PM मोदी पर विवादित टिप्पणी करने वाले कांग्रेस नेता ‘नाना पटोले’ को होनी चाहिए जेल

सारे घटिया नेता कांग्रेस से ही क्यों निकलते हैं?

नाना पटोले

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क्या आपको मालूम है कि भारत वो देश है, जहां कांग्रेसियों को ‘गुंडा’ कहना एक समय में देशद्रोह माना गया था! तथाकथित लोकतांत्रिक दौर में ऐसा ही होता आया है! आज जब वामपंथियो के हिसाब से “असहिष्णु समाज” है, तब क्या हो रहा है? प्रधानमंत्री को गाली देने, उन्हें मारने की बातें की जा रही है। बाहरी लोग या आम लोग यह बात बोलें तो एकबार के लिए समझा जा सकता है, लेकिन जब विपक्ष की पार्टी ऐसे शब्दों में बात करती है तब यह प्रश्न उठता है कि कांग्रेस पार्टी या अन्य राजनीतिक दल किस लोकतांत्रिक माहौल की बात करते हैं? खबर है कि महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने हाल ही में पीएम मोदी को लेकर विवादित टिप्पणी की है।

नाना पटोले ने कहा कि वो प्रधानमंत्री को गाली दे सकते हैं, उनको मार सकते हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि प्रधानमंत्री के लिए ऐसी बात करने वाले नाना पटोले अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनकी एक वीडियो वायरल हो रही है, जिसमें उन्हें स्पष्ट तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह “मोदी को मार सकते हैं”

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भाजपा ने जताया विरोध

हालांकि, वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद भाजपा नेताओं ने उनकी जमकर क्लास लगाई और उनके खिलाफ पुलिस शिकायत भी दर्ज की गई है। एमएलसी चंद्रशेखर बावनकुले ने नाना पटोले पर शिकायत दर्ज कराई है। मामले को बढ़ता देख पटोले ने बाद में सफाई थी और लीपापोती करते हुए कहा कि वो मोदी नाम के एक गांव के गुंडे के बारे में बात कर रहे थे, पीएम के लिए वो बात नहीं कर रहे थे।

लेकिन हाथ कंगन को आरसी क्या और पढ़े लिखे को फ़ारसी क्या? सच्चाई क्या है, वो तो जनता समझ ही रही है। इस मामले पर विरोध जताते हुए भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा, भारतीय जनता युवा मोर्चा ने पटोले का पुतला फूंका और पीएम पर किए गए विवादित टिप्पणी हेतु उनके गिरफ्तारी की मांग की है।

भाजयुमो सदस्य नागपुर में कपास बाजार के पास एकत्रित हुए थे, जहां पटोले के खिलाफ तख्तियां और बैनर प्रदर्शित किए गए। दूसरी ओर कुही थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पटोले की टिप्पणी अक्षम्य है। उन्होंने कहा, “आप उनके शब्द को देखो। पटोले ने कहा कि वह मोदी को मार सकते हैं और पीएम के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल कर सकते हैं। उनके बयान से संकट पैदा हो सकता है और पीएम की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।”

पटोले ने की लीपापोती

विवाद के बाद एक वीडियो जारी करते हुए नाना पटोले ने कहा कि उनका मतलब पीएम से कभी नहीं था। उन्होंने कहा, “आप सभी ने वह वीडियो देखा है, जिसमें मैं बहुत से लोगों से घिरा हुआ हूं और यह चुनाव प्रचार के दौरान का था। वहां लोग मुझसे मोदी नाम के एक गुंडे की शिकायत कर रहे थे और मदद मांग रहे थे।” हालांकि, भाजपा इस मामलें को यूं ही रफा दफा करने के लिए तैयार नहीं है। भाजपा नेता राम कदम ने इस मामले पर पटोले की आलोचना करते हुए राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार पर भी निशाना साधा है।

भाजपा नेता ने कहा है कि वह (MVA) जानते हैं कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं जीत सकते, इसलिए उनके पास इस तरह के अपमान जनक विचार हैं। अब लोगों द्वारा उनके खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करने के बाद नाना पटोले यह कह रहे हैं कि मैंने किसी और के खिलाफ बयान दिया था। भाजपा नेता राम कदम ने महा विकास अघाड़ी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ठाकरे सरकार ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को किसी को पीटने या अपमान करने की अनुमति दी है? उन्होंने कहा, ‘अगर इस मामले में कोई एक्शन नहीं होता है तो हम विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे।’

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पीएम पर सवाल यानी देश के पुरुषार्थ पर सवाल

बताते चले कि पीएम मोदी के प्रति महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा की गई यह असभ्य टिप्पणी एक बड़ी समस्या की जड़ बन सकती है। मौजूदा समय में महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना और NCP  की सरकार है, जिससे नाना पटोले को अपर हैंड प्राप्त है, इसलिए इस तरह प्रधानमंत्री के लिए शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह एक गलत रीत की नींव है। इसकी भर्त्सना अगर आज नहीं कि गई तो आने वाले समय में कोई भी राजनेता देश के संवैधानिक पद पर बैठे किसी भी नेता के बारे में ऐसी घटिया टिप्पणी कर सकता है और बचकर निकल सकता है।

विपक्ष को यह समझना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ भाजपा समर्थकों या वोट डालने वाले लोगों के प्रधानमंत्री नही हैं, बल्कि पूरे राष्ट्र के प्रधानमंत्री हैं। उनके लिए ऐसे घटिया और अपमान जनक शब्दों का इस्तेमाल करना पूरे देश के पुरुषार्थ पर सवाल है। जिस बहुमत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोगों ने चुना है, विरले ही ऐसे आंकड़े सरकार के पक्ष में आते हैं। सारे राजनीतिक दलों को इस बात का सम्मान करना चाहिए। अपने पतन के दौर से गुजर रही कांग्रेस पार्टी यह बात जितनी जल्दी समझ ले, उतना बढ़िया होगा! उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी करने वाले नाना पटोले जल्द ही जेल में होंगे!

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