कांग्रेस का ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ कैंपेन निकला घोटाला, पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्य ने खोली पोल

रिश्वत दो और टिकट लो!

उत्तर प्रदेश के चुनाव में बस अब कुछ दिन हीं रह गए हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर कांग्रेस अपने जनाधार को बढ़ाने में जुटी हुई है उत्तर प्रदेश चुनाव में महिलाओं वोटर को आकर्षित करने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा इस्तेमाल कर रही हैं परंतु अब यह नारा एक घोटाला साबित हो रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ अभियान की पोस्टर गर्ल और कांग्रेस कार्यकर्ता प्रियंका मौर्य ने आरोप लगाया है कि उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए टिकट से वंचित कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने उसके लिए रिश्वत देने से इकार कर दिया था।

एक प्राइवेट मीडिया संसथान से बात करते हुए, उत्तर प्रदेश के राज्य संयोजक प्रियंका मौर्य ने प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव अभियान- ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ को एक दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि यह एक “लॉलीपॉप” था जो उन्हें उनकी पार्टी द्वारा दिया गया था, उन्होंने कहा, कि वास्तव में पार्टी महिला विरोधी और ओबीसी विरोधी है। प्रियंका मौर्य यही नहीं रुकी उन्होंने आगे खुलासा किया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ चुनाव अभियान के तहत आयोजित मैराथन के दौरान महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। प्रियंका मौर्य ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपनी महिला सदस्यों से वादा किया था कि मैराथन में भाग लेने के लिए सबसे अधिक संख्या में महिलाओं को ही चुनावी टिकट मिलने का मौका मिलेगा, लेकिन यह सब महज एक दिखावा था। कांग्रेस कार्यकर्ता ने दावा किया कि टिकट उन्हें देने के बजाय एक महीने पहले पार्टी में शामिल हुए व्यक्ति को दिया गया।

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आगामी उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए ‘शक्ति विधान’ शीर्षक से प्रियंका गांधी वाड्रा के महिला घोषणापत्र का कवर चेहरा होने पर सवाल किए जाने पर, महिला कांग्रेस की राज्य उपाध्यक्ष प्रियंका मौर्य ने कहा कि पार्टी ने महिला और ओबीसी मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए मेरे चेहरे का इस्तेमाल किया, लेकिन जब टिकट वितरण की बात आई तो उन्होंने मेरे ऊपर एक गैर-ओबीसी उम्मीदवार को चुना। कांग्रेस द्वारा बरेली में आयोजित मैराथन के बारे में बोलते हुए, प्रियंका मौर्य ने कहा कि यह बहुत बुरी तरह से आयोजित किया गया था। 5 किमी की दूरी तय करने वाली महिलाओं के लिए कोई जलपान नहीं रखा गया था। वहां बहुत खराब स्थिति थी। दौड़ते हुए कई महिलाएं गिरी। इसके अलावा, जीतने वाले प्रतिभागियों को वादा किए गए पुरस्कार जैसे कि दोपहिया, घड़ियां और स्मार्टफोन देने की बात आने पर कांग्रेस नेताओं पर व्यापक धोखाधड़ी में लिप्त होने का भी आरोप लगाया।

मौर्य ने एक ट्वीट में दावा किया कि, उन्हें टिकट नहीं मिला क्योंकि वह एक ओबीसी लड़की है और प्रियंका गांधी के सचिव संदीप सिंह को रिश्वत नहीं दे सकती थी। उन्होने आगे आरोप लगाया कि उन्हें एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जिसमें फोन करने वाले ने उससे टिकट के बदले में पैसे मांगे, जिसके लिए उसने मना कर दिया। प्रियंका मौर्य लखनऊ की सरोजिनी नगर सीट से यूपी चुनाव लड़ना चाहती थीं लेकिन यह सीट रुद्र दमन सिंह को आवंटित की गई थी। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी टिकट वितरण में चल रही धांधली का मुद्दा नहीं उठाना चाहता और दावा किया कि कांग्रेस में जातिवाद के कारण विधायक नरेश सैनी को पार्टी छोड़नी पड़ी। प्रियंका मौर्य के इस बयान के बाद से कांग्रेस की बोलती बंद हो गई है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस पार्टी पूरे राज्य में ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ के नारे के साथ अभियान चला रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के 125 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जो 10 फरवरी से शुरू होने वाले हैं।

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