मुख्य बिंदु
- गुजरात के मुंद्रा में एक एकीकृत स्टील मिल विकसित करने के लिए कोरियाई स्टील कंपनी POSCO के साथ Adani Group ने मिलाएगा हाथ.
- भारत के शहरों में 1.8 मिलियन टन कोल्ड रोल्ड और गैल्वेनाइज्ड स्टील मिल और उसके चार प्रसंस्करण केंद्र चलाता है POSCO.
- मोदी सरकार के नीतियों से यह भागीदारी न सिर्फ फले-फूलेगी बल्कि भारत को स्टील उत्पादन के मामलों में मीलों आगे ले जायेगी.
अडानी समूह 5 अरब डॉलर (लगभग 37,000 करोड़ रुपये) के नियोजित निवेश के साथ गुजरात के मुंद्रा में एक एकीकृत स्टील मिल विकसित करने के लिए कोरियाई स्टील कंपनी POSCO के साथ हाथ मिलाएगा। Adani Group के चेयरमैन गौतम अडानी ने बीते गुरुवार को एक मीडिया को दिए अपने बयान में कहा, “हमें स्टील उत्पादन और कार्बन कटौती में दुनिया के सबसे कुशल और उन्नत स्टील निर्माता POSCO के साथ साझेदारी की घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है।” कंपनी की ओर से बयान में कहा गया है कि POSCO और Adani Group के बीच हस्ताक्षरित गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन कार्बन कटौती के बाध्यकारी जरूरत के जवाब में अक्षय ऊर्जा, हाइड्रोजन और रसद जैसे विभिन्न उद्योगों में भी POSCO से सहयोग करने का इरादा रखता है।
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स्टील मिल की स्थापना हेतु हुआ व्यापारिक समझौता
दरअसल, दोनों पक्ष सहयोग करने और प्रत्येक कंपनी की तकनीकी, वित्तीय और परिचालन शक्तियों का लाभ उठाने के लिए विभिन्न विकल्पों की जांच कर रहे हैं। इस सहयोग में POSCO की प्रौद्योगिकी, अनुसंधान एवं विकास क्षमता के आधार पर मुंद्रा, गुजरात में एक संयुक्त एकीकृत स्टील मिल का मूल्यांकन और अनावरण भी शामिल है। कंपनी के बयान में कहा गया है कि “POSCO और Adani Group का इरादा अक्षय ऊर्जा संसाधनों और हरित हाइड्रोजन का उपयोग करने का है। यह दोनों भागीदारों की स्थिरता और ऊर्जा दक्षता के लिए ESG प्रतिबद्धताओं के अनुरूप है।” बता दें कि POSCO पुणे, दिल्ली, चेन्नई और अहमदाबाद और महाराष्ट्र में एक 1.8 मिलियन टन कोल्ड रोल्ड और गैल्वेनाइज्ड स्टील मिल और उसके चार प्रसंस्करण केंद्र चलाता है। POSCO के सीईओ चोई, जियोंग-वू ने कहा, “यह सहयोग भारत और दक्षिण कोरिया के बीच एक अच्छा और टिकाऊ व्यापार का सहयोग मॉडल होगा।”
वहीं, ओडिशा में POSCO की 12 अरब डॉलर की स्टील परियोजना को कानूनी देरी और स्थानीय विरोध के कारण पांच साल पहले रद्द कर दिया गया था। कंपनी भारत में एक ग्रीनफील्ड प्लांट स्थापित करने की इच्छुक थी क्योंकि इसने विशाखापत्तनम में राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (RINL) की भूमि पर एक स्टील प्लांट स्थापित करने के लिए अपनी रुचि दिखाई थी। अक्टूबर 2019 में POSCO और RINL के बीच एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी हुआ पर स्थानीय विरोध के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। Adani Group ने हाल ही में दुनिया की सबसे बड़ी अक्षय ऊर्जा कंपनी बनने और भविष्य में हरित हाइड्रोजन का उत्पादन करने के लिए एक निवेश योजना की घोषणा की है। कंपनी ने पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी कच्छ कॉपर लिमिटेड (KCL) को शामिल करके तांबे के कारोबार में प्रवेश की भी घोषणा की।
भारत स्टील उत्पादन में रचेगा इतिहास
1988 में स्थापित, Adani Group भारत की सबसे बड़ी ऊर्जा और रसद कंपनी है, जो गुजरात में स्थित है। इसके व्यवसाय बंदरगाह संचालन, संसाधन विकास, बिजली उत्पादन और नवीकरणीय ऊर्जा विकास से जुड़े हुए हैं। इस नई स्टील मिल की संयुक्त स्थापना POSCO की लंबी अवधि की योजना का हिस्सा होगी, जो 2030 तक अपनी विदेशी स्टील उत्पादन क्षमता को चौगुना से बढ़ाकर 23.1 मिलियन टन कर देगी, जो अभी 5.1 मिलियन टन है ।
दुनिया की छठवीं सबसे बड़ी स्टील निर्माता और दक्षिण कोरियाई स्टील दिग्गज कंपनी अमेरिका में इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (एक इंस्ट्रूमेंट है जो इलेक्ट्रिक आर्क का उपयोग करके हीट मैटेरियल्स, आमतौर पर धातुओं को पिघलाने वाले बिंदु तक पहुंचाता है) बनाने के लिए एक संयुक्त उद्यम भागीदार की भी तलाश करेगी। मालूम हो कि वर्तमान में इंडोनेशिया के सबसे बड़े स्टील निर्माता PT Krakatau Steel के साथ एक संयुक्त उद्यम के रूप में केवल इंडोनेशिया में एक विदेशी एकीकृत इस्पात संयंत्र संचालित करता है। लेकिन, अब इस कंपनी ने भारत में अपना पुनः पदार्पण किया है। उम्मीद है मोदी सरकार के नीतियों से यह भागीदारी न सिर्फ फले-फूलेगी बल्कि भारत को स्टील उत्पादन के मामलों में मीलों आगे ले जायेगी।