विश्व के सबसे चर्चित अरबपतियों में से एक एलन मस्क अपने एक निर्णय के कारण पुनः चर्चा के केंद्र में आ गए हैं। इस बार एलन मस्क ट्विटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल ना होने के कारण खबरों में बने हैं। बता दें कि मस्क ट्विटर के सबसे बड़े शेयर धारक हैं इसके बाद भी वह बोर्ड में शामिल नहीं है।
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शेयरधारक बनकर भी नहीं लिया पदभार
टि्वटर के सीईओ पराग अग्रवाल ने ट्वीट कर ट्विटर की टीम को जानकारी देते हुए लिखा ‛बोर्ड में एलन मस्क की नियुक्ति आधिकारिक तौर पर 9 अप्रैल से प्रभावी होनी थी, लेकिन एलन ने उसी सुबह साझा किया कि वह अब बोर्ड में शामिल नहीं होंगे। मेरा मानना है कि यह कंपनी के हित के लिए है।’ उन्होंने लिखा “हम जोखिमों को लेकर स्पष्ट होने और सहयोग के लिए साथ आने को लेकर उत्साहित थे। हमारा यह भी मानना है कि एलन मस्क द्वारा एक जिम्मेदार (पदाधिकारी) के रुप में, कंपनी के अन्य सदस्यों की तरह, कंपनी के और हमारे सभी शेयरधारकों के सर्वोच्च हित में कार्य करना ही आगे का सर्वोत्तम मार्ग था। (इसलिए) बोर्ड ने उन्हें एक पद दिया था।”
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इतिहास गवाह है एलन मस्क का
हालांकि यह जानकारी केवल ट्विटर की टीम के लिए नहीं थी। उन्होंने स्पष्ट रूप से आगे भी लिखा कि ‛हम जो निर्णय करते हैं और उसे उसका प्रकार क्रियान्वयन करते हैं, वह हमारे हाथ में है, किसी दूसरे के नहीं।’ संभवत यह एलन मस्क पर एक कटाक्ष था क्योंकि एलन मस्क पिछले कई दिनों से ट्विटर की कार्य पद्धति के विरुद्ध टिप्पणी करते रहे हैं।
एक ओर एलन मस्क लगातार ट्विटर के विरुद्ध टिप्पणी करते रहे दूसरी ओर जब उन्हें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होने का अवसर मिला तो उन्होंने मना कर दिया। यह कोई आश्चर्यजनक कदम नहीं है क्योंकि एलन मस्क का इतिहास यही है कि वह अपने बल पर कोई कार्य नहीं कर सकते है उनका इतिहास ही कुछ ऐसा रहा है।
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एलन मस्क की शुरुआत
टेस्ला नामक बड़ी कंपनी के मालिक एलन मस्क ने यह कंपनी शुरू नहीं की थी। सर्वप्रथम 17 साल की आयु में एलोन मस्क ने दक्षिण अफ्रीका की अनिवार्य मिलिट्री सेवा से बचने के लिए कनाडा की नागरिकता ले ली। अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी शुरू करने के दो दिन बाद ही एलन मस्क ने अपना शोध कार्य बीच में छोड़ दिया। एलन मस्क ने कुछ समय तक PayPal कंपनी के सीईओ का पद संभाला किंतु कुछ दिनों बाद उन्हें वहां से हटा दिया गया। आज जिस टेस्ला कंपनी का स्वामित्व मस्क के पास है वह भी किसी दूसरे की बनाई गई कंपनी है।
एलन मस्क वास्तव में भगोड़े प्रवृत्ति के हैं। पहले उन्होंने ट्विटर की कार्य पद्धति पर सवाल खड़े किए और जब ट्विटर ने उन्हें बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में शामिल होने का आमंत्रण दिया तो वह पीछे हट गए। वस्तुतः एलन मस्क भगोड़े प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। उनकी पूरी छवि PR एजेंसियों की मेहरबानी से चल रही है। संभवतः टि्वटर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को यह पता था कि मस्क को जैसे ही बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में शामिल होने का निमंत्रण दिया जाएगा वह पीछे हट जाएंगे। मस्क 10% के शेयरधारक भी हैं और उनके पास कोई अधिकार भी नहीं है। ट्विटर ने उन्हें आमंत्रित करके उनकी चालाकी पर वार किया है।