सोशल मीडिया Influencers का अनसुना सच; दर्शकों के लिए खतरनाक है इनका बिन माँगा ज्ञान

भारतीय यूट्यूब का एक ऐसा पहलु जिसपर ध्यान कोई नहीं देगा: गलत उत्पाद प्रोमोशन!

कभी सोचा है यह ‘Influencer’ है किस चिड़िया का नाम है? इस शब्द का अर्थ क्या है? मार्केटिंग की श्रेणी में Influencer वो होता है जो उपभोक्ताओं को अपने वक्तव्य से एक उत्पाद खरीदने पर विवश कर देते हैं। सोशल मीडिया पर Influencer marketing एक महत्वपूर्ण उद्योग है, जिसमें भिन्न-भिन्न प्रकार के विज्ञापन के माध्यम से एक उत्पाद को प्रोमोट किया जाता है और जहां व्यक्ति, संगठन को उत्पाद और उससे जुड़े उद्योग के संबंध में विशेषज्ञता प्राप्त होनी चाहिए? समझे? विशेषज्ञता होनी चाहिए।

लेकिन यूट्यूब, विशेषकर भारतीय यूट्यूब में Influencers का विशेषज्ञता और ज्ञान से उतना ही नाता है जितना ममता बनर्जी का लोकतंत्र से और बॉलीवुड का creativity से l

आज तो कोई भी ऐरा गैर नट्थू खैरा अपने आप को Influencer बताने लगता है, और भारत में यह प्रवृत्ति एक महामारी की भांति फैलती जा रही है। TikTok के प्रतिबंध से जिनको भी लगा कि अब भारत में घटिया कंटेन्ट पर लगाम लगेगी, तो उनके लिए मानो Instagram Reels ने एक अलग ही लोक का द्वार खोल दिया है, जहां केवल बेकार कंटेन्ट छोड़िए, पूरा कलियुग ही अपने आप में समाया हुआ है।

परंतु इसका मूल विषय से क्या नाता? अक्सर आपने कई यूट्यूबर और Instagram Influencers को कई प्रकार के उत्पाद बेचते हुए देखा होगा। इनके समर्थक भी ऐसे हैं कि इनके आका यानि उक्त YouTuber जो भी बोलेंगे, ये वो उत्पाद या सेवा खरीदने को तैयार होंगे, चाहे वो बेकार ही क्यों न हो। Online Betting se लेकर Cryptocurrency तक को Sponsorship के नाम पर बढ़ावा दिया जा रहा हैl

परंतु यह तो कुछ भी नहीं है। जब भारत में दूसरी लहर व्याप्त थी, और भारत उसके भयावह परिणामों से जूझ रहा था, तब Instagram पर अधिकांश Influencers वैक्सीन के विरुद्ध अभियान चलाने में व्यस्त थे। उनका मानना यह था कि हमें भारतीय वैक्सीन पर विश्वास करने के बजाए Moderna और Pfizer जैसे विदेशी वैक्सीन की प्रतीक्षा करनी चाहिए।

अब तर्क तो छोड़िए, इनकी स्क्रिप्ट तक लगभग एक जगह है, कहीं कोई अंतर नहीं। नकल के लिए भी अकल चाहिए, पर छोड़िए, बात भी किनकी हो रही है? उनकी, जो Silhouette Challenge और जाने क्या-क्या नौटंकियों एवं अश्लील प्रवत्तियों को बढ़ावा देकर अपने आप को Influencer कहते हैं?

लेकिन क्या इससे बहार निकलने की कोई आशा नहीं है? क्या सब के सब झूठे हैं? ऐसा भी नहीं है, क्योंकि कुछ  ऐसे भी हैं जिन्होंने इस कुत्सित प्रवृत्ति की ओर ध्यान दिया है। लेकिन सच कहें तो फेक Influencers समाज और सोशल मीडिया दोनों के लिए हानिकारक हैं, और ऐसे लोगों को यदि समय पर नियंत्रित नहीं किया गया, तो ये YouTube के साथ भारतीय डिजिटल मीडिया को भी नष्ट कर देंगे।

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