पोटैशियम फिटकरी अमोनियम और क्रोम फिटकरी का रासायनिक सूत्र

फिटकरी का रासायनिक सूत्र

फिटकरी का रासायनिक सूत्र

फिटकरी का रासायनिक सूत्र – KAl(SO₄)₂·12H₂O होता है. इस रासायनिक सूत्र को कभी-कभी (K2SO4 Al2(SO4)3.4 Al(OH)3) भी लिखा जाता है.

फिटकरी का रासायनिक सूत्र (AB(SO4)2.12H2O) होता है, जिसमें A व B पोटेशियम और एल्यूमीनियम की जगह पर दूसरे अन्य रासायनिक पदार्थ भी हो सकते है. इस रासायनिक सूत्र से पता चलता है कि फिटकरी या पोटेशियम एलम का पोटेशियम सल्फेट और एल्युमीनियम सल्फेट का द्विलवण है.

पोटेशियम और एल्युमीनियम के स्थान पर अन्य रासायनिक पदार्थों का उपयोग करके भी फिटकरी को बनाया जाता है| जैसे:- एल्युमीनियम के स्थान पर क्रोमियम का प्रयोग करने पर क्रोम एलम का निर्माण होता सकता है.

पोटेशियम के स्थान पर सोडियम, अमोनियम, लिथियम, टेल्यूरियम इत्यादि तत्वों को प्रयोग में लाया जा सकता है और एल्युमीनियम को मैंगनीज, इरीडियम, क्रोमियम (क्रोम ऐलम), लोहा, गैलियम, वैनेडियम, कोबल्ट इत्यादि से विस्थापित किया जा सकता है.

फिटकरी क्या है?

फिटकरी एक ऐसा पदार्थ है, जिसे घरेलू कार्यों में उपयोग में लिया जाता है. यह एक रंगहीन क्रिस्टलीय रासायनिक पदार्थ है. जिसे अंग्रेजी भाषा में एलम (Alum) कहा जाता हैं. फिटकरी में पोटेशियम शामिल होता है.

पुराने समय में मनुष्य फिटकरी का उपयोग रासायनिक और चिकित्सक गुणों के लिए करता था. फिटकरी का प्रयोग व्यक्ति मुख्य रूप से जल को शुद्ध करने के लिए आज भी किया जाता है.

फिटकरी का रासायनिक नाम क्या है?

विज्ञान द्वारा फिटकरी का रासायनिक नाम निर्धारित किया गया है.यह एक रासायनिक यौगिक है जिसे व्यापक रुप से पोटेशियम सल्फेट डोडेकेहाइड्रेट(potassium sulfate dodecahydrate) के रुप में पयोग किया जाता है.पिटकरी को सामान्य भाषा में दोहरा नमक भी कहते हैं. फिटकरी को पोटैशियम एलम या पोटेशियम फिटकरी के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा फिटकरी को पोटेशियम एल्युमीनियम सल्फेट के रूप में भी जाना जाता है.

फिटकरी के भौतिक गुण

पोटेशियम फिटकरी का क्रिस्टल रूप होता है.यह लगभग बेरंग ठोस है और पानी में अत्यधिक घुलनशील है. इसकी सरंचना अष्टकोण में होती है. यह लगभग ठोस अवस्था में पाई जाती है.यह एक निश्चित डिग्री तक गर्म होने पर एक लाल रंग प्राप्त करता है.जब फिटकरी को अधिकतम तापमान पर गर्म किया जाता है तो पानी के गर्म अणु वाष्पित हो जाती है और सल्फ्यूरिक एसिड और एल्युमीना के साथ-साथ पोटाश सल्फेट के मिश्रण को भी शेष छोड़ दिया जाता है. पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट 92 डिग्री सेल्सियस पर अपने स्वयं के क्रिस्टलीकरण पानी में फ्यूज करता है. यह प्रकृति में अम्लीय है और नीले लिटमस के रंग को बदलता है.

फिटकरी के प्रकार

फिटकरी जिसे मुख्यतः तीन प्रकार में विभाजित किया गया है.

पोटैशियम फिटकरी

पोटैशियम फिटकरी का रासायनिक सूत्र – KAl(SO₄)₂·12H₂O

पोटाश फिटकरी को आमतौर पर एलुनाइट खनिज से निकाला जाता है. इसमें पोटेशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है. यदि सल्फेट में पोटेशियम सल्फेट के बजाय लोहे की अधिक मात्रा होती है, तो पोटेशियम क्लोराइड का उपयोग किया जा सकता है. यह एक रंगहीन क्रिस्टल पदार्थ होता है. इस फिटकरी अधिक प्रयोग घरेलू व चिकित्सक कार्यो में किया जाता है.वहीं घर में पोटेशियम फिटकरी का उपयोग किया जाता है.

अमोनियम फिटकरी

अमोनियम फिटकरी का रासायनिक सूत्र – (NH4)Al(SO4)2

जब एल्यूमीनियम के स्थान पर अमोनियम का इस्तेमाल किया जाता है तो अमोनियम एलम का निर्माण होता है. यह फिटकरी जिसका रंग सफेद होता है और यह क्रिस्टलीय ठोस पदार्थ के रूप में पाई जाती है.इसका इस्तेमाल ज्यादातर ब्यूटी प्रोडक्ट और पर्सनल केयर के प्रोडक्ट बनाने में किया जाता है.

क्रोम फिटकरी

क्रोम फिटकरी का रासायनिक सूत्र – KCr(SO₄)₂

इस फिटकरी को बनाने के लिए एल्यूमीनियम की जगह क्रोमियम का इस्तेमाल किया जाता है. यह क्रोमियम पोटेशियम सल्फेट के नाम से जाना जाता है. इसका प्रयोग औद्योगिक कामों में किया जाता है.यह फिटकरी जिसका प्रयोग चमड़ा उद्योग के मुख्य रूप से होता है.

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फिटकरी के मुख्य फायदे

1. सन् 1500 से वर्तमान समय तक फिटकरी का प्रयोग लगातार किया जा रहा है.
2. पुराने जमाने में इसका प्रयोग चिकित्सक व सौंदर्य प्रसाधन के लिए किया जाता था.वहीं आज भी इसका प्रयोग इन्ही कामों के लिए किया जाता है.
3. पोटेशियम फिटकरी में अम्लीय विशेषताएं होती है.जिसके कारण इसका उपयोग बेकिंग सोडा बनाने में मुख्य रूप से किया जाता है.
4. फिटकरी का प्रयोग औद्योगिक कामों में भी किया जाता है. इसका प्रयोग चमड़ा उद्योग में मुख्य रूप से लिया जाता है. साथ ही बच्चों के खिलौने बनाने में भी फिटकरी का प्रयोग किया जाता है.
5. इस पदार्थ में अम्लीय गुण पाए जाने के कारण शरीर की दुर्गंध को दूर करने के लिए भी इस पदार्थ का प्रयोग किया जाता है.
6. फिटकरी जिसका प्रयोग खून का थक्का बनाने के लिए किया जाता है.
7. फिटकरी का प्रयोग एंटी जर्म के तौर पर भी किया जाता है.
8. पोटेशियम फिटकरी का मुख्य प्रयोग घर में जल उपचार के लिए किया जाता है.

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