बैंगलोर में है एशिया का सबसे बड़ा VFX-Animation Studio

VFX एवं ग्राफ़िक्स के क्षेत्र में बड़ी ताकत बनेगा भारत

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भारत तकनीकी रूप से एक समृद्ध देश है। यहां पर प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। जब जब भारतीय प्रतिभाओं को मौका मिला है, उन्होंने अपने कौशल से दुनिया में लोहा मनवाया है। तकनीकी रूप से लगातार प्रगति कर रहे भारत में एक नया विकास हुआ है। अब भारत के पास एशिया का सबसे बड़ा विएफेक्स स्टूडियो है|

कर्नाटक ने 40 करोड़ रुपये की लागत से बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड में एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स (एवीजीसी) के लिए एशिया का सबसे बड़ा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) स्थापित किया है। इस CoE का उद्घाटन 3 फरवरी को हुआ है। यह स्थल इस क्षेत्र से जुड़े लोगों को मंच प्रदान करेगा|

उद्घाटन के मौके पर इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, बीटी और उच्च शिक्षा मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण ने कहा, “भारत वैश्विक AVGC बाजार का लगभग 10% हिस्सा रखता है और 2027 तक 20-25% तक पहुंचने की भी क्षमता रखता है। कर्नाटक देश में मौजूद इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहा है। यह CoE रचनात्मक उद्योगों के लिए डिजिटल उत्कृष्टता लाता है।’

 

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मंत्री ने कहा ,CoE में एक फिनिशिंग स्कूल भी है जो Virtual reality, digital compression, photogrammetry, facilitation of education, real time virtual production और अन्य उभरती प्रौद्योगिकियों पर अद्वितीय पाठ्यक्रम प्रदान करता है। उन्होंने कहा ,”राज्य एक वर्ष के भीतर नई AVGC नीति लेकर आएगा और समर्पित ‘डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट एरिया’ स्थापित करने के लिए एक वर्ष के भीतर आवश्यक भूमि प्रदान कर दी जाएगी। राज्य भर में विशेष रूप से विश्वविद्यालयों के परिसरों में कई छोटे CoE भी स्थापित किए जाएंगे।

श्री नारायण के अनुसार, वर्तमान में केवल 35% छात्र ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इस कमी को पूरा करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति में ‘कहानी सुनाने’ को शिक्षा का आधार बनाने की परिकल्पना की गई है जबकि मिश्रित शिक्षा इसका समर्थन करेगी। AVGC पर भरोसा करके, सीखने को और अधिक जिज्ञासु और रोचक बनाया जा सकता है।

इस मौके पर डायरेक्टर Dr. E. V. Ramana Reddy ने कहा कि कर्नाटक में कुल 300 से अधिक एनिमेशन, VFX और गेमिंग स्टूडियो संचालित हैं, जिनमें 15,000 से अधिक पेशेवर लोग कार्यरत हैं। इस CoE के लॉन्च के साथ, AVGC पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक लाभ होगा।

उन्होंने आगे कहा, CoE का उद्देश्य स्टार्ट-अप्स, AVGC स्टूडियोज और पेशेवरों को सिंडिकेट करना (एक साथ जोड़ना) और सर्वोत्तम सुविधाएं और प्रौद्योगिकियां उपलब्ध कराना है, जिन्हें व्यक्तिगत रूप से इस तरह के उच्च-प्रौद्योगिकी उत्पादों और संपर्कों के लिए पैसा जुटाना मुश्किल लगता है।

ABAI (जिसे पहले एसोसिएशन ऑफ बैंगलोर एनिमेशन इंडस्ट्री कहा जाता था) के पूर्व अध्यक्ष बीरेन घोष ने कहा ,यह सह-कार्यस्थल स्टूडियो को सामग्री के निर्माण और विकास पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है। Government of Karnataka  ने इस अनूठी परियोजना को अनुदान के साथ समर्थन देकर उद्योग को एक बड़ा मंच प्रदान किया है और ऐसी सुविधा किसी भी देश में साझा संसाधन (shared resource) के रूप में मौजूद नहीं है।

यह आवश्यक है की ऐसे स्थलों का निर्माण करके देश की प्रतिभा को मंच दिया जाये और प्रोत्साहित किया जाये, कर्नाटक सरकार द्वारा इस तरह से उद्यमी विचार को प्रोत्साहन देना तो बस एक शुरुआत है| यह नए भारत की बदलती हुई तस्वीर है|

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