देश की जनता के साथ अब भारत सरकार भी कश्मीर मसले पर ‘चिल्लाने’ वाली हुंडई की क्लास लगा रही है

देश विरोध की बात कर ऐसे कैसे बच जाओगे Hyundai !

हुंडई कश्मीर

Source- Google

भारत में व्यापार करने वाली प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा कश्मीर को लक्षित करने वाले कई विवादास्पद पोस्ट सामने आए हैं, जिसे लेकर बवाल मचा हुआ है। यह कंपनियां भूल गई हैं कि वो समय गया, जब MNC कंपनियां देश के आंतरिक मामलों पर कुछ भी बोल कर निकल जाती थी और उन पर किसी भी तरह का कोई एक्शन नहीं होता था। अब मोदी सरकार देश की संप्रभुता और अखंडता पर सवाल उठाने वाली इन कंपनियों को नए और सशक्त भारत का पाठ पढ़ा रही है। और साथ ही यह भी स्पष्ट कर रही है कि देश क्षेत्रीय अखंडता के मामले में किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं करेगा। इसी बीच भारत सरकार ने कश्मीर मुद्दे पर हुंडई द्वारा किए गए विवादास्पद ट्वीट को लेकर उसकी जमकर क्लास लगाई है।

मोदी सरकार ने स्पष्ट कर दी है स्थिति

दरअसल, पाकिस्तान में हुंडई डीलर, हुंडई पाकिस्तान ऑफिशियल (@hyundai PakistanOfficial) ने कश्मीर में अलगाववादियों का समर्थन करते हुए एक संदेश पोस्ट किया। यह ट्वीट कश्मीर एकजुटता दिवस का समर्थन करने के लिए किया गया था। हुंडई के ट्वीट में इसे “स्वतंत्रता के लिए संघर्ष” बताया गया। जिसे लेकर जमकर बवाल मचा और भारत में ट्विटर पर #BoycottHyundai ट्रेंड करने लगा। कई लोगों ने देश में कंपनी के उत्पादों को बैन करने की मांग की, तो कुछ लोगों ने उसके प्रोडक्ट को न खरीदने का आह्वान किया। ध्यान देने वाली बात है कि यह तब हो रहा है, जब भारत में हुंडई की गाड़ियां धड़ल्ले से बिक रही है। भारत के ऑटोमोबाइल बाजार पर मारुति सुजुकी के बाद हुंडई का ही आधिपत्य है।

और पढ़ें: भारतीयों के दबाव में झुकी हुंडई इंडिया, बिना शर्त मांगी माफी

हालांकि, इस दक्षिण कोरियाई कंपनी ने सार्वजनिक तौर पर कई चरणों में माफी मांगी है, लेकिन हालिया प्रकरण के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि भारत इतनी आसानी से माफी स्वीकार करने के मूड में नहीं है। बताया जा रहा है कि भारत सरकार की ओर से हुंडई को समन भी जारी कर दिया गया है। इस मामले पर विदेश मंत्रालय ने साफ-साफ बोल दिया है कि भारत ने तथाकथित कश्मीर एकजुटता दिवस पर हुंडई पाकिस्तान द्वारा “अस्वीकार्य” सोशल मीडिया पोस्ट पर दक्षिण कोरियाई राजदूत को तलब किया है और उन्हें स्पष्ट रूप से अवगत कराया है कि इस मामले पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह देश की क्षेत्रीय अखंडता से संबंधित है।

विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री चुंग यूई-योंग ने भी विदेश मंत्री एस जयशंकर से संपर्क किया है। एक ओर कोरिया गणराज्य के विदेश मंत्री ने जहां कई मुद्दों पर चर्चा की, उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर भी खेद जताया है। इस मामलें पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि दक्षिण कोरियाई दूत को सोमवार को तलब किया गया और सोशल मीडिया पोस्ट पर सरकार की ‘कड़ी नाराजगी’ से अवगत कराया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत को उम्मीद है कि कंपनी इस मुद्दे को ठीक से हल करने के लिए “उचित कार्रवाई” करेगी।

और पढ़ें: ‘हलाल’ चिकन सप्लायर KFC ने Hyundai से पहले भी किया था ‘फ्री-कश्मीर’ का ड्रामा

हुंडई मोटर्स को अपनी माफी में सशक्त होने के लिए कहा गया

ध्यान देने वाली बात है कि Hyundai Motor India, Maruti Suzuki India के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी है। यह फिलहाल घरेलू बाजार में क्रेटा और वेन्यू समेत 12 मॉडल बेचती है। पिछले साल दिसंबर में, ऑटोमेकर ने वर्ष 2028 तक भारत में लगभग छह इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने के लिए लगभग 4,000 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना की घोषणा की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में विदेशी कंपनियों के निवेश का स्वागत करता है, लेकिन यह भी उम्मीद की जाती है कि ऐसी कंपनियां या उनके सहयोगी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मामलों पर “गलत और भ्रामक” टिप्पणियों से परहेज करेंगी।

बागची ने आगे कहा, “हमने तथाकथित कश्मीर एकजुटता दिवस पर हुंडई पाकिस्तान द्वारा बनाई गई एक सोशल मीडिया पोस्ट देखी थी। रविवार को इस सोशल मीडिया पोस्ट के तुरंत बाद, सियोल में हमारे राजदूत ने हुंडई मुख्यालय से संपर्क किया और स्पष्टीकरण मांगा।” वहीं, दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार ने हुंडई मोटर्स को इस मामले पर अपनी स्पष्ट माफी में और अधिक सशक्त होने के लिए कहा है।

हुंडई ग्लोबल ने जताया खेद

आपको बताते चलें कि हुंडई पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मुद्दे पर विवादास्पद टिप्पणी के बाद, हुंडई मोटर इंडिया ने एक बयान जारी कर कहा कि वह राष्ट्रवाद का सम्मान करने के अपने लोकाचार पर दृढ़ है। लेकिन यह बयान सोशल मीडिया पर लोगों को न पसंद आया और न ही पर्याप्त लगा। लोग दक्षिण कोरियाई ऑटो दिग्गज से बिना शर्त माफी मांग रहे थे। ध्यान देने वाली बात है कि Hyundai और Kia दोनों को सोशल मीडिया पर बैकलैश का सामना करना पड़ रहा है और अभी भी #BoycottHyundai ट्रेंड कर रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए Hyundai Global ने एक बयान जारी कर कहा है कि उन्हें इस ‘असुविधा के लिए खेद है’ और डीलर पार्टनर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। कंपनी के अनुसार, ट्वीट को हटा दिया गया है क्योंकि यह धार्मिक और राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणी करने की कंपनी की नीति के खिलाफ है।

गौरतलब है कि भारत के आंतरिक और संवेदनशील मामलों पर अपनी चिकनी-चुपड़ी प्रतिक्रिया देने वाली इन MNC कंपनियों को ये समझना होगा कि अगर ये भारत के एकता और अखंडता को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचाने की कोशिश करेंगी, तो भारत की यही एकता उन्हें उनकी औकात दिखा देगी। जिस तरह से सोशल मीडिया पर इन कंपनियों के बॉयकॉट की बात की जा रही है, इसका असर उनके गिरते ब्रांड वैल्यू पर भी देखने को मिल सकता है! भारत का नेतृत्व करने लोगों ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि देश की संप्रभुता और अखंडता के साथ किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा!

और पढ़ें: आखिर क्या खिचड़ी पक रही है Hyundai India? कश्मीर पर चिल्लाए तो ‘कैंसल’ हो जाओगे

Exit mobile version