पठानकोट हमले के पीछे खालिस्तानियों का हाथ

ISI के इशारे पर खालिस्तानियों ने किया था आर्मी कैंप पर हमला!

पठानकोट विस्फोट

अगर आप भूल गए हो तो हम याद दिलाना चाहते हैं। 21 नवंबर 2021 को पठानकोट में सेना की छावनी के पास एक बम विस्फोट हुआ था। पुलिस के अनुसार पंजाब के पठानकोट में हुए हथगोला विस्फोट में कोई हताहत नहीं हुआ था।

मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने रात करीब नौ बजे सेना की छावनी के त्रिवेणी गेट के पास ग्रेनेड फेंका था। जिसके बाद जिले भर में अलर्ट जारी कर संदिग्धों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया गया था।

पठानकोट जिला एक संवेदनशील जिला है। जो पाकिस्तान के साथ एक अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करता है, उसी जिले में जनवरी 2016 में एक बड़ा आतंकी हमला देखा था।

अब इस मामलें से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। पंजाब पुलिस ने सोमवार को पाकिस्तान में ISI के इशारे पर काम करने वाले प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) द्वारा समर्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया, जिसमें शामिल छह लोगों को नवंबर में पठानकोट सैन्य शिविर में ग्रेनेड विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) वीके भावरा ने एक विज्ञप्ति में कहा कि शहीद भगत सिंह नगर पुलिस ने उनके पास से छह हथगोले, एक पिस्तौल, एक राइफल के साथ गोलियां और मैगजीन बरामद की हैं।

गिरफ्तार लोगों की पहचान गांव लखनपाल निवासी अमनदीप उर्फ ​​मंत्री, खराल गांव के गुरविंदर सिंह उर्फ ​​गिंडी, गांव खरल निवासी परमिंदर कुमार उर्फ ​​रोहित उर्फ ​​रोहटा, गुन्नूपुर गांव के राजिंदर सिंह उर्फ ​​मल्ही उर्फ ​​निक्कू, गोटपोकर गांव के हरप्रीत सिंह उर्फ ​​ढोलकी और रमन के रूप में हुई है।

आपको बताते चलें कि दो मामलों में अज्ञात व्यक्तियों ने पठानकोट में 11 नवंबर, 2021 को चक्की पुल के पास और 21 नवंबर को पठानकोट छावनी में सेना के त्रिवेणी द्वार के बाहर हथगोले फेंके थे।

इस संबंध में क्रमशः पठानकोट संभाग 2 और संभाग 1 पुलिस थानों में अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे।

बयान में DGP भवरा ने कहा कि आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे योजना बनाने के लिए ISYF के स्वयंभू प्रमुख लखबीर सिंह रोड़े और उनके सहयोगियों सुखमीतपाल सिंह उर्फ ​​सुख भिखारीवाल और सुखप्रीत उर्फ ​​सुख के सीधे संपर्क में थे।

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उन्होंने कहा, “बरामद हथगोले, हथियार और गोला-बारूद को लखबीर रोडे द्वारा सीमा पार से लाया गया था और छह आरोपियों को चिन्हित लक्ष्यों पर हमला करने का काम सौंपा गया था, जो मुख्य रूप से पुलिस और रक्षा प्रतिष्ठान और धार्मिक स्थल थे।”

गिरफ्तार हुए खालिस्तानियों ने पठानकोट में दो बार हैंड ग्रेनेड फेंकने की बात भी कबूल की है।

SBS नगर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कंवरदीप कौर ने बताया कि नगर थाने में UAPA, विस्फोटक एवं शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ISI लिंक भी मिला-

पठानकोट आतंकी हमले की साजिश पाकिस्तान द्वारा की गई थी लेकिन इसे गुरदासपुर जिले के विभिन्न गांवों के स्थानीय लोगों द्वारा अंजाम दिया गया था।

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इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि पाकिस्तान क्या खेल खेल रहा है। पाकिस्तान भारत में सिख उग्रवाद को भड़का रहा है और सक्रिय रूप से खालिस्तान के विचार का समर्थन कर रहा है। खालिस्तान समर्थक गतिविधियों में से अधिकांश जो आप ऑनलाइन देखते हैं, जिसमें रेफरेंडम 2020 जैसे विचित्र विचार शामिल हैं, जिसे इसकी वेबसाइट “पंजाब को मुक्त करने के लिए एक अभियान” के रूप में वर्णित करती है, वह पाकिस्तान से चलती है।

हम जिस बात पर जोर देने की कोशिश कर रहे हैं, वह यह है कि इस तरह के खालिस्तानी एजेंडे को आईएसआई और पाकिस्तान द्वारा लगातार वित्त पोषित किया जाता है। वास्तव में, लोग उस एजेंडे और भारत में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के ISI के प्रयासों के शिकार हो रहे हैं।

दूसरी ओर पाकिस्तान घर पर क्या कर रहा है? वह सिखों को प्रताड़ित कर रहा है, उनका धर्मांतरण कर रहा है, सिख महिलाओं को निशाना बना रहा है और बहुसंख्यक समुदाय के पुरुषों से उनकी जबरदस्ती शादी कर रहा है।

पाकिस्तान के हाथों में खेलने वाले वास्तव में ISI को अपने घर में सिखों को प्रताड़ित करने और भारत में सिखों को खालिस्तानी एजेंडे के तहत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए उकसा रहे हैं।

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