हिमंता बिस्वा सरमा: एक ऐसे मुख्यमंत्री जिसके लिए असम ने किया 70 साल तक इंतजार

करिश्माई नेताओं में से एक हैं हिमंता बिस्वा सरमा!

हिमंता बिस्वा सरमा जन्मदिन

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने 1 फरवरी 2022 अपना 53वां जन्मदिन मनाया। अपने 53वें जन्मदिन पर, मुख्यमंत्री को राज्य भर से और देश के विभिन्न हिस्सों से प्रशंसकों, अनुयायियों और सभी शुभचिंतकों से जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं मिली। हिमंता बिस्वा सरमा का जन्म 1 फरवरी वर्ष 1969 में असम के जोरहाट में हुआ था। भारतीय राजनीतिज्ञ के तौर पर उन्होंने 2001 से 2015 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट से असम के जालुकबारी निर्वाचन क्षेत्र से बतौर विधायक और मई 2016 तक भारतीय जनता पार्टी के सदस्य और विधायक के रूप में सेवा की।

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हिमंता बिस्वा सरमा का राजनीतिक करियर 

हिमंता बिस्वा सरमा का राजनीतिक करियर वर्ष 1996 में शुरू हुआ, जब वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए थे। वे पहली बार 2001 में कांग्रेस के टिकट पर जलुकबाड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। उन्होंने असम गण परिषद के नेता भृगु फुकन को हराया था। उन्होंने इस क्षेत्र से पांच बार 2001, 2006, 2011 और 2016  और 2021 में चुनाव जीता था। सरमा ने कांग्रेस के राजनेता के रूप में असम की विधानसभा के सदस्य के रूप में तीन बार सेवा की थी। पहली बार 2001 में चुने गए, सरमा 2006 और 2011 में फिर से चुने गए। वह असम के तरुण गोगोई के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के तीन कार्यकाल के दौरान कृषि, स्वास्थ्य, योजना और विकास, परिवर्तन और विकास और वित्त मंत्री थे।

कांग्रेस सरकार में वह असम के तत्कालीन मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के साथ मतभेदों के बाद 2015 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह असम में भगवा पार्टी का अभिन्न अंग बन गए और कुछ ही महीनों में वह न केवल असम में बल्कि पूरे पूर्वोत्तर में भाजपा का प्रमुख चेहरा बन गए। उन्हें नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (NEDA) का संयोजक बनाया गया था और 2015 से सरमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की उम्मीदों के अनुकूल पूर्वोत्तर को ‘कांग्रेस मुक्त’ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

हिमंता बिस्वा सरमा असम में सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में वित्त, स्वास्थ्य, शिक्षा और पीडब्ल्यूडी मंत्री के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके है। वहीं, घातक वायरस के पहले चरण में असम में COVID महामारी से निपटने में उनके प्रयासों की सराहना की गई। उनके नेतृत्व में मंत्रिपरिषद के तहत महिलाओं, छात्रों, विशेष रूप से मेधावी छात्राओं के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं भी शुरू की गई हैं।

हिन्दुत्व के मुद्दे पर मुखर रहे हैं हिमंता बिस्वा सरमा 

हिन्दुत्व के मुद्दे पर जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुखर हैं, ठीक उसी तरह ही हिमंता बिस्वा सरमा भी हिन्दुत्व के मुद्दे को लेकर मुखर रहे हैं। अपनी सरकार के दो महीने पूरे होने पर उन्होंने प्रेसवार्ता के दौरान कामकाज की उपलब्धियां गिनाने के साथ हिन्दुत्व को लेकर सकारात्मक बयान भी दिए हैं। लव जिहाद को लेकर उन्होंनें साफ कहा कि यदि कोई हिन्दू लड़का युवती से झूठ बोलकर विवाह करता है, तो वो भी जिहाद की श्रेणी में ही आएगा। उन्होंने हिन्दुत्व को सभी धर्मों का वंशज बताते हुए इसके प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की है। उनका रवैया ठीक वैसा ही है, जिसकी आज के वक्त में सबसे अधिक आवश्यकता है।

असम के करिश्माई नेताओं में से एक हैं हिमंता बिस्वा सरमा 

असम में हिमंता बिस्वा सरमा लगातार कड़े फैसले लेने के लिए चर्चा का विषय बने हुए हैं। लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाना हो या जनसंख्या नियंत्रण के लिए लव जिहाद का फॉर्मूला अपनाना हो हिमंता ने बीजेपी के कोर एजेंडों को राज्य में साकार करने का सफल बीड़ा उठा रखा है। इतना ही नहीं राज्य में सुरक्षा और शांति स्थापित करने के लिए अलगाववादी संगठनों पर कार्रवाई करनी हो या फिर शिक्षा में सुधार के लिए मदरसों के सरकारी अनुदान पर रोक हो, हिमंता प्रत्येक मुद्दे पर शत-प्रतिशत नंबरों से उत्तीर्ण हो रहे हैं। अनेकों ज्वलंतशील मुद्दों को उठाकर हिमंता बिस्वा सरमा लोगों के बीच अधिक लोकप्रिय हो चुके हैं।

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बताते चलें कि हिमंता बिस्वा सरमा असम के सबसे करिश्माई  नेताओं में से एक हैं। वह एक महान दूरदर्शी हैं और उन्हें असम और पूर्वोत्तर की राजनीति के चाणक्य के रूप में जाना जाता है। उन्हें असम में भाजपा पार्टी के शुभंकर के रूप में देखा जाता है। 2016 के असम विधानसभा चुनाव में, 2019 के लोकसभा चुनाव में और एक बार फिर 2021 के असम विधानसभा चुनावों में वह चुनाव प्रचार के दौरान एक लोगों का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। हिमंता बिस्वा सरमा आज के समय में देश के हिन्दुओं में बहुत लोकप्रिय हैं और आने वाले भविष्य में वो दिल्ली की गद्दी पर बैठने के प्रबल दावेदारों में से एक हैं। ऐसे करिश्माई नेता हिमंता बिस्वा सरमा को जन्मदिन की पुनः शुभकामनाये।

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