सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी से पहले ही बच्चे की तरह रोने लगे केजरीवाल

आँसू बहाकर बच नहीं सकते 'मफलरमैन'!

सत्येंद्र जैन गिरफ्तार
मुख्य बिंदु

देश में चुनाव का मौहाल है, जहां पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं, देश की राजधानी दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी अन्य राज्यों में अपनी सत्ता की खोज में जुटी हुई है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने चुनाव नज़दीक आते ही अपना ब्लेम गेम वाला रवैया फिर से चालू कर दिया है। दरअसल, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने बीते रविवार को कहा कि पार्टी को खुफिया जानकारी मिली है कि प्रवर्तन निदेशालय पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने की योजना बना रहा है।

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सत्येंद्र जैन की जल्द होंगे गिरफ्तार

केजरीवाल ने कहा, “हमें अपने स्रोतों से जानकारी मिली है कि आने वाले कुछ दिनों में, पंजाब चुनाव से पहले सत्येंद्र जैन को ED गिरफ्तार करने आ रही है। केंद्र ने पहले भी दो बार सत्येंद्र जैन पर छापा मारा था और कुछ नहीं मिला। अब अगर वे फिर से आना चाहते हैं, तो उनका स्वागत है क्योंकि यह चुनावी मौसम है और जब भाजपा ऐसा देखती है तो वह हार रही है, वे सभी केंद्रीय एजेंसियों को तैनात कर रहे हैं। इसलिए  यह स्पष्ट है कि छापे मारे जाएंगे, गिरफ्तारियां की जाएंगी।” केजरीवाल ने रेड पड़ने से पहले और गिरफ्तार होने से पहले ही मीडिया में कुछ न कुछ अनावश्यक मुद्दा उठाकर खुदको और पार्टी को असहाय रूप में दिखाने और सहानुभूति लेने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बैठे।

वहीं, अहंकार के मद में चूर केजरीवाल यह कहते दिखे कि, “सभी केंद्रीय एजेंसियों का न केवल सत्येंद्र जैन के स्थान पर बल्कि मेरे स्थान पर मनीष सिसोदिया के स्थान पर भी स्वागत है और आप भगवंत मान पर भी छापा मार सकते हैं।”

गौरतलब है कि 2017-18 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सत्येंद्र जैन ED के रडार पर आए थे, यह मामला CBI द्वारा दायर किया गया था, जिसमें दावा किया गया था कि एक शेयरधारक  के तौर पर सत्येंद्र जैन चार कंपनियों द्वारा प्राप्त धन के स्रोत की व्याख्या नहीं कर सके। इन चार कंपनियों में प्रयास इंफो सॉल्यूशंस, अकिंचन डेवलपर्स, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स और इंडो-मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। जैन और उनकी पत्नी इन कंपनियों के एक तिहाई शेयरों के कथित धारक थे।

घड़ियाली आंसू बहाकर बच नहीं सकती केजरीवाल की पलटन 

केजरीवाल अपनी और अपने मंत्रियों की ईमानदारी का राग अलापने लगे हैं। वह यह भूल गए कि उनके मंत्री और विधायक इतने ही ईमानदार होते तो पंजाब में AAP के कार्यकर्त्ता टिकट वितरण से नाखुश नहीं होते। केजरीवाल इसी सन्दर्भ में आगे कहते हैं कि, “हम डरते नहीं हैं क्योंकि हम सच्चाई के रास्ते पर हैं और हम चरणजीत सिंह चन्नी की तरह नहीं चिल्लाएंगे क्योंकि हमने कुछ भी गलत नहीं किया है। चन्नीजी परेशान हैं क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ है। लोग अब जानते हैं कि उन्होंने 111 दिनों में क्या किया है। हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है।”

बताते चलें कि यदि केजरीवाल इतने ही सत्यवान होते तो पिछले तीन वर्षों में उनके कई मंत्रियों पर ED और आयकर विभाग का छापा नहीं पड़ता। केजरीवाल के करीबी और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर टॉक टू AK कार्यक्रम के सिलसिले में ED और CBI पूछताछ कर चुकी है। वहीं, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने AAP के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत एक नोटिस भेजा था।

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इसके साथ ही, केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में रोजगार के नाम पर भद्दा मज़ाक करते हुए दिल्ली के युवाओं भटकाने की कोशिश की। बता दें कि एक RTI के माध्यम से हाल ही में पता चला था, आम आदमी पार्टी के अब तक के कार्यकाल में मात्र 250 नौकरियां दी गई हैं। ऐसे में, आम आदमी पार्टी के मंत्री अब प्रवर्तन निदेशालय एवं आयकर विभाग के रडार पर आ गए हैं। वहीं, केजरीवाल ने अपनी पार्टी के नेताओं को सत्यवादी कहने पर स्वयं पछता रहे हैं और अपने पार्टी नेताओं के यहां रेड एवं गिरफ्तारी के डर से घड़ियाली आंसू बहाने का काम कर रहे हैं।

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