पाकिस्तान को विश्व में एक दहशतगर्द देश के रूप में जाना जाता है तो वहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से चौपट है और इसकी एक झलक क्रिकेट में भी देखने को मिल रही है। पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच ऐतिहासिक रूप से पहले टेस्ट से रावलपिंडी में पिच को आईसीसी मैच रेफरी रंजन मदुगले से ‘नीचे औसत’ रेटिंग मिली है।
मदुगले ने अपनी रिपोर्ट पेश की है
मैच रेफरी रंजन मदुगले ने रावलपिंडी में पिंडी क्रिकेट स्टेडियम में पिच रेट किया “औसत से नीचे” के रूप में, जिसके परिणामस्वरूप आईसीसी पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया के तहत एक डिमेरिट पॉइंट प्राप्त हुआ। पिच में सीमर्स के लिए इसमें उछाल नहीं था और न ही स्पिनरों के लिए कुछ खास था। रंजन मदुगले ने कहा है कि “मेरे विचार में यह क्रिकेट प्रतियोगिता का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। इसलिए, आईसीसी दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए मैं इस पिच को औसत से नीचे रेट करता हूं।” इस मामले में मदुगले ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अपनी रिपोर्ट पेश की है।
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पहले टेस्ट में, पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी दो पारियों में 476-4 घोषित किए और 252-0 रन बनाए, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 449 रन बनाए थे। इस मैच में स्पिनर नौमान अली ने छह विकेट लिए। इससे पहले, पीसीबी के अध्यक्ष रमीज राजा ने पिंडी पिच का बचाव किया और कहा कि पाकिस्तान ने 1998 से पाकिस्तान में ऑस्ट्रेलिया के लिए कम-उछाल वाले ट्रैक बनाए हैं। गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने यह भी कहा कि उन्हें कराची में दूसरे टेस्ट के लिए बेहतर सतह की उम्मीद थी।
पाकिस्तान क्रिकेट की प्रतिष्ठा के लिए बड़ा नुकसान
वहीं पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच पहले टेस्ट के बाद रावलपिंडी की पिच को लेकर हुए विवाद के लिए PCB प्रमुख रमीज राजा को जिम्मेदार ठहराया है। बट ने आगे कहा कि रावलपिंडी की पिच की स्थिति पाकिस्तान क्रिकेट की प्रतिष्ठा और सम्मान के लिए एक बड़ा नुकसान है। उन्होंने कहा कि रमीज राजा को देश की हर पिच की स्थिति के बारे में पता होना चाहिए था, जो उच्चतम स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल चुके हैं और इतने लंबे समय तक पाकिस्तान क्रिकेट से जुड़े रहे हैं।
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वहीं पिच को लेकर थू-थू होने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा कि देश की टेस्ट पिचों में सुधार के लिए पहले से ही एक “बड़े पैमाने पर परियोजना” चल रही थी। बोर्ड ने एक बयान में कहा, “यह पहली बार है जब किसी पाकिस्तान स्थल को डिमेरिट अंक मिला है। पाकिस्तान क्रिकेट के पास अच्छी सुविधा नहीं है और हो भी कैसे उनके पास तो न तो कोई संसाधन और न तो हीं उतना रुपया जिससे वो अपने क्रिकेट पर खर्च कर सके, पाकिस्तान वैसे भी दुनिया में अब एक कंगाल देश घोषित हो चूका है और यही हाल रहा तो आने वाले समय में कोई भी क्रिकेट टीम पाकिस्तान में खेलने नहीं जाने वाले।
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