सौरमंडल किसे कहते हैं? और सौरमंडल के सभी ग्रहों का वर्णन

सौरमंडल किसे कहते हैं

सौरमंडल किसे कहते हैं?

सूर्य और उसके चारो और चक्कर लगाने वाले ग्रह, उपग्रह, उल्काओं और क्षुद्रग्रहों के समूह को सौरमंडल कहते हैं. सौर मंडल में सूर्य और सभी खगोलीय पिंड गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा एक दूसरे से बंधे होते हैं. सौर मंडल के केंद्र में हमारा सूर्य स्थित है , तथा ये सौरमंडल का सबसे बड़ा तारा भी है. आइये जानते हैं सौरमंडल किसे कहते हैं एवं सौरमंडल के सभी ग्रहों के बारे में.

हमारे सौरमंडल में 8 ग्रह है. जिनके नाम – बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल , बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण हैं. और उनके 172 ज्ञात उपग्रह, पाँच बौने ग्रह और अरबों छोटे पिंड शामिल हैं. आकार में बहुत छोटे होने के कारण प्लूटो को ग्रह की श्रेणी से बौने ग्रह की श्रेणी में गिना जाता है.

सूर्य:-

सौरमंडल किसे कहते हैं यह समझने के लिए हमें सूर्य को समझना होगा सूर्य सौरमंडल का मुखिया है जोकि मंदाकिनी गैलेक्सी में अवस्थित है. आकाशगंगा के अरबों तारों में सूर्य भी एक तारा है. अन्य तारों की भाँति सूर्य में भी विशाल ऊर्जा व ऊष्मा का स्रोत है, जोकि नाभिकीय संलयन द्वारा संपन्न होती है. प्रत्येक तारे में हाईड्रोजन व हीलियम 90% से अधिक होती है. जब हाइड्रोजन के 4 नाभिक संलयित होकर 1 हीलियम नाभिक का निर्माण करते हैं तो इस अभिक्रिया में अपार ऊर्जा मुक्त होती है जिसे नाभिकीय संलयन कहते हैं. और यही सूर्य की ऊर्जा का स्रोत है.

आइये जानते हैं सौरमंडल किसे कहते हैं एवं ग्रहों के बारे में

बुध ग्रह (Mercury) –

यह सूर्य का सबसे निकट ग्रह है. साथ ही यह आकार में सबसे छोटा ग्रह है. बुध सूर्य की परिक्रमा 88 दिन में पूरी करता है. तथा यह ग्रह अन्य ग्रहों की अपेक्षा सूर्य की परिक्रमा सबसे जल्दी पूरी करता है. बुध के पास कोई उपग्रह नहीं है. बुध ग्रह के दिन का तापमान 427°C है तथा रात में बुध ग्रह का तापमान – 173°C है. इसी कारण यहाँ पर वायुमंडल का अभाव है व यहाँ पर जीवन संभव नहीं है.

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शुक्र ग्रह (Venus) –

शुक्र को सुंदरता की देवी भी कहा जाता है. तथा इसे पृथ्वी की जुडवां बहन भी कहते हैं क्योंकि पृथ्वी और शुक्र का आकार , घनत्व और व्यास लगभग एक जैसा ही है.इसे सर्वाधिक गर्म ग्रह भी माना जाता है क्योंकि यहाँ पर कार्बनडाईऑक्साइड तथा सल्फर डाई ऑक्साइड (90% से अधिक) के बादल पाये जाते हैं . सौरमंडल का सर्वाधिक चमकने वाला ग्रह शुक्र है. इसे सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में 224.7 दिन का समय लगता है. शुक्र का कोई उपग्रह नहीं है.

पृथ्वी ग्रह (Earth) –

यह सौरमंडल का तीसरा ग्रह है, पृथ्वी सौरमंडल का एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन संभव है. इसका 71% भाग जल तथा शेष भाग भूमि से ढका हुआ है. पृथ्वी अपने अक्ष पर परिभ्रमण 24 घंटे में पूरा करती है. पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा 365 दिन 6 घंटे में पूरा करती है.पृथ्वी अपने अक्ष पर साढ़े तेइस डिग्री झुकी हुई है. पृथ्वी की आकृति गोलाभ है.

मंगल (Mars) –

मंगल ग्रह को लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है. इसको घूर्णन करने में लगभग 24 घंटे लगते हैं.यह सूर्य की परिक्रमा 687 दिन में करता है.यह अपनी धुरी पर 25° झुका हुआ है. यहाँ की घाटियाँ रेगिस्तान और बर्फीली चोटियाँ पृथ्वी के समान ही है. हमारे सौरमंडल का सबसे ऊंचा पर्वत ओलंपस मोन्स मंगल ग्रह पर स्थित है. अतः वैज्ञानिकों का मानना है कि, पृथ्वी की तरह यहाँ भी जीवन संभव हो सकता है.

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बृहस्पति (Jupiter) –

इस ग्रह को पीला ग्रह भी कहते हैं. यह सौरमंडल का ब्रहस्पति सबसे बड़ा ग्रह है. यह अपने अक्ष पर घूर्णन 9 घन्टे 56 मिनट में करता है. ब्रहस्पति सूर्य की परिक्रमा लगभग 12 वर्ष में पूरी करता है. इसका द्रव्यमान सौर मंडल के अन्य ग्रहों के कुल द्रव्यमान का ढाई गुना तथा सूर्य के हजारहवे में भाग के बराबर है. इस ग्रह के 79 उपग्रह है. इस ग्रह पर हाइड्रोजन ,हीलियम तथा मेथेन गैस की अधिकता है.

शनि (Saturn) –

पूरे सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह शनि है. सौरमंडल में सबसे ज़्यादा उपग्रह(82) इसी ग्रह के है. यह अपने अक्ष पर घूर्णन 10 घंटे 40 मिनट में पूरा करता है. शनि सूर्य की परिक्रमा लगभग 29 वर्ष में पूरी करता है. शनि ग्रह के 82 उपग्रह खोजे जा चुके हैं. शनि का सबसे बड़ा उपग्रह टाइटन है. शनि का एक उपग्रह फोबे जो उल्टी दिशा में मूव करता है. इस ग्रह को गैलीलियो गैलीलि ने दूरबीन से खोजी थी. शनि ग्रह पर 75% हाइड्रोजन और 25% हीलियम गैस है. जल, मिथेन, अमोनिया और पत्थर यहाँ बहुत कम मात्रा में पाए जाते हैं.

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अरुण (Uranus) –

यह दूरबीन द्वारा पाए जाने वाला पहला ग्रह था. इसे युरेनस भी कहते हैं. युरेनस प्रत्येक 84 पृथ्वी वर्षों में सूर्य का एक चक्कर लगाता है. सूर्य से इसकी औसत दूरी लगभग 3 अरब किलोमीटर है. युरेनस का द्रव्यमान पृथ्वी की तुलना में 14.5 गुना है. यहाँ पर मीथेन गैस की अधिकता के कारण इसे हरित ग्रह भी कहते हैं. युरेनस के 27 ज्ञात प्राकृतिक उपग्रह है. यह अपने अक्ष पर घूर्णन 17 घंटे 14 मिनटमें पूरा करता है. सूर्य से वरुण की दूरी 2870 million k.m है. अधिक झुका होने के कारण लेटा हुआ प्रतीत होता है.

वरुण (Neptune) –

वरुण ग्रह को नेपच्यून भी कहा जाता है. यह अपने अक्ष पर घूर्णन लगभग 16 ya 19 घंटे में पूरी करता है. यह सूर्य की परिक्रमा 164 वर्ष में पूरी करता है. व्यास के आधार पर यह सौर मण्डल का चौथा और द्रव्यमान के आधार पर तीसरा बड़ा ग्रह है. इसका द्रव्यमान पृथ्वी से 17 गुना अधिक है. वरुण की सूर्य से दूरी 449 करोड़ 83 लाख है. अरुण व वरुण ग्रह को जुड़वा ग्रह भी कहते हैं. वरुण ग्रह के उपग्रह 13 हैं. आशा करते है कि सौरमंडल किसे कहते हैं? से जुड़ा यह लेख आपको पसंद आया होगा एवं ऐसे ही लेख और न्यूज पढ़ने के लिए कृपया हमारा ट्विटर पेज फॉलो करें.

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