नोम चोम्स्की ने अपनी मैन्युफैक्चरिंग कंसेंट में आधुनिक मीडिया हाउस की उन ताकतों का जिक्र किया था, जो देश और लोगों को संचालित कर सकती हैं! प्रोपेगेंडा और नैरेटिव उन्हीं में से एक है। अभी आपके सामने आकर टीवी चैनल पर कोई यह बोल दे कि बहुत बड़ा पत्थर धरती से टकराने वाला है, तो संभवतः 80 फीसदी से ज्यादा जनता उसे सच मान लेगी। प्रोपेगेंडा इतनी खतरनाक चीज है। हाल ही में एनडीटीवी का ऐसा ही एक प्रोपेगेंडा, देश की जागृत जनता की वजह से ध्वस्त हो गया। हाल ही में NDTV क्रिप्टोकरेंसी को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपने दर्शकों को अपनी पूर्णकालिक नौकरी छोड़ने का लालच दे रहा था, लेकिन लोगों ने स्पष्ट कारणों से उसकी इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि, एनडीटीवी ने अब अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया है, लेकिन उस ट्वीट का स्क्रीनशॉट अभी भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
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NDTV और क्रिप्टो ट्रेडिंग का संबंध
दरअसल, NDTV ने अपने ट्वीट में कहा था कि “क्या आप पूर्णकालिक क्रिप्टोकरेंसी में आने के लिए अपनी नौकरी छोड़ देंगे?” खैर, ब्रेंडा जेंट्री, (@MsCryptomom1), AKA “क्रिप्टोमॉम”, ने बस यही किया और अब वह प्रति माह $80,000 तक कमाती है!” ट्वीट में यह भी कहा गया है कि यह शो “क्वाइन स्विच (@Coinswitchkuber) के साथ साझेदारी में” था। ट्वीट में “कॉफी एंड क्रिप्टो” शो का एक चित्र भी लगाया गया था। यह शो हाल ही में NDTV और CoinSwitch के सहयोग से शुरू किया गया है।
अपने 24 दिसंबर के एपिसोड में, NDTV की एंकर सोनल मेहरोत्रा कपूर ने ब्रेंडा जेंट्री उर्फ “क्रिप्टोमॉम” को दर्शकों के सामने एक सुपर-सफल क्रिप्टो व्यापारी के रूप में पेश किया, जो NDTV के अनुसार प्रति माह $80,000 कमाती हैं। खैर, दुर्भाग्य से NDTV नेटवर्क द्वारा प्रचारित की जा रही इस जानकारी से ज्यादा लोग प्रभावित नहीं हुए और उन्होंने एनडीटीवी को उसके गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के लिए निशाने पर ले लिया।
राजीव मंत्री ने ट्वीट किया, “क्रिप्टो एक्सचेंजों द्वारा जिस तरह का गैर-जिम्मेदार, जहरीला कचरा फैलाया जा रहा है, वह अस्वीकार्य और अचेतन है। ध्यान दें, यह स्पष्ट रूप से एक अच्छी तरह से वित्त पोषित यूनिकॉर्न एक्सचेंजों में से एक के साथ एक सशुल्क मीडिया साझेदारी है। यही वह है जिसे नियामकों को बेरहमी से कुचलना चाहिए।”
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https://twitter.com/RMantri/status/1475357001559412742?t=sozMpmIRTs3phopj0RhRJg&s=19
वहीं, लेखक हर्ष मधुसूदन ने ट्वीट किया, “उल्लेखनीय पत्रकारिता “नैतिकता “। आप लोगों को हवा हवाई योजना में कुछ पैसे के लिए अपनी नौकरी छोड़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। NDTV के ‘पार्टनर’ ने इस प्लग के लिए कितना भुगतान किया? मुझे लगता है कि SEBI, RBI, MOF और MOIB को जांच करनी चाहिए और इस तरह के फंडिंग के लिए पारदर्शिता के मानदंड होने चाहिए।”
Remarkable journalistic “ethics”. You are encouraging people to leave their jobs for some pie in the sky quasi-Ponzi scheme.
How much did NDTV’s ‘partner’ pay for this plug? I think SEBI, RBI, MoF and MoIB should investigate – and have norms around transparency for such funding. https://t.co/eSpmXNGsS2
— Harsh Madhusudan (@harshmadhusudan) December 27, 2021
क्रिप्टोकरेंसी के सख्त विनियमन पर विचार कर रही है सरकार
दूसरी ओर मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी के सख्त विनियमन पर विचार कर रही है। एक आगामी क्रिप्टो बिल, जिसे अभी तक संसद में पेश नहीं किया गया है, उससे एक्सचेंज-टू-एक्सचेंज ट्रांसफर को प्रतिबंधित किया जा सकता है। खबरों के अनुसार, क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार का नया कानून एक्सचेंजों के बीच व्यापार को पूरी तरह से प्रतिबंधित करेगा। यह कानून भारत में क्रिप्टो करेंसी के इस्तेमाल को क़ानूनी रूप से नियंत्रित करेगा। लेकिन इसी बीच NDTV अपनी कुत्सित मानसिकता और एजेंडावादी सोच के साथ क्रिप्टो ट्रेडिंग को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के लिए भविष्य में उनकी कार्यवाही की स्वतंत्रता के बारे में अनिश्चितता एक बड़ी चुनौती है। उनका भविष्य अनिश्चित लगता है और इसलिए वे अपने पीआर अभियान को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं और लोगों को बता रहे हैं कि कैसे वे कुछ ही समय में बहुत अमीर हो सकते हैं। बताते चलें कि Misinformation हमेशा ज्यादा खतरनाक माना जाता है और NDTV भी लोगों तक Misinformation पहुंचाने का ही काम कर रहा है! हालांकि, एक अच्छी बात यह भी है कि जनता अब ऐसे वामपंथियों के साइटेशन लूप को पहचान गई है और उन्हें कटघरे में खड़ा भी कर रही है।
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