हिंदू देवी-देवता बने सुपरहीरो, वीडियो गेम स्माइट में महादेव और माँ काली का होगा चित्रण

हिन्दुओं को लुभाना चाहती हैं विदेशी ऑनलाइन वीडियो गेम कंपनियां!

स्माइट

राजनीतिक पृष्ठभूमि में एक शब्द बेहद प्रचलित है, “मौसम वैज्ञानिक”, इसका आशय राजनितिक दलों और उनके उन नेताओं से है जो चुनाव से पूर्व ही हवा भांप लेते हैं कि आने वाले समय में किसकी सरकार बनेगी और उसी में चुनाव पूर्व शामिल हो जाते हैं। अब कुछ ऐसा ही हाल प्रौद्योगिकी का भी हो चला है। दरअसल, स्माइट, लोकप्रिय थर्ड-पर्सन मल्टीप्लेयर ऑनलाइन बैटल एरीना वीडियो गेम, जो अपने बैटल ऑफ़ गोड्स (देवताओं की लड़ाई) के लिए जाना जाता है, उसने अब हिंदू पौराणिक कथाओं में से भगवान शिव को अपने नवीनतम प्रयोग के रूप में पेश किया है। इससे एक ओर यह पता चल रहा है कि स्माइट के अधिकतम उपयोगकर्ता निस्संदेह भारतीय मूल के होंगे ही वरना वो भगवान शिव की छवि का उपयोग ही क्यों करता? दूसरी ओर अपने लाभ के लिए जहाँ स्माइट जैसा विदेशी ऑनलाइन वीडियो गेम कंपनियां अपना उल्लू सीधा करने के लिए भगवान शिव की छवि का प्रयोग कर रही हैं तो वहीं टैक जगत में अपनी पैंठ जमा चुका भारत इस तरह के प्रयोगों में पीछे हैl

अब स्माइट ने जिस प्रकार अपनी योजनागत शैली के तहत हिन्दू धर्म के इष्ट महादेव को अपने गेम का पात्र बनाने निर्णय किया है उससे यह बात साफ़ हो जाती है कि अपने पीछे के कर्मकांडों से या तो स्माइट सबक लेकर फरवरी माह से भगवन शिव की छवि का उपयोग अच्छे ढंग से करेगा नहीं तो पुनः इसका बंदोबस्त किया जाएगा क्योंकि भारतीय इतिहास और हिन्दू देवी देवताओं के मामले में इसी स्माइट का हाथ तंग रहा है। उदहारण स्वरुप, जून 2012 में, कुछ हिंदू नेता स्माइट में कई हिंदू देवताओं की छवियों को शामिल करने और इस तथ्य से कि उन सभी देवी-देवताओं की छवि खिलाड़ी-नियंत्रित हैं नाराज़ थे। अर्थात गेम में जिन देवी-देवताओं की छवि का उपयोग किया गया वो क्या करेंगे उसका निर्धारण गेम खेलने वाला व्यक्ति करेगा। इसी बात को लेकर कई हिन्दू संगठन उस दौरान भी रुष्ट हो गए थे, उस दौरान जिन देवी-देवताओं की छवि के उपयोग पर सवाल उठाया गया था, वे थे अग्नि देवता, काली माँ, और श्री हरि विष्णु का वामन अवतारl इतना ही नहीं गेम के अंतर्गत काली माँ को जो वस्त्र पहने दिखाए जाता है उसपर विशेष विरोध हुआ था।

भारत इस तरह के प्रयोगों में पीछे है

भारत में घर-घर के भीतर एक बहुमुखी प्रतिभा निर्मित हो रही है पर यह विडंबना ही है कि टैक के नाम पर जो विकृत मानसिकता ख्याति पा रही है वो निंदनीय है। 20 वर्षीय YouTuber हैप्पी गोल्डस्मिथ जिसका असल नाम मनप्रीत सिंह है, उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चुक को आधार बनाते हुए एक गेम न केवल खेला, अपितु यूट्यूब पर भी संचालित किया जिसमें पीएम मोदी की हत्या कर दी जाती है ऐसा प्रदर्शित किया गया था। ऐसा नहीं है कि टैक क्षेत्र में भारतीय यही सब कर रहे हैं, ये एक अपवाद की श्रेणी में आता है पर यह सर्विदित है कि जब-जब भारत में भारत के भीतर ही विघटन या देशविरोधी स्वर उठते है तो पश्चिमी मीडिया के लिए वो ब्रेकिंग न्यूज़ और फ्रंट पेज़ वाली खबर हो जाती है जिससे मात्र देश का ही नाम खराब और देश का ही दुष्प्रचार होता है।

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ज्ञात हो कि आगामी फरवरी माह में शिव, नाम के विनाशक चरित्र को खेल के सीजन 9 में पेश किया जा रहा है। स्माइट गेम डेवलपर्स ने वास्तव में इन-गेम चरित्र की विशेषताओं का खुलासा नहीं किया है l हालांकि, उन्होंने उल्लेख किया है कि उन्होंने सलाहकारों के साथ काम किया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हिंदू भगवान को किसी भी भावनाओं को आहत किए बिना सटीक रूप से चित्रित किया जा सके।

भगवन शिव के अतिरिक्त भगवान गणेश,अग्नि देवता, काली माँ, प्रभु श्रीराम, रावण, वामन और कुंभकर्ण, बकासुर को भी इस खेल के पत्रों की सूची में शामिल किया गया है। इन सबके पात्र फरवरी 2022 में लाइव होने वाले हैं। पात्रों के लिए सिनेमाई वीडियो भगवान शिव को उनकी महिमा में दिखाता है, और अन्य भारतीय देवताओं के मुकाबले, भगवान शिव सबसे सटीक दिखते हैं जिनके पास एक अलग सौंदर्य स्पर्श है, – चाहे वह तीसरी आंख चमकती हो या ‘नील’ कंठ’ हो।

अब यह तो समय बताएगा कि क्या भगवान शिव को खेल में शामिल करने से दुनिया भर के हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, या वे इस खेल को अपनाएंगे और आनंदित और प्रफुल्ल्ति महसूस करेंगे।

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