‘शार्क टैंक इंडिया’ को भूल जाइए, असली शार्क तो मुकेश अंबानी हैं!

इसके एक नहीं कई कारण हैं!

रिलायंस निवेश

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रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी सही मायनों में देश के सबसे बड़े ‘शार्क’ हैं। आप सोंच रहे होंगे कि हम अंबानी को शार्क क्यों कह रहें है? चलिये बताते हैं! दरअसल, शार्क टैंक इंडिया मूल रूप से अमेरिकी रियलिटी शो का स्पिन ऑफ अर्थात् भारतीय संस्करण है, जो वर्ष 2009 से सफलतापूर्वक चल रहा है। इस रियलिटि शो में देश के नव उद्यमी और नवाचारी आते हैं, जिन्हें ‘पीचर्स’ कहते हैं। इस मंच से ‘पीचर्स’ अपनी व्यावसायिक योजनाएं सफल उद्यमियों के समूह के सामने रखते हैं, जिन्हें ‘शार्क’ कहते हैं। शार्क उस व्यवसाय में सफलता की संभावनाओं और आर्थिक फ़ायदों को देखते हुए उसमें आर्थिक और बौद्धिक निवेश करते हैं।

इसीलिए, हम मुकेश अंबानी को देश का सबसे बड़ा शार्क कह सकते हैं! अदानी के शेयरों में तीव्र उछाल के बाद भले ही अंबानी देश के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति हो गए हों, पर मुकेश अंबानी को ठीक-ठीक पता है कि उन्हें एक-एक पैसे को कहां निवेश करना है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक ने वर्ष 2020 में फेसबुक इंक सहित वैश्विक निवेशकों से अपने Jio प्लेटफॉर्म के डिजिटल व्यवसाय में हिस्सेदारी बेचकर 20 बिलियन डॉलर से अधिक जुटाए। उसके बाद अपनी खुदरा इकाई में भी निवेशकों को शामिल करने के लिए वो काफी पहले से ही चर्चा में रहे हैं।

उन्हें देश में स्टार्टअप्स में हजारों करोड़ रुपये का निवेश करने के लिए भी जाना जाता है। ‘What reliance is buying ?’ शीर्षक वाली मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस समूह ने दूरसंचार और डिजिटल कारोबार के $2.5 बिलियन के क्षेत्रों में 5.6 बिलियन डॉलर (लगभग 41,500 करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश किया है।

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यहां कुछ लोकप्रिय स्टार्टअप्स की सूची दी गई है, जिनमें रिलायंस ने निवेश किया है:

Dunzo

Dunzo डेली, रिलायंस के साथ भारत का सबसे बड़ा त्वरित वाणिज्य मंच बना रहा है| रिलायंस ने जनवरी 2022 में इस कंपनी में $240 मिलियन (लगभग 1,488 करोड़ रुपये) का निवेश किया, जो कि अब तक किसी भी भारतीय फर्म में रिलायंस द्वारा निवेश की गई सबसे बड़ी राशि है और अब बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप में रिलायंस की 25.8 फीसदी हिस्सेदारी है। Dunzo किराने की खरीदारी, लॉन्ड्री पिक-अप से लेकर अंतिम समय में उपहार देने के विकल्पों तक कई सेवाएं प्रदान करता है। ध्यान देने वाली बात है कि इस कंपनी की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई थी और अब 2022 में रिलायंस ने इसमें भारी-भरकम निवेश किया है।

Embibe

वर्ष 2018 में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इस स्टार्टअप में 73 फीसदी हिस्सेदारी हासिल की और अब तक 180 मिलियन डॉलर (लगभग 1340 करोड़ रुपये) का निवेश किया है। इसे वर्ष 2012 में उद्यमी अदिति अवस्थी द्वारा स्थापित किया गया था। Embibe एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संचालित एडटेक (Edutech) प्लेटफॉर्म है।

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Saavn

वर्ष 2018 में, रिलायंस ने अपने शेयरधारकों टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, लिबर्टी मीडिया और बर्टेल्समैन से $104 मिलियन (लगभग 775 करोड़ रुपये) में एक प्रमुख वैश्विक संगीत ओटीटी प्लेटफॉर्म Saavn का अधिग्रहण किया और इसे अपनी डिजिटल संगीत सेवा Jio Music के साथ मिला दिया।

हैप्टिक

वहीं, अप्रैल 2019 में रिलायंस जियो डिजिटल सर्विसेज ने $100 मिलियन (लगभग 700 करोड़ रुपये) के लिए एक संवाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म हैप्टिक के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। मौजूदा समय में रिलायंस के पास हैप्टिक का लगभग 87 प्रतिशत कारोबार है।

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Netmeds

रिलायंस रिटेल ने 620 करोड़ रुपये में नेटमेड्स में बहुमत हिस्सेदारी हासिल की है। ऑनलाइन फ़ार्मेसी डिलीवरी स्टार्टअप नेटमेड्स एक ऐसी कंपनी है, जो ग्राहकों को फार्मासिस्टों से जोड़ती है और दवाओं, पोषण संबंधी स्वास्थ्य और वेलनेस उत्पादों की डोरस्टेप डिलीवरी को सक्षम बनाती है। लगभग 620 करोड़ रुपये का नकद देकर रिलायंस नें चेन्नई स्थित इस कंपनी में 60% हिस्सेदारी हासिल की और उसकी सहायक कंपनियों में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष इक्विटी स्वामित्व भी हासिल किया।

इसी तरह रिलायंस ने Funtoot, C-square, Grab, Aesteria, NowFloats, Urban Ladder, Reverie, Fynd, Radisys जैसी महत्वपूर्ण नवाचरों में निवेश कर रखा है, जिससे न सिर्फ नए और महत्वाकांक्षी युवाओं की टीम, बल्कि आने वाले समय में भारत को भी आर्थिक सहायता मिलने की उम्मीद है।

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