हेमंत ऋतु किसे कहते है? इसके त्यौहार, लाभ एवं हानि

हवा के पर्यायवाची शब्द

हेमंत ऋतु क्या है?

भारत देश को ऋतुओं का देश भी कहा जाता है. क्योंकि यहां हर महीने ऋतु बदलती रहती है. भारत की छः ऋतुओं होती है- ग्रीष्म काल, शीत काल, वसंत ऋतु, हेमंत ऋतु, वर्षा ऋतु और शरद ऋतु. इस ऋतु में मौसम सबसे अधिक ठंडा होता है. वहीं कुछ जगहों पर यह मौसम बर्फबारी के लिए भी मशहूर है. इस ऋतु में गर्म और सर्द हवाओं का मिलाजुला रुप देखने को मिलता है. वहीं हेमंत ऋतु सर्दी के आगमन का संकेत देती है, तो वर्षा ऋतु मूलसलाधार बारिश के लिए जानी जाती है.

हेमंत ऋतु हिन्दू पंचाग के अनुसार मार्गशीर्ष से पूस के महीनों तक रहती है. वहीं अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक इसका आगाज अक्टूबर के मध्य से दिसम्बर के महीने के मध्य तक माना जाता है. ऋतुओं की शुरुआत और समाप्ति मुख्य रुप से सूर्य की गति पर निर्भर करता है.

इसका मौसम स्वास्थ्य की दृष्टी से सबसे अच्छा मौसम माना जाता है. इस मौसम में पेड़-पौधे सभी हरे-भरे हो जाते हैं. हेमंत ऋतु साल का सबसे अच्छा और प्यारा मौसम माना जाता है. इस मौसम में लोग प्रकृति का नजारा लेने बाहर घुमनें के लिए जाते हैं. स्वास्थ्य की दृष्टि से यह मौसम बहुत ही लाभदायक होता है.

त्यौहार

हेमंत ऋतु में हिन्दू धर्म के कई महत्वपूर्ण त्योहार मसलन दशहरा, गणेश चतुर्थी, करवाचौथ, धनतेरस, दीपावली, विश्वकर्मा पूजा, गोवर्धन पूजा, भाईदूज और प्रमुख रुप से बिहार में छठ का पर्व बेहद धूम-धाम से मनाया जाता है. इन त्योहारों में घरों में कई स्वादिष्ट पकवान बनते हैं. वहीं मीठे में गुड़ की गजक, तिल के लड्डू, मेवों की मिठाईयां बांटे जाते हैं. इसी कड़ी में शीत ऋतु के करीब आने के साथ-साथ उत्तर भारत के ज्यादातर घरों में सरसों के साग और बाटी चोखा का जमकर लुत्फ उठाया जाता है.

हेमंत ऋतु, शरद ऋतु और शीत ऋतु के बीच का समय होता है, शीत ऋतु से कम ठंडी होती है. जहां शीत ऋतु में तापमान बेहद कम हो जाता है, वहीं इसका औसत तापमान 27 डिग्री सेलसियस तक रहता है. हेमंत ऋतु के दौरान दिन छोटे होने शुरु हो जाते हैं.वहीं रात बड़ी होना शुरु हो जाती हैं.

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हेमंत ऋतु के लाभ और हानि

लाभ

हेमंत ऋतु का महीना हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा माना गया है. इसमें सुबह उठकर व्यायाम करने से और सुबह की हल्की सी धूप लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है. वहीं श ऋतु में हमारी पाचन शक्ति अधिक होती है इस समय ठंड से बचने के लिए हमें गर्म कपड़े पहनने चाहिए. इस ऋतु के समय सबका शरीर स्वस्थ और तंदुरुस्त रहता है.

हानि

इस ऋतु में हमें ठंडी चीजों को नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इस मौसम में ठंडी चीजों का सेवन करने से हमारा स्वास्थ्य बिगड़ सकता है. हालांकि हेमंत ऋतु में मौसम का अचानक गर्मी से सर्दी में परिवर्तित होने के कारण इस दौरान खांसी, बुखार, जुकाम और फ्लू जैसी बिमारियां आम हो जाती हैं. वहीं इस समय त्वचा की समस्या बढ़ जाती है. त्वचा रूखी होने लगती है. इस मौसम में हम अपने शरीर का ध्यान नहीं रखेंगे तो हमारा स्वास्थ बिगढ़ते रहता है. आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा एवं ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पेज फॉलो करें.

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