देश के किसी भी राज्य में चुनाव हो और वहां के किसी नेता की पुरानी जन्म-कुंडली बाहर न आये, ऐसा कभी हो ही नहीं सकता। अक्सर ये काम विरोधी दल ही किया करते हैं, लेकिन किसी नेता का कोई सगा-संबंधी ही चुनाव से ऐन पहले इसे अंज़ाम दे डाले, तो वह सिर्फ़ उस नेता के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी पार्टी के लिए शर्मिंदगी की ऐसी वजह बन जाती है कि उसे ‘बैक फुट’ पर आने के लिए मज़बूर होना पड़ता है। मौजूदा समय में पंजाब के CM बनने की दौड़ में लगे राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। दरअसल, बीते दिन शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की बड़ी बहन होने का दावा करते हुए एक महिला ने कहा है कि वह (सिद्धू) एक “क्रूर आदमी” है और नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने पिता की मृत्यु के तुरंत बाद अपनी मां और सबसे बड़ी बहन को “त्याग” दिया था।
सुमन तूर के रूप में पहचानी जाने वाली महिला ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने तथ्य रखें। जिसके बाद से ही बवाल मचा हुआ है।
नवजोत सिंह सिद्धू की बहन होने का दावा करने वाली सुमन तूर ने कहा कि वह एक एनआरआई हैं, जो अपने डॉक्टर पति के साथ अमेरिका में रहती हैं और सिद्धू से 15 साल बड़ी हैं। मौजूदा समय में सुमन तूर चंडीगढ़ में हैं। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तूर ने कहा, ‘मैं 20 जनवरी को सिद्धू से मिलने अमृतसर भी गई थी, लेकिन उन्होंने मुझे गेट के अंदर आने से भी मना कर दिया। उसने मुझे अपने मोबाइल फोन पर ब्लॉक कर दिया है। मैंने उससे कहा, ‘शेरी, तुम बहुत क्रूर आदमी हो’, उसने मेरे साथ सभी संबंध तोड़ दिए हैं और मेरे अस्तित्व को नकार दिया है।”
#WATCH | Chandigarh: Punjab Congress chief Navjot Singh Sidhu's sister from the US, Suman Toor alleges that he abandoned their old-aged mother after the death of their father in 1986 & she later died as a destitute woman at Delhi railway station in 1989.
(Source: Suman Toor) pic.twitter.com/SveEP9YrsD
— ANI (@ANI) January 28, 2022
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बेसहारा महिला के रुप में हो गई थी उनकी मां की मृत्यु
यह बताते हुए कि सिद्धू ने अपनी मां के साथ कैसा व्यवहार किया, तूर भावुक हो गईं और आरोप लगाया कि सिद्धू ने उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया था। उन्होंने कहा, वर्ष 1989 में मेरी मां का दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक बेसहारा महिला के रुप में निधन हो गया था। तूर ने कहा कि उनकी एक बड़ी बहन भी थी, जिनकी मृत्यु हो गई थी। अपनी बात को पूरा समझाते हुए तूर ने कहा, “हमने 1986 में अपने पिता की मृत्यु के बाद बहुत कठिन समय देखा है। सिद्धू ने हमसे सब कुछ छीन लिया। मेरे पिता की सारी मेहनत बेकार हो गई, क्योंकि हमें उस घर में रहने की भी अनुमति नहीं थी, जिसे उन्होंने हम सभी के लिए बनाया था।”
ज्ञात हो सिद्धू आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रमुख दावेदारों में से एक हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने बीते गुरुवार को राहुल गांधी के एक दिवसीय पंजाब दौरे पर उनकी मौजूदगी में कहा था कि चुनावी मैदान में हार और जीत का फैसला दो बातों से होती है। चेहरा कौन है और मुद्दे क्या हैं। इसलिए आपको चीफ मिनिस्टर फेस बताना चाहिए। यह सिद्धू की सीएम बनने की महत्वकांक्षाओं को फिर से दर्शाने लगा ही था कि अगले ही दिन सुमन तूर की प्रेस वार्ता हो गई।
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इकलौते सिद्धू का कर्मकांड!
सुमन तूर ने अपने आरोपों की श्रृंखला में एक आरोप यह लगाया कि सिद्धू ने अपने लालच के कारण सभी पारिवारिक संबंधों को समाप्त कर दिया था और अपने पिता की मृत्यु के तुरंत बाद ही उनकी मां और सबसे बड़ी बहन को घर से बाहर निकाल दिया था। तूर ने दावा किया कि सिद्धू जीवन भर अपने माता-पिता के बारे में झूठ बोलते रहे हैं। उन्होंने सिद्धू के उस दावे को खारिज किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब वो दो साल के थे, तब ही उनके माता-पिता अलग हो गए थे लेकिन यह झूठ था। तूर ने एक “पारिवारिक फोटो” भी साझा किया और सवाल करते हुए कहा कि “क्या वह इस तस्वीर में दो वर्ष के दिख रहे हैं?”
उन्होंने कहा, ‘मैं अभी जो कह रही हूं, उसके सबूत मेरे पास हैं। सिद्धू, जिनके पास हर बात का सबूत है, को इस बारे में सबूत पेश करने के लिए कहा जाना चाहिए। मैं उनसे आमने-सामने बात करने के लिए तैयार हूं। सिद्धू ने अपनी माँ और बहन को पारिवारिक रूप से भिन्न कर दिया और उन्हें लावारिस जैसी हालत में छोड़ दिया। यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि एक पारिवारिक मुद्दा है, मैं अभी इसलिए सामने आई हूं, क्योंकि मेरे पास पूरे सबूत हैं।” तूर ने आगे बताया कि उनकी सबसे बड़ी बहन का नाम नीलम महाजन था और उनकी मां एक हिंदू थी। उन्होंने कहा, “सिद्धू मेरा इकलौता भाई है, लेकिन मैं अपनी मां के लिए न्याय चाहती हूं।”
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बुरी तरह फंस गए हैं नवजोत सिंह सिद्धू
सुमन तूर के दावों में कितना सच है, ये तो 32 बरस पहले उनके नजदीकी ही जानते होंगे, क्योंकि उनका कहना है कि वो 1990 में पंजाब से अमेरिका चली गई थी। साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया है कि नवजोत सिद्धू से मिलने वो उनके अमृतसर स्थित घर पर भी गई थी, लेकिन उन्होंने दरवाजा तक नहीं खोला। अब जब तक दोनों आमने-सामने नहीं आते, तब तक सच्चाई भी निकल कर सामने नहीं आएगी। क्रिकेट औऱ टीवी की दुनिया के बाद सियासत में अपना नाम चमकाने वाले नवजोत सिद्धू की पारिवारिक जिंदगी का सच आखिर क्या है, ये शायद लोग अब तक नहीं जानते थे। लेक़िन सुमन तूर के इन आरोपों के बाद सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने इसका खुलासा कर दिया है।
उन्होंने अपने पति का बचाव करते हुए इस हक़ीक़त को लोगों के सामने रखा है कि सिद्धू के पिता भगवंत सिंह ने दो शादियां की थी। लिहाज़ा, सिद्धू की दो बहन उनके पिता की पहली शादी से हैं, इसलिये वे सगी नहीं हैं और चुनाव के वक़्त किसी भी मकसद से वे ऐसे आरोप लगा सकती हैं। लेकिन सोचने वाली बात ये है कि नवजोत सिद्धू तो इससे पहले भी कई चुनाव जीतकर सांसद, विधायक और पंजाब सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं, तब तो कोई सवाल नहीं उठें।
हालांकि, नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर तूर ने जिन बातों का जिक्र किया है, अगर वो सच होती हैं तो यह सिद्धू के ताबूत में आखिरी कील साबित हो सकती है! तूर के दावों से यह भी सिद्ध होता दिख रहा है कि आज के परिवेश में रिश्ते-नाते मात्र एक खेल का हिस्सा बन गए हैं। अपना उल्लू सीधा करने के लिए कोई भी किसी भी हद तक जा सकता है। यह मामला अब यह मात्र एक बहन का मामला नहीं, बल्कि देश की हर बहन इस मुद्दे पर सिद्धू को हज़ार लानतें भेजने को तैयार हैं, क्योंकि रिश्तों को तार-तार करना भारतीय संस्कृति में किसी अपराध से कम नहीं है!