चन्नी ने पंजाब में यूपी और बिहार के लोगों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की और प्रियंका ने इसे मंजूरी भी दे दी

पंजाब चुनाव में 'चवन्नी' साबित होंगे 'चन्नी'!

चन्नी

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आज़ादी के समय देश ने कई विभाजनकर्ता देखे, लेकिन आज के मौजूदा परिदृश्य में भी कुछ ऐसे विभाजनकर्ता हैं जो देश को बांटने और देश की एकता एवं अखंडता को दांव पर लगाने का कोई कसर नहीं छोड़ते। कांग्रेस नेताओं को तो देशविरोधी बयानबाजी करने में मास्टर डिग्री हासिल है! मौका मिलते ही वे जहर उगलने से बाज नहीं आते। इसी कड़ी में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कुछ ऐसा बयान दिया है, जिसे लेकर देश की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। इस आर्टिकल में हम कुत्सित मानसिकता वाले पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के उस विभाजनकारी संवाद के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिससे उन्होंने देश की संप्रभुता को खतरे में डालने की कोशिश की है।

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जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बीते दिन बुधवार को उस समय विवाद खड़ा कर दिया, जब उन्होंने कहा कि वह “यूपी, बिहार के भैया” को पंजाब में प्रवेश नहीं करने देंगे, जबकि उस समय यूपी चुनावी की कांग्रेस प्रभारी और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उनके साथ वहीं खड़ी थी। चन्नी के इस बयान के बाद प्रियंका गांधी भी तालियां पीटते दिखी, जो कांग्रेस पार्टी की घृणित मानसिकता को प्रदर्शित करता है। गौरतलब है कि रोपड़ में एक रोड शो में पंजाब कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार चन्नी ने कहा कि प्रियंका गांधी पंजाबियों की बहू थी। उन्होंने कहा कि वे “यूपी, बिहार के भाईयों” को पंजाब में प्रवेश नहीं करने देंगे और राज्य पर शासन नहीं करने देंगे।

चन्नी के इस घटिया बयानबाजी को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। उनका यह विवादित बयान सामने आने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने उनकी टिप्पणी को “शर्मनाक” बताया और उन्होंने कहा, “हम किसी भी व्यक्ति या किसी विशेष समुदाय के उद्देश्य से की गई टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हैं। प्रियंका गांधी भी यूपी से ताल्लुक रखती हैं, इसलिए वह भी भैया हैं।” केजरीवाल ने कहा कि चन्नी ने पहले उन्हें ‘काला’ कहकर उनकी त्वचा के रंग पर ताना मारा था। ध्यान देने वाली बात है कि AAP की ओर से पंजाब के सीएम फेस भगवंत मान ने भी चन्नी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी भी उत्तर प्रदेश की हैं, तो वह भी ‘भैया’ हैं।

भाजपा ने बोला हमला

भाजपा ने भी चन्नी की इस विवादित टिप्पणी को यूपी और बिहार के लोगों का अपमान करार दिया। भारतीय जनता पार्टी के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस देश के लोगों को बांटना चाहती है। उन्होंने कहा, “जब पंजाब के सीएम यूपी, बिहार के लोगों का अपमान करते हैं, तो प्रियंका वाड्रा उनके साथ खड़ी होती हैं, मुस्कुराती हैं और तालियाँ बजाती हैं। ऐसे करेगी कांग्रेस यूपी और देश का विकास? यह लोगों को आपस में लड़ा रहे है।”

इसके बाद भाजपा नेता तेजस्वी सूर्या ने ट्विटर पर चन्नी का वीडियो शेयर किया और प्रियंका गांधी वाड्रा को निशाने पर लिया। सूर्या ने कहा, प्रियंका वाड्रा जी जब राज्य का दौरा करती हैं, तो खुद को उत्तर प्रदेश की बेटी कहती हैं और जब पंजाब में उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों का अपमान किया जाता है, तो वे ताली बजाती हैं। यह उनका दोहरा चरित्र और चेहरा भी है।

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मनोज तिवारी ने भी उठाए सवाल

वहीं, बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने ट्विटर पर चन्नी और प्रियंका गांधी की खिंचाई की और पूछा कि यूपी प्रभारी अब राज्य में कैसे प्रचार करेंगी और वोट मांगेगी? यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने इस मुद्दे पर कहा, “आप उन लोगों से और क्या उम्मीद कर सकते हैं, जिन्होंने पहले भी हमारे देश को बदनाम करने की कोशिश की है? पंजाब के सीएम उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान कर रहे थे, जबकि खुद को ‘यूपी की बेटी’ कहने वाली उनके पास खड़ी थी और ताली बजा रही थी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने हमारे माननीय प्रधानमंत्री की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी किया था।”

रजा ने कहा, “जब लोग एक निश्चित बयान के लिए ताली बजाते हैं, तो यह दर्शाता है कि वे एक तरह से इसका समर्थन कर रहे हैं। इससे साफ है कि प्रियंका वाड्रा यूपी और बिहार के लोगों का अपमान करने में चन्नी का समर्थन कर रही थीं। यूपी और बिहार के लोग सभी का सम्मान करते हैं, हम कांग्रेस के लोगों के विपरीत देश की एकजुटता के लिए काम करते हैं।” बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने भी इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

आपको बता दें कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की प्रभारी महासचिव हैं। उनकी मां सोनिया गांधी यूपी के रायबरेली से लोकसभा सांसद हैं। उनके भाई राहुल गांधी ने वर्ष 2019 में अपनी हार तक लोकसभा में अमेठी सीट का प्रतिनिधित्व किया। उनके पिता राजीव गांधी और दादी इंदिरा गांधी भी उत्तर प्रदेश से लोकसभा सांसद थे। उसके बावजूद चन्नी के बयान का समर्थन करना प्रियंका गांधी और कांग्रेस पार्टी की घृणित मानसिकता और उनके मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है।

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