जल्द ही चलन में होगा इंटरनेट के बिना डिजिटल भुगतान!

इंटरनेट के बिना डिजिटल भुगतान होगा वास्तविकता

तकनीक भी क्या खूबसूरत चीज़ बनाई है जिसके होने से आज की 21वीं सदी को जैसे वरदान मिल गया हो कि कुछ भी हो तकनीक सब संभाल लेगी। ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मंगलवार को फीचर फोन के लिए देश की सबसे प्रसिद्ध एकीकृत भुगतान इंटरफेस (UPI) सेवा शुरू की है।

यह तकनीक UPI123PAY के रूप में जानी जाती है और यह सेवा पूरे भारत में 40 करोड़ फीचर फोन उपयोगकर्ताओं को भुगतान सेवा का उपयोग करने की अनुमति देगी। अभी तक UPI केवल भारत में सभी स्मार्टफोन में उपलब्ध था, लेकिन नए आयाम और कदम के साथ, फीचर फोन उपयोगकर्ताओं को भी भुगतान करने और प्राप्त करने की अनुमति होगी। यह पूरी तकनीक इंटरनेट रहित सेवाओं का एक नवीनतम प्रयोग होगी जिसकी लक्ष्यप्राप्ति ग्रामीण क्षेत्रों के साथ इसके सुलभ जुड़ाव को प्रतिपादित करेगी।

बुजुर्ग दादा, दादी और ताऊ का जीवन होगा और बेहतर

ऐसे में वो लोग जिन्हें तकनीक से कोई सरोकार नहीं अर्थात वो वृद्धजन जो प्रभु की आस्था में तल्लीन रहने का मन बना चुके हैं। ऐसे बुजुर्ग जनों के हाथ में स्मार्टफोन आने के बाद भी वो उसका उपयोग मात्र रेडियो और भजन सुनने के लिए किया करते हैं, नेटबैंकिंग जैसे भारी भरकम शब्द उन्हें तोप से कम नहीं लगते। ऐसे में Nokia 3310 चलाने वाले बुजुर्ग दादा, दादी और ताऊ भी एक क्लीक से पैसे भेज और प्राप्त कर सकेंगे। उन्हें इंटरनेट जैसे शिगूफे की भी आवश्यकता नहीं होगी जो कि उनके लिए सबसे बड़ी विजय है, चूंकि उन्हें इन सभी तकनीकों को समझना और अमल में लाना बहुत बड़े सिरदर्द से कम नहीं लगता। ऐसे में RBI के नवीनतम प्रयोग से न केवल इंटरनेट पर आश्रित UPI ट्रांसेक्शन को और सुलभ और सटीक बनाएगा बल्कि पैमेंट कैंसिल होने का भी जोखिम कम हो जाएगा जो इंटरनेट की कमी और Low नेटवर्क के कारण अक्सर नोटिस किए जाते हैं।

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लॉन्च पर बोलते हुए RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि यूपीआई ने फरवरी 2022 में 8.26 लाख करोड़ रुपये के 453 करोड़ लेन देन दर्ज किए, जो एक साल पहले की तुलना में लगभग दोगुना है। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में यूपीआई पर किए गए लेनदेन का कुल मूल्य लगभग 41 लाख करोड़ रुपये था जबकि चालू वित्त वर्ष में अब तक लेनदेन की कुल मात्रा 76 लाख करोड़ रुपये है और कहा कि वह दिन दूर नहीं जब कुल वॉल्यूम 100 लाख करोड़ रुपये को छू जाएगा। अपने भाषण में दास ने कहा कि अभी तक यूपीआई की बहुआयामी विशेषताएं ज्यादातर स्मार्टफोन पर ही उपलब्ध हैं जो समाज के निचले तबके के लोगों को आर्थिक दृष्टिकोण से विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचने से वंचित कर देता है।

निम्न तबके के लिए राहत की सांस

हालांकि स्मार्टफोन की कीमतें कम हो रही हैं पर उसके उपयोग में अभी भी वो गति नहीं आ पाई है कि फोन हाथ में आते ही गांव के सुदूर क्षेत्र में जुताई कर रहा किसान फोन का प्रो-प्लेयर बन जाएगा। UPI123Pay सेवा उपयोगकर्ताओं के लिए सेवाओं को शुरू करने और निष्पादित करने के लिए एक तीन-चरणीय विधि है, जो उन फोन पर काम करेगी जिनके पास इंटरनेट कनेक्शन का विकल्प नहीं है। वर्तमान में अनुमानित 40 करोड़ मोबाइल फोन उपयोगकर्ता हैं जिनके पास फीचर फोन हैं। ऐसे में अब RBI के इस फैसले और नए फीचर को लॉन्च करने के पश्चात निश्चित रूप से उसके उपयोग में वृद्धि दर्ज़ होने के साथ ही बैंकों की कतारों में खड़े रहकर पैसे के लेन-देन के लिए आश्रित निम्न तबके को राहत की सांस मिलेगी।

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जिन सुविधाओं का अब उपयोगकर्ता लाभ उठा सकेंगे, उनमें निम्न बिंदु सम्मिलित हैं : 

  1. एक आईवीआर (इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स) नंबर पर कॉल करके
  2. फीचर फोन में ऐप की कार्यक्षमता और उसका उपयोग सुलभ हो जाएगा
  3. मिस्ड कॉल-आधारित दृष्टिकोण
  4. बोलकर पेमेंट की कमांड देना आदि

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केंद्रीय बैंक ने कहा कि उपयोगकर्ता अपने दोस्तों और परिवार को भुगतान करने, अपने उपयोगिता बिलों का भुगतान करने, फास्टैग रिचार्ज करने, मोबाइल बिलों का भुगतान करने और अपने खाते की शेष राशि की जांच करने में सक्षम होंगे। ग्राहक बैंक खातों को जोड़ने, यूपीआई पिन सेट करने या बदलने में भी सक्षम होंगे। ऐसे में इन सभी तकनीकों से लबरेज नई UPI विधि अपने असल प्रभाव को हर भारतीय से जोड़ेगी, यह न केवल आर्थिक क्रांति में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित होगा बल्कि भारत की तकनीक उपयोगिता को वैश्विक स्तर पर नई पहचान देगा।

 

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