Microscope Information in Hindi
आज हम आप इस लेख के माध्यम से Microscope के बारे में बताएंगे कि इसे हिंदी (in Hindi) में क्या कहते है. वहीं इसका इस्तेमाल किस रुप में होता है. Microscope को हिंदी में सूक्ष्मदर्शी कहा जाता है.
सूक्ष्मदर्शी या सूक्ष्मबीन वह प्रकाशिक उपकरण है. जिसकी सहायता से हम आँख से न दिख पाने वाले सूक्ष्म वस्तुओं को भी अच्छे से देख सकते हैं.अर्थात यह अति सूक्ष्म आकार की वस्तु के प्रतिबिंब को बड़ा बना देता है. सूक्ष्मदर्शी कहलाता है. सूक्ष्मदर्शी की सहायता से हम चीजों का अवलोकन व जांच भी करते हैं.
सूक्ष्मदर्शी के विभिन्न प्रकार
सुक्ष्मदर्शी यंत्रों को मुख्यतः निम्न श्रेणियों में बांटा जा सकता है:
1. प्रकाशकीय सूक्ष्मदर्शी
2. इलैक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी
3. परमाण्विक बल सूक्ष्मदर्शी यंत्र
4. घर्षण बल सूक्ष्मदर्शी यंत्र
5. अवलोकन टनलिंग सूक्ष्मदर्शी यंत्र
6. अवलोकन अन्वेषिका सूक्ष्मदर्शी यंत्र
7. अवलोकन वोल्टता सूक्ष्मदर्शी यंत्र
माइक्रोस्कोप यानि सूक्ष्मदर्शी का आविष्कार पहली बार नीदरलैंड में 1600 में किया गया था. इसकी खोज जकारियास जेनसेन ने की थी. जकारियास जेनसेन पेशे से चश्मा बनाया करते थे.
बहुत छोटे सूक्ष्म जीवाणु जिन्हें हम अपनी आंखों से नहीं देख सकते हैं. उसके लिए हम माइक्रोस्कोप का उपयोग करते हैं. माइक्रोस्कोप विज्ञान का एक ऐसा आविष्कार है जो सांस बदलने में बहुत उपयोगी था और इससे कई बीमारियों का पता भी चला था. इससे बहुत सूक्ष्म जीवों को देख सकता है.
वहीं इनके बड़े आकार करके यह पता भी लगाया जा सकता है कि वह किस रोग का जीवाणु हैं. सूक्ष्मदर्शी की सहायता से अति सूक्ष्म चीजों को भी बहुत अच्छी तरह से हजारों गुना बड़ा करके देखा जा सकता हैं.
इन सब के लिए सूक्ष्मदर्शी बहुत महत्वपूर्ण है. माइक्रोस्कोपी का उपयोग पूरी दुनिया में रोगों के नियंत्रण और नई दवाओं की खोज के लिए किया जाता है और शुरुआती सूक्ष्मदर्शी इतने खास नहीं थे लेकिन बाद में उनमें सुधार हुआ और विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मदर्शी आए, आज बहुत आधुनिक सूक्ष्मदर्शी बनाए जा सकते हैं.
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Types Of Microscope In Hindi
सूक्ष्मदर्शी के दो निम्न प्रकार है.
सरल सूक्ष्मदर्शी – (Simple Microscope)
संयुक्त सूक्ष्मदर्शी- (Compound Microscope)
Simple Microscope information in Hindi
सरल सूक्ष्मदर्शी कि सहायता से किसी भी सूक्ष्म वस्तू का प्रतिबिम्ब को बड़े आकार में देखा जाता है. इसके द्वारा सूक्ष्म वस्तु का आभासी, बड़ा, तथा सीधा प्रतिबिम्ब नेत्र से स्पष्ट दूरी पर बनता है.
यह कम फोकस दूरी का उत्तल लेंस होता है जो कि हैण्डलयुक्तफ्रेम में कसा होता है इसे आवर्धकलेन्स भी कहते हैं. इसका अविष्कारजेडजाँनसन ने 1590 में किया था.
सरल सूक्ष्मदर्शी के उपयोग :-
1. सरल सूक्ष्मदर्शी के नियम उपयोग हैं.
2. ज्योतिषी द्वारा हाथ की रेखाओं को देखने में.
3. प्रयोगशालाओं में पाठ्यंक लेने में भी इसका उपयोग होता है .
4. अंगुलियों के निशान देखने में भी इसका इस्तेमाल होता है.
5. घड़ी के छोटे-छोटे पुर्जों को देखने में भी इसको उपयोग में लाया जाता है.
Compound Microscope information in Hindi
इसमें दो उत्तल लेंस होते हैं. पहला लेंस जो कम फोकस दूरी व छोटे द्वारक का होता है. तथा वस्तु की ओर रहता है. अभिदृश्यकलेंस कहलाता है. दूसरा लेंस जो अधिक फोकस दूरी व बड़े द्वारक का होता है. तथा आंख की ओर रहता है. अभिनेत्रलेंस कहलाता है. इन दोनों लेंस एक नलिका के दोनों सिरों पर लगे होते हैं. जिसके कारण इनके बीच की दूरी को घटाया बढ़ाया जा सकता है. सरल सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता 400 – 600 से 2 हजार गुना बढ़ा कर करती है. आशा करते है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर फॉलो करें.