‘हलाल’ चिकन सप्लायर KFC ने Hyundai से पहले भी किया था ‘फ्री-कश्मीर’ का ड्रामा

अब गिड़गिड़ा रहा है KFC !

KFC PAK

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प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा कश्मीर को लक्षित करने वाले कई विवादास्पद पोस्ट सामने आए हैं, जिसे लेकर बवाल मचा हुआ है। भारतीय नेटिजन्स सोशल मीडिया पर इन कंपनियों को लताड़ लगा रहे हैं और उनकी ब्रांड वैल्यू को जोरदार धक्का दे रहे हैं। हाल ही में हुंडई की पाकिस्तान डीलरशिप के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से “कश्मीर सॉलिडेरिटी डे” को समर्थन देने वाला एक पोस्ट किया गया था, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर कंपनी को जमकर लताड़ लगाई गई और ट्विटर पर #BoycottHyundai ट्रेंड करने लगा। अब केएफसी (KFC PAK) ने भी कुछ वैसा ही कांड कर दिया है, जिसके बाद भारतीय KFC के बहिष्कार का आह्वान कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #BoycottKFC ट्रेंड कर रहा है।

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जानें क्या है पूरा मामला?

दरअसल, केएफसी पाकिस्तान के ट्विटर हैंडल से पिछले साल “कश्मीर सॉलिडेरिटी डे” के समर्थन में ट्वीट किया गया था। KFC PAK ने अपने ट्वीट में लिखा था कि “हम कश्मीर एकजुटता दिवस पर उनके स्वतंत्रता के अधिकार में उनके साथ खड़े हैं।” इस पोस्ट में बर्फीले पहाड़ों की एक तस्वीर को ओवरलेइंग टेक्स्ट के साथ साझा करते हुए लिखा गया है कि स्वतंत्रता के लिए उनकी हार्दिक लालसा है। साथ ही कश्मीर शब्द को कांटेदार तार से चिह्नित किया गया है, जो संदर्भित करता है कि कश्मीर मुक्त नहीं है।

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कश्मीर पर KFC पाकिस्तान के पिछले साल के इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल होते ही कई भारतीयों ने ट्विटर पर निराशा जताई और क्रोध व्यक्त किया है। सैकड़ों और हजारों यूजर्स ने कश्मीर के संवेदनशील मुद्दे पर KFC के खिलाफ प्रचार का आह्वान किया है। नेटिज़न्स KFC में फिर कभी भी नहीं खाने का संकल्प ले रहे हैं। केएफसी पाकिस्तान के जिस सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बवाल मचा, वह अभी भी KFC PAK के सभी सोशल मीडिया हैंडल्स पर सक्रिय है। हालांकि, KFC इंडिया ने अपने PAK हैंडल से विवादित पोस्ट के लिए माफी मांगी है।

भारतीयों के क्रोध से डरी भारतीय खाद्य सेवा श्रृंखला ने बीते दिन सोमवार को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से माफीनामा जारी करते हुए लिखा, “देश के बाहर कुछ KFC सोशल मीडिया चैनलों पर प्रकाशित एक पोस्ट के लिए हम क्षमा चाहते हैं। हम भारत का सम्मान करते हैं और सभी भारतीयों की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं।”

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सोशल मीडिया पर मचा बवाल

केएफसी के इस कृत्य पर उसे जमकर लताड़ लगी है। फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट करके कहा कि मैं केंद्र और सभी राज्य सरकारों से KFC India के खिलाफ गंभीर कार्रवाई करने की अपील करता हूं। वो उन्हें अपने आउटलेट बंद करने के लिए कहें। उन्हें भारत में व्यापार करने का कोई अधिकार नहीं है। तेजिंदर पाल सिंह बग्गा समेत कई भाजपा नेताओं ने भी इस पर नाराजगी जताई है।

एक ट्विटर यूजर ने इस मामले पर केएफसी को लताड़ते हुए कहा, “हालांकि मैं शाकाहारी हूं, लेकिन मैं अभी भी केएफसी में बर्गर और अन्य शाकाहारी खाना खाने जाता हूं, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान में केएफसी कश्मीर में अलगाववाद का समर्थन कर रहा है। ऐसे में आज से मैं कभी भी केएफसी आउटलेट पर नहीं जाऊंगा और दूसरों से वहां न जाने का आग्रह करूंगा।“

वहीं, एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा, “बहुराष्ट्रीय निगम व्यापार संवर्धन, आर्थिक विकास के लिए हैं न कि किसी देश के राजनीतिक मामलों में लिप्त होने के लिए। केएफसी द्वारा हमारे देश के आंतरिक मामलों पर विचार न केवल अपमानजनक है, बल्कि हमारे राष्ट्रीय कानूनों और अखंडता का उल्लंघन भी है।“

हुंडई ने भी मांगी थी माफी

बताते चलें कि इसी तरह बीते रविवार को दक्षिण कोरियाई ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई को इसी तरह के सोशल मीडिया क्रॉसफ़ायर में पकड़ा गया। हुंडई पाकिस्तान द्वारा कश्मीर के अलगाववादियों के समर्थन के बाद भारत में हुंडई इंडिया को जमकर निशाने पर लिया गया। जिसके बाद हुंडई इंडिया ने इस मामले पर जवाब देते हुए कहा, “अवांछित सोशल मीडिया पोस्ट इस महान देश के लिए हमारी अद्वितीय प्रतिबद्धता और सेवा को बदनाम कर रही है। भारत हुंडई ब्रांड का दूसरा घर है और असंवेदनशील संचार के प्रति हमारी शून्य सहनशीलता की नीति है, हम इस तरह के किसी भी विचार की कड़ी निंदा करते हैं।”

गौरतलब है कि भारत के आंतरिक और संवेदनशील मामलों पर अपनी चिकनी-चुपड़ी प्रतिक्रिया देने वाली इन MNC कंपनियों को ये समझना होगा कि अगर ये भारत के एकता और अखंडता को किसी भी प्रकार की क्षति पहुंचाने की कोशिश करेंगी, तो भारत की यही एकता उन्हें उनकी औकात दिखा देगी। जिस तरह से सोशल मीडिया पर इन कंपनियों के बॉयकॉट की बात की जा रही है, इसका असर उनके गिरते ब्रांड वैल्यू पर भी देखने को मिल सकता है!

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