‘द कश्मीर फाइल्स’ के कायल भूपेश बघेल ने एक फिल्म के लिए कांग्रेस से कर दी बेवफाई!

एक फिल्म के लिए भूपेश बघेल ने कांग्रेस से कर लिया ‘ब्रेकअप’!

घर का भेदी लंका ढाए, यह कहावत कांग्रेस आलाकमान और उसका शीर्ष नेतृत्व इस समय अपने ही पार्टी के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए उपयोग कर रहा होगा। जहां एक ओर विपक्षी और टुकड़े-टुकड़े जमात ‘द कश्मीर फाइल्स’ के विरोध में अपने स्वर ऊंचे कर रहे हैं, इसी बीच इस मूवी के पक्ष में इसे पूरे देश में टैक्स-फ्री करने की मांग भूपेश बघेल ने कर दी

निश्चित रूप से बघेल को इस मूवी की सार्थकता और उपयोगिता अन्य तमाम देशवासियों की भांति समझ आई होगी तभी बघेल ने केंद्र की मोदी सरकार से यह आग्रह किया कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स-फ्री किया जाए। ऐसे में ‘द कश्मीर फाइल्स’ के प्रति आकंठ प्रेम की बरसात से भूपेश बघेल का कांग्रेस आलाकमान और पार्टी से ब्रेकअप होने की संभावनाओं को बल मिल गया है।

भूपेश बघेल ने फिल्म को टेक्स फ्री करने की मांग उठाई है

दरअसल, हाल ही में रिलीज़ हुई कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन और कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर आधारित ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) को जहां एक ओर देशभर से ही नहीं वैश्विक स्तर पर प्रेम और आदर मिल रहा है तो वहीं देश के भीतर ही विद्यमान घर के भेदियों को अलग ही ढर्रे पर चल उसका विरोध करने की फिजूल में ही सनक चढ़ी हुई है।

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ऐसे में जहां छत्तीसगढ़ में ‘द कश्मीर फाइल्स’ को टैक्स फ्री करने की विपक्षी दल भाजपा की मांग के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को कहा कि, “केंद्र को फिल्म को टैक्स में छूट देनी चाहिए क्योंकि इसे राज्यों से टैक्स का एक हिस्सा मिलता है। उन्होंने सभी विधायकों को एक मॉल में फिल्म देखने का न्योता दिया। प्रश्नकाल के बाद बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को छत्तीसगढ़ में टैक्स से छूट मिलनी चाहिए। भूपेश बघेल के इस बयान से जहां राज्य का विपक्षी दल भाजपा का खेमा खुश है तो वहीं कांग्रेस आलाकमान इससे रुष्ट हो चुका होगा।

लोकतंत्र की ख़ूबसूरती यही है कि विपक्ष की राय को न केवल सुना जाए बल्कि अमल में भी लाया जाए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक को जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, ‘चलो इस फिल्म को देखने चलते हैं।

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भारत सरकार को भी टैक्स में हिस्सा मिलता है, इसलिए केंद्र को फिल्म को पूरे देश में टैक्स से छूट देनी चाहिए? वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद इसका आधा हिस्सा केंद्र के पास चला जाता है। केंद्र को फिल्म को देश में टैक्स फ्री घोषित करना चाहिए।” सीएम ने कहा कि बुधवार को सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सभी विधायक फिल्म देखेंगे।

कांग्रेस का एक दल बिफर गया होगा

अब क्या है कि राजनीति में विस्फोट होने से पूर्व एक ही क्षण और चंद शब्द ही काफी होते हैं। भूपेश बघेल के सर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की भांति हो जाने से कांग्रेस का एक वर्ग तो बिलकुल गला दाबे बैठा है कि “जिए तो जियें कैसे।” जैसे ही भूपेश बघेल का यह बयान आया चारों ओर बात आग की तरह फ़ैल गई। बाद में, राज्य के जनसंपर्क विभाग ने एक बयान में कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने सभी विधायकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखने के लिए आमंत्रित किया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि फिल्म के रात 8 बजे के शो के सभी टिकट बुक कर लिए गए हैं। सोमवार को, भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस सरकार नहीं चाहती थी कि लोग बड़ी संख्या में ‘द कश्मीर फाइल्स’ देखें और सिनेमाघरों पर दबाव डाला कि वे दर्शकों को प्रतिबंधित करने के लिए सभी टिकट न बेचें।

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विवेक अग्निहोत्री द्वारा लिखित और निर्देशित और ज़ी स्टूडियो द्वारा निर्मित, यह फिल्म पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा समुदाय के लोगों की व्यवस्थित हत्याओं के बाद कश्मीर से कश्मीरी हिंदुओं के पलायन को दर्शाती है।

इसमें मुख्य पात्र के रूप में अनुपम खेर, दर्शन कुमार, मिथुन चक्रवर्ती और पल्लवी जोशी शामिल हैं। अधिकांश रूप से भाजपा शासित राज्यों ने अब तक फिल्म को टैक्स फ्री करने की घोषणा की है। जिन राज्यों ने यह कदम उठाया उनमें उत्तर प्रदेश, गोवा, त्रिपुरा, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, गुजरात, उत्तराखंड समेत कई अन्य राज्य शामिल है।

भूपेश बघेल ने फिल्म की सत्यता को पहचाना

विपक्षी दलों की राज्य सरकारों में भूपेश बघेल पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने इस फिल्म की सत्यता को पहचाना और पार्टी लाइन से हटकर देश के साथ  ‘द कश्मीर फाइल्स’ का समर्थन में तो उतरे ही साथ ही अन्य मंत्रियों-विधायकों को प्रेरित भी किया। अब इससे बड़ी विडंबना कांग्रेस और कांग्रेस आलाकमान की क्या ही होगी जब उसके पार्टी के इतने वरिष्ठ नेता और एक सूबे के मुख्यमंत्री ही उसके विचार के उलट अपनी राय सामाजिक रूप से समाज में रख दें। अब जब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल का ‘द कश्मीर फाइल्स’ के प्रति इतना प्रेम जगजाहिर ही हो गया है तो इसे काल्पनिक और झूठ बताने वाले कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों की आंखों में बघेल चुभने लगे होंगे। उन सभी के मन में यही डायलॉग रिवाइंड होकर चल रहा होगा, “पार्टी बदल दिया बे।”

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