TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    रणनीति और दृष्टि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व की असली पहचान

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    नरेंद्र मोदी: वडनगर से विश्व मंच तक, राजनीति के नए युग की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    भारत-अमेरिका: टैरिफ युद्ध, कूटनीतिक खेल और बैकडोर डील की कहानी

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    हालात : भू-राजनीतिक टकराव का अखाड़ा बना दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    सीजफायर पर ट्रंप की किरकिरी, पाकिस्तान ने भी माना भारत का पक्ष

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    भूमध्यसागर में भारत की दहाड़: आईएनएस त्रिकंद ने बढ़ाया नौसैनिक परचम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    सऊदी–पाकिस्तान रक्षा समझौता: भारत क्यों चिंतित नहीं?

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    यूएन में भारत का प्रहार: पाकिस्तान की असफलता और भारत की मजबूती का खुलासा

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    पाकिस्तान का असली चेहरा: आतंकवाद की राज्य-नीति और भारत का उभरता नैरेटिव

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    अमेरिका का रक्तपिपासु सभ्यता-नैरेटिव और भारत का शांतिपूर्ण विकल्प

    जंगलराज की जड़ें: बिहार के अंधेरे दौर की शुरुआत

    जंगलराज : लालू-राबड़ी राज की स्याह विरासत

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    पेरियार: मिथक, वास्तविकता और तमिल अस्मिता के साथ विश्वासघात

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

मीडिया की चकाचौंध से दूर PM मोदी पंजाब में बना रहे हैं जीत की रणनीति

खेला जा रहा है संख्याओं का चतुर खेल!

Shashwat Singh द्वारा Shashwat Singh
19 January 2022
in चर्चित
पंजाब भाजपा
Share on FacebookShare on X
मुख्य बिंदु
  • भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पंजाब में अपने चुनावी भाग्य को बदलने के लिए प्रमुख सिख चेहरों को साथ लिया है
  • किसी भी पार्टी को जीत हासिल करने के लिए दो प्रमुख वोटिंग समूहों पर जीत हासिल करने की जरूरत है
  • कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भाजपा पंजाब में अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रही है
  • एग्जिट पोल नहीं एग्जैक्ट पोल तय करेगा पंजाब विधानसभा चुनाव का परिणाम

किसी भी चुनाव के नजदीक आते ही मीडिया अपने साधनों जैसे एग्जिट पोल (Exit Poll) आदि के माध्यम से जनता के समकक्ष अपना फैसला सुनाना शुरू कर देती है। अक्सर, कई राजनेता इन आंकड़ों से प्रभावित हो जाते हैं। वहीं, अगर देखें तो पंजाब में भाजपा चुनाव को लेकर ‘चालाकी का खेल’ खेल रही है। चुनाव के दौरान आया राम, गया राम की घटना को देखना एक आम बात है। इस चुनावी मुहावरे का अर्थ है कि अपनी ही पार्टी से संतुष्ट कुछ नेता प्रतिद्वंद्वियों का सहारा लेते हैं। पंजाब में भी कुछ ऐसा ही माहौल है। भाजपा को इन नेताओं से पंजाब के राजनीतिक समीकरणों में कुछ बड़े बदलाव लाने की उम्मीद है। रणनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव के साथ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पंजाब में अपने चुनावी भाग्य को बदलने के लिए प्रमुख सिख चेहरों को साथ लिया है।

भाजपा के पास हैं प्रमुख सिख चेहरे 

आगमी पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका पाने के लिए कई नेताओं ने भाजपा में शरण ली है। इनमें मनजिंदर सिंह सिरसा जैसे प्रमुख अकाली दल के कई नेता शामिल हैं। शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के मीडिया सलाहकार और दमदमी टकसाल (रूढ़िवादी सिख सांस्कृतिक और शैक्षिक संगठन) के प्रवक्ता प्रो. सरचंद सिंह आदि कुछ अन्य प्रमुख नाम हैं।

संबंधितपोस्ट

उत्तराखंड में मदरसा एक्ट खत्म, अब गैर-मुस्लिम अल्पसंख्यक संस्थान भी पाएंगे अल्पसंख्यक का अधिकार

‘सबसे वैज्ञानिक, सबसे बेहतर और सबसे कट्टर’: धर्म को लेकर 8 सवालों के ChatGPT, DeepSeek, Grok, और Meta AI ने क्या जवाब दिए ?

माता वैष्णो देवी से फारूक अब्दुल्ला ने क्या मांगा? PM मोदी के काम को बताया बूस्टर डोज

और लोड करें

आपको बता दें कि पंजाब में भाजपा को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। साल भर चलने वाले कृषि आंदोलन के दौरान, भगवा पार्टी के कई नेताओं ने इसे छोड़ दिया, यहां तक कि वे भी जो हिंदू और सिख दोनों के पुराने सदस्य थे। असफलताओं के बावजूद, भाजपा ने अकाली दल के नेताओं को शामिल करके अपने चुनाव अभियान की रणनीति तेजी से बनाई है। दरअसल, पंजाब के राजनीतिक समीकरण के अनुसार, किसी भी पार्टी को जीत हासिल करने के लिए दो प्रमुख वोटिंग समूहों पर जीत हासिल करने की जरूरत है।

और पढ़ें: पंजाब की सियासी लड़ाई में भाजपा के लिए छुपा हुआ है बड़ा अवसर

वे समूह हिंदू और सिख हैं। हिंदू वोट आम तौर पर एकीकृत रहते हैं। वहीं, सिख वोट आगे दो गुटों में विभाजित होते हैं-दलित सिख वोट और जाट सिख वोट। परंपरागत रूप से, सिख वोट सबसे अधिक शिरोमणि अकाली दल (शिरोमणि अकाली दल) के पास जाता था किन्तु 2017 के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा के साथ चुनाव लड़ा था, जिसके परिणाम दोनों पार्टिओं के पक्ष में नहीं थे और सिख मतदाताओं के बीच शिरोमणि अकाली दल की घटती जनाधार की पुष्टि हुई थी। लिहाजा, 2017 के विधानसभा चुनाव में सिख वोटों का बड़ा हिस्सा कांग्रेस को गया क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह उनका मुख्य चेहरा थे। कैप्टन के पक्ष में दलित और जाट दोनों सिखों ने एकमत से वोट किया था।

पंजाब में बंटा हुआ है दलित सिख और जाट सिख वोट

हालांकि, जाट सिख हर चुनाव में मुख्य चेहरे के रूप में दलित सिखों का कम प्रतिनिधित्व महसूस करते हैं। दरअसल, 2021 में चरणजीत सिंह चन्नी की मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति को दलित वोटों (दलित सिख) को अपने पक्ष में करने हेतु कांग्रेस का यह आखिरी प्रयास माना जा रहा है। ऐसे में, पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में परिस्थिति भिन्न है। अब दलित सिख और जाट सिख दोनों वोट बंटे हुए हैं।

एक तरफ जाट सिख कैप्टन अमरिंदर सिंह के अपमान के लिए कांग्रेस से नाराज हैं। वहीं,  दूसरी तरफ दलित सिखों  प्रतिनिधित्व के तौर पर कैप्टन अमरिंदर सिंह का कांग्रेस पार्टी छोड़ना उन्हें खटक रहा हैं। इसके अलावा, जिस तरह से विरोध स्थल पर एक दलित सिख की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, उसने कांग्रेस के साथ दलितों की कथित वफादारी के बीच एक दरार उत्पन्न कर दी है। इंच दर इंच कांग्रेस से सिखों के वोट दूर होते जा रहे हैं, जिसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ चुनावी मैदान में उतरने का निर्णय लिया है।

हिंदू वोटों का प्रवाह भाजपा की ओर

पंजाब में माना जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री अपने साथ अधिकांश सिख वोट छीन लेते हैं। आपको बता दें कि कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भाजपा पंजाब में अपने पैरों पर खड़े होने की कोशिश कर रही है। भाजपा अपनी रणनीति के तहत अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को शामिल कर रही है। याद रहे कि कृषि कानूनों को वापस लेने से पहले, भाजपा को पंजाब में बहुत विरोध का सामना करना पड़ रहा था। किसान आंदोलन के समर्थक भाजपा नेताओं को अपने क्षेत्र में प्रचार करने की अनुमति भी नहीं दे रहे थे।

कादियां सीट से कांग्रेस विधायक फतेह सिंह बाजवा और श्री हरगोबिंदपुर साहिब सीट से बलविंदर सिंह लड्डी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बताते चलें कि बाजवा कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा के भाई हैं। इसके अलावा शिरोमणि अकाली दल के नेता गुरतेज सिंह गुंधियाना, यूनाइटेड क्रिश्चियन फ्रंट पंजाब के अध्यक्ष कमल बख्शी, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट मधुमीत, निहाल सिंह वाला से सिविक बॉडी मेंबर, संगूर से पूर्व सांसद जगदीप सिंह धालीवाल और पूर्व क्रिकेटर दिनेश मोंगिया भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। अगर हम हिंदू वोटों की बात करें तो वे कुल मिलाकर भाजपा के पक्ष में हैं। इसके अलावा, हत्या के प्रयास से भाजपा की ओर अधिक हिंदू वोटों का प्रवाह होने की उम्मीद है।

क्या है दमदमी टकसाल संगठन?

गौरतलब है कि दमदमी टकसाल एक सिख शैक्षिक संगठन है और इस क्षेत्र में पंथवादी मुद्दों पर एक प्रमुख आवाज माना जाता है। संयोग से, यह एक बार कट्टरपंथी सिख उपदेशक जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में था। हालांकि, सिरसा ने इसपर बचाव करते हुए कहा, “अगर दमदमी टकसाल के सदस्य कांग्रेस जैसी पार्टियों में हो सकते हैं, तो मुझे भाजपा में शामिल होने वाले किसी व्यक्ति के लिए शोर-शराबा नहीं दिखता।” भाजपा में शामिल एक अन्य सदस्य हरिंदर सिंह कहलों थे, जिन्होंने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन का नेतृत्व किया और 1980 के दशक में कट्टरपंथी आंदोलनों के सबसे महत्वपूर्ण ओवरग्राउंड नेताओं में से एक बने रहे। उन्हें एक समय देशद्रोह के आरोपों का भी सामना करना पड़ा था।

बड़े जनाधार वाले नेताओं पर है भाजपा की कड़ी नजर

भाजपा की नई रणनीति प्रमुख सिख चेहरों को अपने साथ लेकर पंजाब को जीतना है। शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के एक लोकप्रिय सिख चेहरे मनजिंदर सिंह सिरसा भाजपा में शामिल होने वाले बड़े सिख चेहरों में से एक हैं। उन्होंने कहा था कि “वह अपने समुदाय की खातिर भाजपा में शामिल हो रहे हैं।” शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के मीडिया सलाहकार और दमदमी टकसाल के प्रवक्ता प्रो. सरचंद सिंह ने कहा, “कृषि आंदोलन के दौरान किसानों की मौत के लिए भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।”

और पढ़ें: पंजाब में ‘BJP का CM’, और ये बस कुछ महीनों की बात है

उन्होंने कहा कि भाजपा को दोष देना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सिखों का सम्मान कर रही है। 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ ​के रूप में मनाने के लिए पीएम मोदी की हालिया घोषणा को लेकर SGPC सहित विभिन्न सिख निकायों द्वारा व्यापक रूप से निंदा की गई थी। वहीं, एक प्रमुख सिख संगठन दमदमी टकसाल ने इस फैसले की सराहना की। ऐसे में, कहा जा सकता है कि चुनाव युद्ध की तरह होते हैं। ज्यादातर बार, यह युद्ध-कक्ष की रणनीति है जो अंतिम परिणाम तय करती है। पंजाब में भाजपा की रणनीति के लिए भी यही सच है कि इस बार सब पार्टियों के बड़े जनाधार वाले नेताओं को जोड़ भाजपा पंजाब में अपनी फतह मजबूत करने में जुट गई है।

Tags: PM मोदीपंजाब चुनाव 2022भाजपा सरकारसिख
शेयर84ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

GP Bomb: भारत द्वारा निर्मित 500 किलो का बम चीन और पाकिस्तान में कुछ भी नष्ट कर सकता है

अगली पोस्ट

भारत ने तोड़ा चीन का रिकार्ड, एक साल में देश में उभरें सबसे अधिक Unicorns

संबंधित पोस्ट

लक्ष्मणपुर बाथे: एक रात, जब 58 ज़िंदगियां बुझा दी गईं, भारत के दलितों का शोकगीत
इतिहास

जंगलराज की जड़ें: बिहार का अंधकारमय अध्याय और राजनीति की निर्णायक विरासत

16 September 2025

बिहार, जिसे भारतीय इतिहास और संस्कृति का धनी राज्य कहा जाता है, जहां चाणक्य की राजनीति जन्मी, जहां बुद्ध ने ज्ञान का प्रकाश फैलाया और...

मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान
क्राइम

मुजफ्फरपुर का गोलू हत्याकांड: जंगलराज की सबसे भयावह दास्तान

15 September 2025

मुजफ्फरपुर, उत्तर बिहार का एक प्रमुख केंद्र रहा है। व्यापार, शिक्षा और राजनीति का यह गढ़ लंबे समय से अपराधियों के लिए भी सुरक्षित ठिकाना...

INDIA-Pakistan match
क्रिकेट

BCCI के लिए संदेश: ‘काली पट्टी’ बांधो या न बांधों- पहलगाम के जख्म ‘हरे’ ही रहेंगे

14 September 2025

अगर पूछा जाए कि भारत का सबसे बड़ा धर्म क्या है? या वो कौन सा धर्म है जहां अलग अलग विचारधाराओं, जातियों, नस्लों और भाषा...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

Inside the Waqf Case: What SC’s Interim Order Really Means?

00:19:34

Where Is Kerala Heading? | The Shocking Truth of CPM’s Hate Towards Hindus

00:05:16

How China’s Military Reach Rises on the Backs of Its Silenced Citizens?

00:08:27

Why Congress Wants to Erase Chhatrapati Shivaji Maharaj from Public Memory?

00:06:37

Epic Battle of Saragarhi : A Tale of Unmatched Bravery That Every Indian Should Know

00:07:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited