केरल में आयुर्वेदिक दुकान के नाम पर चल रहा था अवैध टेलीफोन एक्सचेंज, हुआ भंडाफोड़

पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और 2 चीनी नागरिकों को बेचे कॉल रूट!

समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज

पिछले कुछ वर्षों से केरल में बढ़ते चरमपंथ से देश की अखंडता और सुरक्षा  पैर मंडरा रहे खतरे को लेकर भारत सरकार चिंतित है। केरल में सांप्रदायिक ताकतों ने आमजनमास को परेशान कर दिया है। आपको बता दें कि केरल में समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज मामले में एक प्रमुख साजिशकर्ता ने एक पाकिस्तानी, बांग्लादेशी और दो चीनी नागरिकों को कॉल रूट बेचे, जिन्होंने कई महीनों तक भारत में अपना सिस्टम संचालित किया।

कोझिकोड पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में एक आरोपी कदममपुझा के मूल निवासी इब्राहिम पुलाटिल ने भी crime branch को बताया कि वह 168 पाक नागरिकों के संपर्क में था।

इब्राहिम ने CBI को बताया कि उसे पाकिस्तानी मोहम्मद रहीम और बांग्लादेशी साहिर से क्रमश: 20 लाख रुपये और 15 लाख रुपये हवाला के रूप में कोडुवल्ली से मिले थे। उसने कहा कि इस मामलें में चीनी महिलाओं का नाम फ्लाई एंड ली रखा गया था।

आपको बता दें कि इस तरह का मामला पहले भी आ चुका है। केरल पुलिस ने पिछले साल पलक्कड़ में एक आयुर्वेद की दुकान की आड़ में एक समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया था। यह एक्सचेंज मेट्टुपालयम स्ट्रीट पर पुलिस की खुफिया जानकारी के आधार पर मिली सूचना के आधार पर जांच के दौरान मिला और इसमें कई सिम और केबल जब्त किए गए थे।

एक्सचेंज का संचालन कीर्ति आयुर्वेदिक नामक संस्था द्वारा किया जाता था। तलाशी के दौरान कई सिम कार्ड, केबल और पते के दस्तावेज जब्त किए गए। पुलिस ने आयुर्वेदिक संस्थान के एक कर्मचारी से भी पूछताछ की थी। कंपनी का स्वामित्व कोझीकोड के मूल निवासी मोइथीन कोया के पास है।

इस घटना के बाद एर्नाकुलम में भी इसी तरह के समानांतर एक्सचेंज का भंडाफोड़ हुआ था, जो एर्नाकुलम जिले के विभिन्न हिस्सों में 14 समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चला रहा था। इस मामलें में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया और अवैध समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज चलाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण जो स्थानीय टेलीफोन कॉलों में अंतरराष्ट्रीय इनकमिंग इंटरनेट कॉलों को पोर्ट करते हैं, वे जब्त कर लिए गए थे।

बाद में यह पता चला कि रैकेट के संबंध अफ्रीकी देशों तक भी फैले हुए थे। प्रमुख आरोपी इब्राहिम पुल्लोटिल से पूछताछ के दौरान अधिकारियों को इसका सबूत मिला, जो बेंगलुरु में इसे चला रहा था। जांच में पाया गया कि उन्हें दुबई में अपने कार्यालय के माध्यम से अफ्रीकी देशों में अपने समकक्षों से भुगतान प्राप्त हुआ था।

हाल ही में, कोयिलैंडी पुलिस स्टेशन में सोने की तस्करी से संबंधित अपहरण मामले की जांच के दौरान, कुछ फोन कॉलों की पहचान अवैध आदान-प्रदान से हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है, “राज्य भर में कई पोक्सो मामलों में शामिल फोन नंबर भी समानांतर एक्सचेंजों से उत्पन्न हुए हैं।”

हाल ही में बेंगलुरु, मेरठ, पटना, मुंबई, नई दिल्ली, कटक, तिरुपति, कोझीकोड, एर्नाकुलम, त्रिशूर, मलप्पुरम और पलक्कड़, और तेलंगाना में रिपोर्ट किए गए समानांतर टेलीकॉम एक्सचेंज मामले दिखाते हैं कि जब्त किए गए उपकरण और संचालन का तरीका समान था। इन दोनों मामलों में पुलिस की जांच-पड़ताल से पता चलता है कि कैसे  इनका पैटर्न बिकुल एक-जैसा था l इस साज़िश से जुड़ी कई बड़े खुलासे कुछ दिनों में सामने आ सकते हैं l

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