प्रिय अखिलेश यादव, जहांगीरपुरी के दंगाइयों के कपड़ों के बारे में आपके क्या विचार हैं?

कुंठित अखिलेश की विकृत मानसिकता!

अखिलेश यादव

Source- TFI

सत्ता गई पर हिन्दू विरोध के गुण नहीं गए। कुछ ऐसी ही हालत है उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जो फिर एक बार अपने कारनामे के लिए चर्चा में है। दरअसल समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट पर चेन स्नेचिंग का वीडियो पोस्ट किया। सीसीटीवी फुटेज में दो अज्ञात बाइक सवार बदमाश दिन दहाड़े सड़क पर गुजर रही दो महिलाओं से जंजीर छीनते नजर आ रहे हैं. उन्होंने वीडियो का कैप्शन भी लिखा, “गमछे से पहचानिए चेन लुटेरे कौन हैं!

अखिलेश ने चेन लुटेरों की ‘पहचान’ की

समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव की दिमागी कुंठा काफी लोकप्रिय है और उनका मुस्लिम तुष्टिकरण किसी से छुपा नहीं है। वह भगवा गमछा पहने एक चोर की ‘पहचान’ करने में व्यस्त है, पर जहांगीरपुरी के टोपी पहने हुए दंगाइयों पर टिप्पणी करने में उनकी बोलती बंद हो जाती है।

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दंगाइयों की पहचान करना भूल गए अखिलेश

जहांगीरपुरी हिंसा के दौरान शनिवार को एक शख्स ने भीड़ पर फायरिंग कर दी। इस घटना में एक व्यक्ति को पिस्तौल दिखाते हुए और ब्लैंक फायरिंग करते हुए एक वीडियो पुलिस को मिला, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी पिस्तौल को जब्त कर लिया गया। आपको बतादें कि शनिवार को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा भड़क गई। पथराव से लेकर तोड़फोड़ तक, उपद्रवियों ने सांप्रदायिक सद्भाव को नष्ट करने के लिए अपनी ताकत से सब कुछ किया। हिंसा के दौरान पुलिस कर्मी भी घायल हो गए।विशेष रूप से, सोशल मीडिया पर कई वीडियो साझा किए गए हैं जिनमें दंगाइयों को टोपी पहने देखा जा सकता है। उनमें से एक वीडियो में, असलम के रूप में पहचाने जाने वाले एक व्यक्ति को स्थानीय लोगों के पास फायरिंग करते देखा जा सकता है।

 

सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में पुरुषों को छेद वाली टोपी पहने हुए दिखाया गया है। इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि उनके पास तलवारें, रिवॉल्वर, लाठी और पत्थर हैं।

लेकिन इस मामले में अखिलेश वीडियो पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से परहेज कर रहे हैं क्योंकि वो शांतिदूत कौम को नाराज़ नहीं करना चाहते। पूर्व सीएम अखिलेश यादव की प्रवृत्ति है सोचे बिना भाजपा को निशाना बनाना। अखिलेश किसी भी अन्य संकट के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराते आए हैं और बीजेपी का विरोध करते-करते वो हिन्दू से जुड़ी भावनाओं को ठेस पहुंचा कर अपनी सारी मर्यादाएं लांघ जाते है।

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