मदद के लिए भारत लौटी हिजबुल आतंकी की पत्नी ने कहा, ‘हिजबुल मुजाहिद्दीन ने परिवारों को तबाह किया’

पाक की जयघोष के बजाए भारत में रहना सुखमय है!

पाकिस्तान कश्मीर की आजादी और इस्लाम के नाम पर कश्मीर के युवाओं को बरगला कर उन्हें आतंकी बनाता है, जिससे वह इन युवाओं का उपयोग भारत के खिलाफ कर सके। इस तथ्य से भारत का लिबरल तबका नासमझ हो किन्तु कश्मीर के लोगों को बखूबी इससे परिचित हैं। वहीं, एक ख़बर सामने आ रही है कि हिज़बुल मुजाहिद्दीन के आतंकी जिसे भारतीय फौज ने वर्ष 2018 में मार गिराया था, उसकी पत्नी ने भारत आकर जो बयान दिया है, वह कश्मीर पर भ्रम पाले बैठे लोगों की आंखें खोलने जैसा है।

कश्मीर के युवाओं को गुमराह करते हैं आतंकी

दरअसल, मारे गए हिजबुल आतंकवादी की पत्नी रजिया बीबी ने कहा है कि “पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन इस्लाम के नाम पर कश्मीर के युवाओं को गुमराह करते हैं और परिवारों और बच्चों के जीवन को अंधेरे में धकेलते हैं।” बता दें कि रजिया बीवी का जन्म-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में हुआ था। वह बहुत छोटी उम्र में पाकिस्तान चली गई थी, जहां हिज़बुल मुजाहिद्दीन के एक आतंकी से उसका निकाह हुआ था। रजिया बीबी हाल ही में अपने बच्चों के साथ भारत वापस आई हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि “देश लौटना उनके द्वारा लिया गया सबसे अच्छा निर्णय था।”

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गौरतलब है कि मीडिया से बातचीत में रजिया बीवी ने बताया, “मेरे पति की मृत्यु के बाद, उन्होंने (हिजबुल मुजाहिदीन) एक साल के लिए पैसे दिए लेकिन बाद में (पैसे आने) रुक गए। मेरे लिए घर चलाना मुश्किल था। मैंने कुछ पैसे कमाने के लिए दूसरों के लिए घर का काम करना शुरू कर दिया। कुछ दिनों में हमारे पास खाना नहीं था।  यह हमारे लिए बहुत कठिन समय था। मैं अपने बच्चों के भविष्य के बारे में सोचकर रात को सो नहीं पाई। मैं कहना चाहूंगी कि किसी को भी उस दौर से नहीं गुजरना चाहिए, जिससे मेरा परिवार गुजरा है।’

‘मुझे खुशी है कि मैं भारत वापस आई’ : रजिया बीबी

आपको बता दें कि रजिया बीवी के पति को पाकिस्तानी आतंकी संगठनों द्वारा इस्लाम के नाम पर मूर्ख बनाया गया। उससे यह वादा किया गया कि जब वह जन्नत नशीं होगा तब उसके बीवी बच्चों को यहां भोजन की कमी नहीं होगी लेकिन रजिया बीबी और उनके बच्चों को भूखा मरने के लिए छोड़ दिया गया। रजिया बीबी ने बताया कि किस प्रकार वह भारत आकर डरी हुई थी किंतु पुलिस स्टेशन में भारतीय सैनिकों के अच्छे व्यवहार ने उन्हें प्रभावित किया और उन्हें बिल्कुल असहज महसूस नहीं हुआ। उन्होंने कहा, “शुरू में, मैं बहुत डरी हुई थी और सोच रही थी कि हमारा क्या होगा। हालांकि पुलिस कर्मियों ने मेरा और मेरे बच्चों का ख्याल रखा। उन्होंने हमें यह अहसास नहीं होने दिया कि हम थाने में हैं। भारतीय सेना के जवानों का व्यवहार भी बहुत अच्छा था। मुझे खुशी है कि मैं भारत वापस आई।”

पाक की जयघोष के बजाए भारत में रहना सुखमय है

हालांकि, पाकिस्तान की गरीबी हालत की स्थिति का ज्ञान रजिया बीबी को भी हो चुका है। उन्होंने मीडिया से बताया कि कैसे पाकिस्तानी प्रशासन भारतीय मुसलमानों को मूर्ख बनाता है। उन्होंने कहा “वे (पाकिस्तान) अपना ख्याल नहीं रख सकते, वे भारत के लोगों की देखभाल कैसे कर सकते हैं। उन्होंने मेरे पति को मारने के लिए भेजा। वे अपने परिवार को बताए बिना लोगों को भर्ती करते हैं। कभी-कभी कहते हैं कि आदमी तीन-चार दिनों में लौट आएंगे लेकिन वे कभी नहीं लौटते। वे इस्लाम के नाम पर कश्मीर के युवाओं को गुमराह करते हैं। मैं लोगों से आग्रह करता हूं कि वे बंदूकें न उठाएं।  हिजबुल मुजाहिदीन से कहना चाहूंगी, परिवारों को बर्बाद मत करो।”

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वहीं, रजिया बीबी अब सकुशल भारत वापस आ चुकी हैं। वो अब भारत में तमाम कल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी उठाएंगी। ऐसे में, कहा जा सकता है कि रजिया बीबी उन लोगों के लिए एक उदाहरण है, जो आज भी कश्मीर में रहकर पाकिस्तान का जयघोष करते हैं। साथ ही, वो पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों के लिए भी उदाहरण हैं, जिन्हें देखकर वे लोग यह समझ सकते हैं कि भारत में रहना उनके लिए कितना सुखमय हो सकता है।

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