अपने शहर/गाँव का नाम बदलना चाहते हैं? हिमंत बिस्वा सरमा को बताइये

कामाख्या मंदिर पर हमला करने वाले के नाम पर असम में है जगह, जल्द ही नाम बदला जाएगा!

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार शहरों, कस्बों और गांवों के नाम बदलने पर लोगों के सुझाव लेने के लिए एक पोर्टल लॉन्च करेगी। सरमा ने बताया कि पूरे असम में उन शहरों, कस्बों और गांवों के नाम बदलने पर सुझाव आमंत्रित करने के लिए एक पोर्टल शुरू किया जाएगा जो “हमारी सभ्यता, संस्कृति के विपरीत और किसी भी जाति या समुदाय के लिए अपमानजनक है।” सरमा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा कि किसी शहर, कस्बे या गांव के नाम को “उसकी संस्कृति, परंपरा और सभ्यता का प्रतिनिधित्व करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “असम में कई जगहों के नाम ऐसे हैं जिन्हें बोलने में लोग सहज महसूस नहीं करते हैं और कुछ समुदायों के लिए अपमानजनक दिखते हैं। इसलिए, इन्हें बदलने की जरूरत है।” इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सरमा ने कहा कि गुवाहाटी का कालापहाड़, जिसका नाम बंगाल सल्तनत के एक मुस्लिम जनरल के नाम पर रखा गया था, जिसने कामाख्या मंदिर पर हमला किया था, निश्चित रूप से बदल दिया जाएगा।

 

पिछले साल सितंबर में असम कैबिनेट द्वारा राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान का नाम बदलकर ओरंग राष्ट्रीय उद्यान किए जाने के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। सरमा ने चाय जनजाति समुदाय से मुलाकात के बाद ऐसा किया था, जिन्होंने नाम बदलने के लिए अनुरोध किया था। बाद में, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि असम में राजनीतिक नेताओं के नाम पर राष्ट्रीय उद्यानों का नामकरण करने की कोई परंपरा नहीं थी, लेकिन कांग्रेस ने 2000 के दशक की शुरुआत में परंपरा को तोड़ा था।

इससे पहले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कालापहाड़ और MMCH  दोनों परिसरों में गुवाहाटी के दूसरे मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन किया था। यह परियोजना 62 बीघे के क्षेत्र में कुल 998.30 करोड़ रुपये की लागत से लागू की जा रही है। नए मेडिकल कॉलेज के कालापहाड़ परिसर में 480 बेड, 46 आईसीयू, सात हाई टेक ऑपरेशन थिएटर और 450 छात्रों और 100 इंटर्न के लिए आवास की सुविधा होगी। कॉलेज सालाना 100 एमबीबीएस छात्रों को प्रवेश प्रदान करेगा। दूसरी ओर, MMCH परिसर में 800 बेड, 100 आईसीयू, अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सुविधाएं, डायलिसिस यूनिट, 11 ऑपरेशन थिएटर सहित अन्य होंगे।

मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि असम के गौरवशाली अतीत के सम्मान में नए संस्थान का नाम प्रागज्योतिषपुर मेडिकल कॉलेज रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नया मेडिकल कॉलेज राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में जबरदस्त वृद्धि करेगा और गुवाहाटी और आसपास के क्षेत्रों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करेगा।

उन्होंने कहा कि सराबती में फ्लाईओवर का निर्माण चल रहा है जिससे दो परिसरों के बीच बेहतर संचार की सुविधा होगी। राज्य सरकार भविष्य की मांग को ध्यान में रखते हुए राज्य में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में सुधार कर रही है और हमारी वर्तमान सरकार के कार्यकाल के अंत तक, असम में 14 मेडिकल कॉलेज होंगे। उन्होंने बताया कि इस साल नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चांगसारी में एम्स का उद्घाटन किए जाने की भी संभावना है।

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