भारत गेमिंग इंडस्ट्री के क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा बाजार है। बड़ी कम्पनियों को मालूम है कि अवसर के मामले में भारत जैसा मजबूत बाजार शायद ही कोई अन्य हो। इसी क्रम में लोकप्रिय Battle royale game, Battlegrounds Mobile India (BGMI) और PUBG मोबाइल के निर्माता Krafton ने डिजिटल एंटरटेनमेंट और टेक्नोलॉजी फर्म JetSynthesys के स्वामित्व वाले गेम डेवलपमेंट स्टूडियो Nautilus Mobile में 5.4 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। भारत के घरेलू गेम डेवलपमेंट स्टूडियो में Krafton का यह पहला निवेश है। इस निवेश के साथ, दक्षिण कोरियाई गेमिंग कंपनी ने भारत में गेमिंग स्टूडियो बाजार में शुरुआत की है।
दरअसल, Krafton द्वारा इस स्टार्टअप में निवेश की योजना क्रिकेट से परे स्पोर्ट्स गेम्स के अपने पोर्टफोलियो को व्यापक बनाने और दुनिया भर के अधिक बाजारों में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए जुटाए गए धन का उपयोग करने की है। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि Nautilus Mobile की विशेषज्ञता और अनुभव Nautilus को भारत में अपने विकास में तेजी लाने और अपने गेमिंग बुनियादी ढांचे में सुधार करने में मदद करेगा।
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Krafton भारत में कर रहा है निवेश
वर्ष 2013 में शुरू हुआ पुणे स्थित Nautilus Mobile ने रियल क्रिकेट फ्रैंचाइज़ी के तहत कई क्रिकेट गेम विकसित और प्रकाशित किए हैं। फर्म ने दावा किया कि इन खेलों ने 10 मिलियन मासिक सक्रिय उपयोगकर्ताओं के साथ 100 मिलियन से अधिक बार ऐप डाउनलोड किए हैं। बता दें कि JetSynthesys ने अक्टूबर 2020 में गेम डेवलपमेंट स्टूडियो का अधिग्रहण किया। JetSynthesys के संस्थापक और CEO और Nautilus के अध्यक्ष राजन नवानी ने कहा, “भारत में मोबाइल गेमिंग को बड़े पैमाने पर अपनाने के साथ महामारी से आगे बढ़कर गेमिंग उद्योग एक दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है और हम सभी भविष्य में जेट स्पीड के लिए उत्साहित हैं। इस साझेदारी के साथ हमारा लक्ष्य Nautilus Mobile के पहले से ही मजबूत गेमिंग पोर्टफोलियो को बढ़ाना है।” इस निवेश के बावजूद JetSynthesys Nautilus Mobile में अपनी हिस्सेदारी जारी रखेगा।
बताते चलें कि पिछले एक साल में Krafton ने देश में कई स्टार्टअप निवेश किए हैं, जिनमें गेम स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म लोको, एस्पोर्ट्स फर्म नोडविन गेमिंग, भारतीय भाषा की कहानी कहने वाला प्लेटफॉर्म प्रतिलिपि और ऑडियो रोमांस और फ्रेंड डिस्कवरी स्टार्टअप FRND शामिल हैं। JetSynthesys के पास तीन प्रमुख विशेषतायें हैं- गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स, डिजिटल एंटरटेनमेंट और इंटरेस्ट-बेस्ड सोशल कम्युनिटी प्लेटफॉर्म में उत्पादों और सेवाओं का एक पोर्टफोलियो है।
मालूम हो कि Krafton ने पिछले साल अगस्त में चेन्नई स्थित ई-स्पोर्ट्स फर्म स्काईस्पोर्ट्स का अधिग्रहण किया और गेमिंग और स्पोर्ट्स मीडिया फर्म नजरा टेक्नोलॉजीज की सहायक कंपनी नोडविन गेमिंग में भी एक प्रमुख निवेशक है। JetSynthesys के संस्थापक और Nautilus Mobile के अध्यक्ष राजन नवानी ने ब्रैंडवैगन ऑनलाइन को बताया, “हम नए भौगोलिक बाजारों की तलाश कर रहे हैं, जहां हम विश्व स्तर पर Krafton के बड़े वितरण का उपयोग करके रियल क्रिकेट के साथ विस्तार करने और भारत में स्टूडियो की क्षमताओं को बढ़ाने की उम्मीद करते हैं।”
भारत के गेमिंग इंडस्ट्री में हैं अपार सभावनाएं
बता दें कि KPMG की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ऑनलाइन गेमर्स की संख्या 2018 में 250 मिलियन गेमर्स से बढ़कर 2020 के मध्य तक 400 मिलियन गेमर्स हो गई है। इस क्षेत्र में पिछले 5 वर्षों में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है और मूल्य में तिगुना होने की उम्मीद है और 2025 तक 3.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। भारत की 50% से अधिक जनसंख्या 25 वर्ष से कम आयु की है और देश के 60% खिलाड़ी 25 वर्ष से कम आयु के हैं।
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वहीं, 2016 में ऑपरेटरों द्वारा 4G सेवाओं की शुरूआत ने सभी के लिए हाई-स्पीड इंटरनेट और सस्ती डेटा कीमतों की उपलब्धता सुनिश्चित कर दी। लॉकडाउन के दौरान घर में रहने वाले लोगों के कारण ऑनलाइन मीडिया की खपत में समग्र रूप से वृद्धि हुई। AdTech के एक सर्वेक्षण अनुसार, भारत के लगभग 45 प्रतिशत मोबाइल उपयोगकर्ताओं ने महामारी के दौरान अपने स्मार्टफोन पर गेम खेलना शुरू कर दिया। Maple Capital Advisors की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत के गेमिंग उद्योग ने 2014 और 2020 के पहले कुछ महीनों के बीच कुल 350 मिलियन डॉलर का निवेश आकर्षित किया है, जोकि 22% की दर (CAGR) से बढ़ रहा है। ऐसे में, भारत के घरेलू गेम डेवलपमेंट स्टूडियो में Krafton का यह निवेश गेमिंग इंडस्ट्री में अपार संभावनाओं को बढ़ावा देगा।