जिनके घर शीशे के होते हैं वो दूसरे के घरों में पत्थर नहीं फेंका करते, पर यदि पत्थर आते हैं तो समझ लीजिये यह कोई बौरा ही है। यही बौरे आज भारत में कट्टरपंथी, उदारवादी और चमचों के रूप में जाने जाते हैं। इस्लामवादियों के हिमायती सदा से ही राष्ट्र विरोध का बिगुल फूंकते आए हैं और उन्हें इससे संकोच करना कभी नहीं सिखाया गया है क्योंकि इन्हें आजतक पैसा ही नफरत फैलाने का मिला है। इस प्रकार, वे अपने दृष्टिकोण को व्यक्त करने के लिए ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का सहारा लेते हुए उसका सार्थक प्रयोग करने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर हमला करते रहते हैं। केंद्र सरकार और हिंदुओं के प्रति इतनी नफरत है कि वे एक पत्रकार को भी ऐसे टारगेट करते हैं जैसे उनका कोई विपक्षी नेता हो। जी हाँ, यहाँ बात हो रही है अमन चोपड़ा की जो भारतीय उदारवादियों की हिटलिस्ट में वो नए एंकर हैं जो हिन्दू हितों और दुराचार पर प्रश्न खड़े करके कट्टरपंथियों की तशरीफ़ सूजा देते हैं।
दरअसल, न्यूज़ 18 इंडिया के प्राइम टाइम एंकर अमन चोपड़ा ने हाल ही में अपने शो के दौरान अलवर में हुए मंदिर विध्वंस पर तीखे सवाल पूछ लिए जिससे जिहादियों को मिर्ची लग गई। चोपड़ा ने मात्र एक सवाल पूछा था कि, क्या जहांगीरपुरी में जो कुछ हुआ उसके लिए अलवर में हुआ मंदिर विध्वंस एक अभियानगत प्रतिशोध था। सवाल था कि, “क्या अलवर में मंदिर के विध्वंस का दिल्ली के जहांगीरपुरी के घटनाक्रम से कोई संबंध है, क्या यह इतना बड़ा संयोग है? दो दिन पहले जहांगीरपुरी में एक मस्जिद के बाहरी परिसर में बने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया था और आज राजस्थान के अलवर में तीन मंदिरों को तोड़ा गया जो मंदिर 300 साल पुराना था। क्या यह पूरा प्रकरण जहांगीरपुरी का बदला लेने के लिए था?”
बस, आग लगी और धुंआ उठ गया, जिस प्रकार कुत्तों को घी हज़म नहीं होता, ठीक उसी तरह कट्टरपंथियों को सच हज़म नहीं होता। ट्वीट के माध्यम से जिस प्रकार इन जिहादियों ने अपनी कुंठा बरसाई है न उसका कोई सानी नहीं है। इस तरह के बयानों से नाराज उदारवादियों ने पत्रकार की आलोचना करना शुरू कर दिया। नाराज तत्वों ने ट्विटर पर #ArrestAmanChopra ट्रेंड किया, और अमन चोपड़ा को धमकी दी। उदारवादियों ने राज्य की कांग्रेस सरकार से ‘अपराध’ के लिए दंडित करने के लिए भी कहा और कहेंगे भी किससे, रही बची एक आद आस या तो राजस्थान से कर सकते हैं या छत्तीसगढ़।
ट्विटर पर जिहादियों द्वारा किए गए ट्वीट
एक टीपू सुल्तान पार्टी है जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी ट्वीट किया, “न्यूज चैनल के जरिए देश में दंगे भड़काने वाले अमन चोपड़ा को गिरफ्तार करो।”
https://twitter.com/TSP_President/status/1517789623577378817?s=20&t=8qW7kAY_SWA2dCUVypDBhA
एक ट्वीटर उपयोगकर्ता @SurrbhiM ने लिखा, अमन चोपड़ा फेक न्यूज फैलाकर राजस्थान में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं !! प्रिय @ashokgehlot51ji क्या हम बीजेपी D@LAL अमन चोपड़ा के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद कर सकते हैं? #ArrestAmanChopra
Aman Chopra is trying to create commun@l tension in Rajasthan by spreading fake news !!
Dear @ashokgehlot51 ji can we expect action against Bjp d@lal Aman Chopra?#ArrestAmanChopra pic.twitter.com/nHKtbBT68k
— Surbhi (@SurrbhiM) April 23, 2022
कांग्रेसी भी कुछ पीछे नहीं थे, कांग्रेस के युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए IYC नेशनल लीगल सेल ने ट्वीट किया, “जाहिर है श्रीमान @AmanChopra_ धर्म के नाम पर हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे लोकतंत्र के चारों कोनों में धर्म के नाम पर नफरत/सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। @IYCLegalCell जल्द ही ऐसे कट्टरपंथी तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करेगी।
It is apparent that Mr @AmanChopra_ is trying to incite violence in the name of religion. Spreading hatred/communal disharmony in the name of religion will not be tolerated within four corners of our democracy.@IYCLegalCell will shortly file an FIR against such radical elements. https://t.co/5rB8YOKB6p
— IYC Legal Cell (@IYCLegalCell) April 23, 2022
बस फिर क्या था चोपड़ा के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध के बाद राजस्थान में News18 के एंकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। चोपड़ा के विरुद्ध राजस्थान पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की हैं। अमन चोपड़ा के खिलाफ राजस्थान के बूंदी और डूंगरपुर के बिछीवाड़ा थाने में सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में धारा 153, 295, 295 ए, 120 बी, 124 ए और 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
FIR registered by Rajasthan Police in 2 Police Stations against Journalist Aman Chopra @AmanChopra_ and others on charges of sedition, instigating communal hatred and spreading violence. pic.twitter.com/Va4F4TC1zO
— Live Adalat (@LiveAdalat) April 24, 2022
अब क्या ही कर सकते हैं, जब हिन्दू विरोधी बयां आते हैं तो क्या रवीश कुमार क्या अजित अंजुम किसी के विरुद्ध इन इस्लामवादियों और जिहादियों के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता पर जब हिन्दू धार्मिक स्थल के न्याय की बात आ गई तो इसी कांग्रेस जिसका नारा था “अब होगा न्याय” वो भिखारी बन गई और कटोरा लेकर बैठ गई कि मालिक करो अमन चोपड़ा की गिरफ़्तारी नहीं तो हम रूठ जाएंगे।