पढ़े: पेश हैं कुछ लोग जिन्होंने CDS जनरल बिपिन रावत और उनके पत्नी के निधन पर जश्न मनाया

और पढ़े: मॉरीशस में हिंदू धर्म : अफ्रीका के पास बसा है एक छोटा-सा भारत

गौरतलब हो कि अक्टूबर 2017 में भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर के अरुणाचल प्रदेश के इलाके में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, शहीदों के नश्वर अवशेषों को एयरलिफ्ट किया गया था। उस दौरान लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने ताबूतों की भ्रामक तस्वीरें साझा करते हुए कहा था कि सरकार और सेना ने जानबूझकर शहीदों का अपमान किया है। इसके लिए उन्हें लताड़ भी लगाई गयी थी।

ध्यान देने वाली बात है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी गुरुवार, 9 दिसंबर को संसद में हेलिकॉप्टर दुर्घटना पर एक बयान जारी की, लेकिन लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग (R) सबसे आगे अपनी कुकृत्य टिपण्णी करना चाहते थे। एचएस पनाग के ट्वीट का इस्तेमाल पाकिस्तानी ट्वीटर पेज के द्वारा यह खबर फैलाने के लिए किया गया कि जनरल रावत का निधन हो गया है। उन्हीं के ट्वीट को आधार मानकर पाकिस्तानी खुशी मनाने लगे थे।

हैरत तो तब हो गई लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग (R) के ट्वीट ‘RIP जनरल बिपिन रावत’ के दो घंटे बाद भी, किसी भी मीडिया आउटलेट ने उनकी मृत्यु की पुष्टि नहीं की थी। लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग (R) ने प्रतीक्षा करने के बजाय दुश्मन देश के मीडिया रिपोर्टों पर विश्वास किया जो की पूर्ण अनुचित है। आपको बता दें कि पनाग ने 1969 से 2008 तक सेना में सेवा दी है और बॉलीवुड अभिनेत्री और आम आदमी पार्टी की पूर्व नेता गुल पनाग के पिता हैं।

बिपिन रावत को लेकर एचएस पनाग अकेले नहीं हैं इनमें पंकज पचौरी से लेकर (सेवानिवृत्त), बलजीत बख्शी की ट्विटर टाइमलाइन देखना बहुत जरूरी है जिन्होंने बिपिन रावत को लेकर बेहद ही मर्यादाहीन शब्दों का उपयोग किया और उनके कुछ पुराने ट्वीट्स कृषि कानूनों के खिलाफ एकमुश्त विरोध के लिए प्रचार से भरी हैं जिसके बाद उनका ढोंग उजागर हो गया है।

और पढ़े: भारत के प्रथम CDS जनरल बिपिन रावत की मृत्यु कहीं एक षड्यंत्र तो नहीं?

Exit mobile version