विराट कोहली के चाटुकार टूट पड़े सौरव गांगुली पर  

“चोट लगी है उसे फिर क्यों महसूस मुझे हो रहा.....”

कप्तान रोहित

“चोट लगी है उसे फिर क्यों महसूस मुझे हो रहा…..”

कुछ ऐसी ही व्यथा है विराट कोहली के अंधे प्रशंसकों की, जिन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा कि अब उनके ‘आराध्य’, विराट कोहली टी20 से ही नहीं, अपितु वनडे की कप्तानी से भी धक्के मारकर निकाले जा चुके हैं। अब जब यह तय हो गया कि आगामी दक्षिण अफ्रीका दौरे में विराट कोहली के बजाये रोहित शर्मा टीम की कमान संभालेंगे, तो फिर वे BCCI के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को ही अपशब्द सुना रहे हैं।

बीसीसीआई ने कल ही विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को भारत का नया वनडे कप्तान बनाने की बड़ी घोषणा की है। इस कदम की घोषणा भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान के रूप में रोहित की नियुक्ति की घोषणा के साथ की गई है, जो 26 दिसंबर से तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका का सामना करेंगे। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीसीसीआई ने विराट कोहली को दक्षिण अफ्रीकी दौरे के लिए टीम की घोषणा से पहले भारत के एकदिवसीय कप्तान के रूप में पद छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा करने के लिए कहा था।

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बीसीसीआई ने विराट का 48 घंटे तक इंतजार किया लेकिन विराट ने कोई जवाब नहीं दिया। इसका स्पष्ट अर्थ था कि वह अगले ODI विश्व कप तक कप्तान बने रहना चाहते थे। इस तरह, बीसीसीआई को जबरन रोहित को नए वनडे कप्तान के रूप में घोषित करना पड़ा। हालांकि, इस निर्णय से विराट समर्थक इतने आगबबूला हो गए कि उन्होंने BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली को उल्टा सीधा सुनाना शुरू कर दिया, और यहाँ तक कि #ShameonBCCI ट्रेंड कराना शुरू कर दिया।

एक व्यक्ति ट्वीट करते हुए लिखा, “वो आये, वो देखे, वो जीते और बदले में उन्हें लात मारकर भगा दिया। शर्म करो BCCI!”

एक व्यक्ति ने विराट कोहली को बाहुबली और BCCI को कटप्पा ही बना दिया और मीम पोस्ट किया।

https://twitter.com/TotalKohli/status/1468862939847221251

एक अन्य व्यक्ति ने पोस्ट किया, “आप ऐसे कैसे कर सकते हैं? कभी उम्मीद नहीं थी कि सौरव गांगुली जैसे व्यक्ति ऐसे करिश्माई प्लेयर को कप्तान के पद से ऐसे हटायेंगे।”

https://twitter.com/DineshR47478760/status/1468642662844493824

एक समर्थक तो इतने भावुक हो गए कि उन्होंने गांगुली और जय शाह को रिट्वीट के बदले पीटने की ही बात कर दी।

हालांकि, वास्तविकता को ऐसे निम्न स्तर के अति भावुक ट्वीट्स से कोई अंतर नहीं पड़ता। विराट कोहली को इसलिए निकाला गया है क्योंकि उन्होंने भारतीय क्रिकेट में अनुशासनहीनता को बढ़ावा दिया।

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TFI Post ने विश्वकप T20 में भारत की हार पर अपने विश्लेषण में भी स्पष्ट अंकित किया था, “भारतीय टीम पूर्ण रूप से सक्षम और विश्वकप के प्रचंडतम दावेदारों में से एक है। परंतु, नेतृत्व के नकारेपन ने इस दल को दिशा विहीन कर दिया! विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज, गेंदबाज, क्षेत्ररक्षक, अनुभवी और युवाओं से सजी इस टीम के पास हारने का सिर्फ यही एक कारण था। टीम के कप्तान साहब अगर दिवाली, पर्यावरण और पाक-जनित शमी की ट्रोलिंग पर भारत की परंपरा और धर्मनिरपेक्षता को ट्रोल करने के बजाए, आप अपने कप्तानी और बल्लेबाजी पर ध्यान देते तो परिस्थिति कुछ और होती! हम सिर्फ और सिर्फ अपने गलत निर्णयों की वजह से हारे हैं। इन सभी गलत निर्णयों में दूसरे मैच में वरुण चक्रवर्ती की जगह अश्विन को ना खिलाना था। इस मुद्दे पर बोलने की आवश्यकता इसलिए भी है, क्योंकि देश की हार के पीछे सिर्फ एक व्यक्ति का अहंकार है। हार क्षम्य है, खराब खेलना भी क्षम्य है। परंतु, अहंकारवश देश की जीत की तिलांजलि दे देना, कदाचित अक्षम्य है।”

वास्तव में यदि विराट कोहली को आज कप्तानी से हटाये गए हैं तो अपनी अकर्मण्यता के कारण, इसलिए नहीं कि BCCI को उनसे निजी शत्रुता है। ऊपर से जिस प्रकार से विराट कोहली के अंधे समर्थकों ने सौरव गांगुली का अपमान किया है, उससे स्पष्ट होता है कि विराट कोहली के समर्थक Woke बीमारी से ग्रासित हैं।

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