अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्यात किसी भी देश की स्वस्थ्य अर्थव्यवस्था को इंगित करता है। इसी क्रम में भारत ने निर्यात के मोर्चे पर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। दिसंबर 2021 में भारत का निर्यात सालाना आधार पर 37 प्रतिशत बढ़कर 37.29 अरब डॉलर हो गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर बताया कि “यह भारत के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक माल निर्यात था।” वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इसी वर्ष नवंबर में कहा था कि भारत 2030 तक 1 ट्रिलियन डॉलर के सेवा निर्यात लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयार है।
भारत के निर्यात में रिकॉर्डतोड़ वृद्धि
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-दिसंबर 2021 के दौरान आउटबाउंड शिपमेंट 300 बिलियन डॉलर को पार कर गया, जो 2020-21 के निर्यात से अधिक है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि “देश का माल का निर्यात, चालू वित्त वर्ष में $400 बिलियन को पार कर जाएगा।” पिछले दिसंबर की तुलना में इंजीनियरिंग सामानों में 37% की वृद्धि हुई है, रत्न और आभूषण के निर्यात में 15.8%, रेडीमेड कपड़ों में 22%, सूती धागे / फैब / मेड-अप / हथकरघा के निर्यात में 46% और इलेक्ट्रॉनिक सामान में 33% की वृद्धि हुई है। शीर्ष 40 गंतव्यों में से 18 देशों ने निर्धारित लक्ष्य से अधिक हासिल किया है।
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बताते चलें कि अप्रैल-दिसंबर 2021-22 की अवधि के लिए सेवाओं में कुल निर्यात के साथ भारत का सेवा निर्यात भी अच्छा रहा है, जो कि 2020-21 की समान अवधि में 150.08 बिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में 178.81 बिलियन अमरीकी डॉलर है। इसमें 2020-21 की तुलना में 19.14% और 2019-20 में 11.67% की वृद्धि हुई है। अप्रैल-दिसंबर 2021 की अवधि के दौरान कुल आयात बढ़कर $443.71 बिलियन हो गया, जो 2020 की इसी अवधि में दर्ज 262.13 बिलियन डॉलर से 69.27 प्रतिशत अधिक है। वहीं, दिसंबर 2021 में व्यापार घाटा 21.99 अरब डॉलर था जबकि अप्रैल-दिसंबर 2021 के दौरान यह 143.97 अरब डॉलर था।
मजबूत अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है भारत
साथ ही इस सन्दर्भ में पीयूष गोयल ने कहा,“हम 400 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने की राह पर हैं। शीर्ष 10 प्रमुख समूह जो निर्यात का 80 प्रतिशत हिस्सा हैं, पिछले दिसंबर की तुलना में 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।” उन्होंने आगे कहा कि “उत्तर प्रदेश ‘एक जिला, एक उत्पाद’ योजना के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक है। उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष में यूपी का निर्यात बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा।” बता दें कि यूपी सरकार द्वारा ODOP योजना विभिन्न जिलों के स्वदेशी और विशेष उत्पादों को प्रोत्साहित करके राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
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ऐसे में, भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज सुधार की संभावना तभी आएंगी जब निर्यात पर ध्यान दिया जाएगा। भारत वैश्विक स्तर पर आर्थिक महाशक्ति बनने के लिए प्रतिबद्ध है जबकि इस निर्यात में हुई वृद्धि को बनाये रखने हेतु सरकार द्वारा हर स्तर पर मजबूत और समन्वित नीतिगत कदमों की आवश्यकता है ताकि इस अवसर का लाभ लिया जा सके। भारत का मजबूत आर्थिक भविष्य आयात-निर्यात के समन्वित बल पर ही संभव है।