AAP सरकार फिर से झूठ बोलते हुए पकड़ी गई और इस बार केरल के कम्युनिस्टों ने लताड़ा है

आतिशी का तो निधि राजदान हो गया भई!

आम आदमी पार्टी केरल

Source- TFI

दुनिया में जनता को उल्लू बनाने का एकाधिकार अधिकतम कम्युनिस्टों के पास ही रहता है। दशकों तक अपने नीतियों से इन्होंने जनता को वास्तविकता से भ्रमित रखा है। परंतु जब कोई नौसिखिया इनकी नीतियों का अनुसरण कर अपनी भद्द पिटवाता है, तो देश की जनता को परमआनंद प्राप्त होता है, क्योंकि ऐसे विकृत मानसिकता वाले नेता जनता को अपने भ्रमजाल में ऐसे फंसा लेते हैं कि जनता आंख मूंद कर उनकी बातों पर विश्वास करने लग जाती है। इसी बीच खबर है कि आम आदमी पार्टी के झूठे शिक्षा मॉडल की पोल खोलने हेतु स्वयं केरल की कम्युनिस्ट सरकार को सामने आना पड़ा और लोगों को मूर्ख बनाने में पीएचडी डिग्री हासिल करने वाली AAP को एक बार फिर से मुंह की खानी पड़ी है।

दरअसल, हाल ही में आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी मार्लेना ने एक ट्वीट पोस्ट की, जिसमें उन्होंने कहा, “हमें केरल सरकार के कुछ अफसरों को कालकाजी के एक विद्यालय में आमंत्रित कर बड़ा अच्छा लगा। वे बड़े उत्सुक थे कि कैसा है हमारा शिक्षा मॉडल और वे इसे अपने राज्य में लागू भी करना चाहते थे”-

और पढ़ें: आम आदमी पार्टी वास्तव में महिलाओं को लेकर काफी चिंतित है, यहां समझिए कैसे

AAP की खुली पोल

वाह जी वाह, अपने मुंह मियां मिट्ठू होना तो कोई इनसे सीखे। AAP के जिस कथित शैक्षणिक मॉडल से ढंग के एक हेडमास्टर न निकल रहे हों, उसको देखने केरल से अफसर आए हैं। परंतु आतिशी की पोल जल्द ही खुल गई और ये किसी और ने नहीं, स्वयं केरल सरकार ने खोली। केरल सरकार के शिक्षा एवं श्रम मंत्री वी सिवनकुट्टी ने ट्वीट करते हुए कहा, “केरल के शिक्षा विभाग ने तो किसी को भी ‘दिल्ली मॉडल’ के बारे में सीख लेने को नहीं भेजा। हां, जो भी अफसर दिल्ली से ‘केरल मॉडल’ का आंकलन करने पिछले हफ्ते आए थे, उनकी हमने अच्छी आवभगत की थी। अब हम भी जानना चाहेंगे कि किन अफसरों का स्वागत आम आदमी पार्टी की विधायक ने किया।” –

बेइज्जती का पर्याय बन गई है AAP

अब भाई आतिशी का तो निधि राज़दान हो गया और एक बार फिर ये सिद्ध हो गया कि आम आदमी पार्टी सिर्फ नाम के लिए ‘आम आदमी की हितैषी है।’ परंतु यह ऐसा प्रथम अवसर नहीं है जब आम आदमी पार्टी ने खुलेआम ऐसे अपनी भद्द पिटवाई हो। इस पार्टी का राजनैतिक इतिहास ही ऐसे महान कांडों से भरा हुआ है। विश्वास नहीं होता तो सौरभ भारद्वाज से ही पूछ लीजिए, जो EVM हैकिंग को सिद्ध करने के लिए इस हद तक गए थे कि ऑनलाइन ही प्रोटोटाईप मशीन ऑर्डर कर चुनाव आयोग को चुनौती दे दिया था। अरे ये तो कुछ भी नहीं है। जब पूर्वोत्तर दिल्ली में दंगे हो रहे थे, तब प्रमुख आरोपी और आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन ने स्पष्टीकरण हेतु एक वीडियो जारी किया, जहां वो ये दिखा रहे थे कि वह भी दंगों से पीड़ित हैं और उन्हें भी काफी नुकसान हुआ है। लेकिन उनका सफेद झूठ तुरंत ही निकलकर सामने आ गया, क्योंकि नकल के लिए भी अक्ल चाहिए। उन्होंने जो वीडियो जारी किया था उसमें स्पष्ट रूप से वीडियो के पीछे के स्पेशल इफेक्ट स्पष्ट दिखाई दे रहे थे। ऐसे में केरल सरकार ने आम आदमी पार्टी के सफेद झूठ की पोल खोलकर दो बातें स्पष्ट कर दी है कि राजनीति में लोगों को उल्लू बनाने का एकाधिकार अब भी वामपंथियों का है और आम आदमी पार्टी उनके सामने कहीं नही टिकती!

और पढ़ें: ट्विटर यूजर ने आम आदमी पार्टी की पीआर मशीनरी चलाने वाले ‘संदिग्ध आदमी’ का किया पर्दाफाश

Exit mobile version