पश्चिम बंगाल की राजनीति कब-किधर करवट फेर ले इस बात का अंदाजा लगाना थोड़ा कठिन है। बंगाल की राजनीति में सर्वेसर्वा ममता बनर्जी दुसरे राज्यों में जाकर राजनीतिक बयानबाजी कर रही हैं और ऐसे करके वो अपनी दिल्ली पहुंचने की राजनीतिक महत्वकांक्षा को भी दर्शा रही हैं। वहीं, देश में विपक्ष पूरी तरह से विहीन होता जा रहा है और आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से बड़ा चेहरा बनने की आस लगाए बैठी ममता बनर्जी अपनी छवि को सुधारने का प्रयास कर रही हैं।
ममता बनर्जी की छवि ही है कि उनका गुस्सा किसी से छुपा नहीं है। वो बात -बात पर क्रोधित हो जाती हैं लेकिन इस बार उन्होंने अपना सारा गुस्सा तृणमूल की फायरब्रांड सांसद महुआ मोइत्रा पर उड़ेल दिया है। दरअसल, ममता बनर्जी ने एक प्रशासनिक बैठक के दौरान कृष्णानगर के सांसद महुआ मोइत्रा की खिंचाई की और टिकट वितरण के बारे में उनसे कहा कि “यह पार्टी तय करेगी।”
महुआ मोइत्रा पर बरसने लगी ममता
अपने वक्तव्य में ममता ने कहा “महुआ, मैं यहाँ एक स्पष्ट कहना चाहती हूँ कि मुझे यह देखने की जरूरत नहीं है कि कौन किसके खिलाफ है। यदि कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति को पसंद नहीं करता है, तो वह कुछ लोगों को YouTube या समाचार पत्रों में दुष्प्रचार के लिए भेजता है।” ममता और मोइत्रा में हुई बहस नदिया जिले में निकाय चुनावों से पहले TMC में अंदरूनी कलह को दर्शाती है। बता दें कि महुआ मोइत्रा TMC की एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और 17वीं लोकसभा में कृष्णानगर, पश्चिम बंगाल से सांसद हैं। उन्होंने 2019 के भारतीय आम चुनाव में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (AITC) पार्टी के उम्मीदवार के रूप में यह सीट जीती। मोइत्रा ने पिछले कुछ वर्षों से एआईटीसी के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता के रूप में कार्य किया है।
खबरों के मुताबिक, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निकाय चुनावों से पहले पार्टी में अंदरूनी कलह से नाराज थीं और उन्होंने मोइत्रा को यह सन्देश भेजने के लिए कि ‘इस तरह की राजनीति एक दिन के लिए चल सकती है, लेकिन हमेशा के लिए नहीं होता’ नदिया जिले के कृष्णानगर में आयोजित प्रशासनिक बैठक का उपयोग किया। हलांकि, महुआ मोइत्रा जिन्हें हाल ही में नदिया जिले के पार्टी अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था, इस बैठक में मौजूद थीं। दरअसल, महुआ मोइत्रा नदिया में पार्टी की प्रभारी थीं, जहां तृणमूल का प्रदर्शन बंगाल के बाकी हिस्सों की तरह शानदार नहीं रहा है।
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हार का ठिकड़ा फोड़ना तो कोई ममता से सीखे
बताते चलें कि मई 2021 में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ममता बनर्जी की नदिया जिले की यह पहली यात्रा थी। वहीं, TMC के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि “मोइत्रा, जो गोवा में पार्टी की चुनाव प्रभारी हैं, को स्थायी रूप से तटीय राज्य में स्थानांतरित किया जा सकता है और नदिया में अपनी पार्टी की जिम्मेदारियों से मुक्त किया जा सकता है।” विधानसभा चुनाव में जिले की 17 सीटों में से नौ पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। पार्टी नेताओं के अनुसार, नदिया में तृणमूल के कमजोर प्रदर्शन में गुटबाजी एक बड़ा कारण रही है।
ममता बनर्जी द्वारा महुआ मोइत्रा को फटकार लगाने का वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है। इस क्लिप को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से साझा किया गया है। महुआ मोइत्रा ट्विटर पर ट्रेंड कर रही थी। जहां कुछ लोगों ने महुआ मोइत्रा पर सार्वजनिक फटकार के रूप में कटाक्ष किया है, वहीं अन्य लोग ममता बनर्जी पर उनके सबसे मुखर और मजबूत पार्टी नेताओं में से एक को “अपमानित” करने का आरोप लगाते हुए उनके समर्थन में सामने आए हैं।