AAP के पंजाब में मची है तबाही, भगवंत मान से नहीं संभल रहा है पंजाब

विपक्ष की आवाज दबाने में लगी पंजाब सरकार!

पंजाब की सरकार

Source- Google

पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बने काफी दिन बीत चुके हैं और इन बीते दिनों में पंजाब में 24 हाई प्रोफाइल हत्याएं हुई हैं। इन हत्याओं तो देखा जाए तो इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि पंजाब में अपराधियों का आतंक फैल रहा है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भगवंत मान और पार्टी आलाकमान अरविंद केजरीवाल हिमाचल और गुजरात का दौरा कर रहे हैं।

और पढ़ें- आम आदमी पार्टी के दस दिनों में भ्रष्टाचार खत्म करने के वादे में कितनी सच्चाई है, यहां जानिए

पुलिस विपक्षी नेताओं को चुप कराने में जुटी है

सवाल उठता है कि पुलिस क्या कर रही है। पुलिस अपराधियों को पकड़ने के बजाए विपक्षी नेताओं को चुप कराने में जुटी है। अपराधियों का गुंडाराज, सरकार के समानांतर प्रशासन चला रहा है। आम आदमी पार्टी द्वारा पुलिस के दुरुपयोग तथा पंजाब राज्य की डांवांडोल कानून व्यवस्था पर टिप्पणी करते हुए पश्चिमी दिल्ली के सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा, ‘ऐसा लगता है कि पंजाब में अब लोकतंत्र नहीं है। जब से सरकार बनी है वहां 24 हत्याएं हुई हैं लेकिन इस संबंध में कार्रवाई करने के बजाय भगवंत मान उन लोगों को जेल में डालकर निचले स्तर की राजनीति में लिप्त हैं जो उनके खिलाफ बोलने की हिम्मत करते हैं।

धनौला हाईवे पर एक लड़की का शव मिला है जिसके हाथ पैर बांधे गए थे, वहीं हाल ही में एक दूसरी घटना में खेमकरण में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई है। पटियाला में कुछ दिनों पूर्व गैंगवार में एक व्यक्ति की हत्या की गई थी। 3 सप्ताह पहले एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी की हत्या कर दी गई। कई टूर्नामेंटों में यूके का प्रतिनिधित्व करने वाले कबड्डी खिलाड़ी की 14 मार्च को गांव मल्लियां खुर्द में एक कबड्डी मैच के दौरान मौत हो गई थी। उसकी हत्या के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हत्या के पीछे गैंगस्टर, मैच फिक्सिंग गिरोह द्वारा संचालित सिंडिकेट का हाथ है।

और पढ़ें- आम आदमी पार्टी फिर से आंदोलनकारियों को दे रही है धोखा

कौन कौन है शामिल?

बता दें कि पंजाब में माफिया गिरोह सरकार के समानांतर अपना प्रशासन चलाते हैं। माफिया जगत की अर्थव्यवस्था ड्रग्स, मानव तस्करी, सट्टा बाजार पर निर्भर है। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत माफिया गिरोह भी शामिल है। पंजाब की सरकार तथा प्रशासन के साथ ही विपक्ष में बैठे राजनीतिक दल भी इस सिस्टम का हिस्सा है।

राजनीति को बदलने की कसम लेकर राजनीति शुरू करने वाली राजनीतिक पार्टी, इस पूरे सिस्टम के प्रति आंख मूंदे हुए हैं। केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री के साथ अन्य राज्यों में चुनाव जीतने के ख्याली पुलाव पका रहे हैं। पुलिस केजरीवाल के विरुद्ध सोशल मीडिया पर लिखने वाले नेताओं पर एफ आई आर दर्ज करने में व्यस्त है। भाजपा नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा पर पांच एफ आई आर दर्ज की जा चुकी हैं। पंजाब पुलिस इतनी सक्रिय है कि वह रात को 2:00 बजे बग्गा के घर उन्हें गिरफ्तार करने गई थी।

भारत के वामपंथी मीडिया समूह को केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी के अंदर भाजपा का विकल्प दिख रहा है। हालांकि वो बात और है कि यह दिवास्वप्न कभी पूरा नहीं होगा किंतु स्वयं को भ्रम में रखने के लिए वामपंथी मीडिया समूह इसे ही सत्य मान रहे हैं और पूरी तन्मयता से केजरीवाल तथा आम आदमी पार्टी के पास छुपाने के लिए पंजाब में हो रही घटनाओं को मुख्यधारा से बाहर करने का प्रयास कर रहे हैं।

Exit mobile version