यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपराधियों पर सख्त हो गए हैं। उनका “माफिया पर बुलडोजर” मॉडल पूरे देश में प्रसिद्द है और योगी मॉडल ने पूरे भारत में लोकप्रियता हासिल की है और इस मॉडल का राज्य के अन्य अधिकारी भी माफिआओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं।
कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए योगी मॉडल की सफलता से राज्य में शांति बहाल हो गया है। योगी सरकार का खौफ इतना है की अपराधी खुद अपने आप को सरेंडर करने के लिए सामने आने लगे हैं। अपराधियों में योगी का इतना भय है की वो बुरे काम करने से कतराने लगे हैं।
योगी आदित्यनाथ ने राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति पर विशेष ध्यान देते हुए इसे चौतरफा विकास की पटरी पर ला दिया। जिस तरह अपराधियों ने पुलिस थानों में सरेंडर कर दिया और उनसे मुठभेड़ न करने की गुहार लगाई, उसी तरह अवैध संपत्ति धारक अब सरकार से अपनी अवैध संपत्तियों को ध्वस्त करने का अनुरोध कर रहे हैं।
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खुद कब्जाधारी घर तोड़ने की अपील कर रहे हैं
इसी क्रम में एक मामला रामपुर जिले की तहसील शाहाबाद के मित्रपुर एहरोला गांव में सामने आया, जब एक स्थानीय नागरिक एहसान मियां ने खुद एक आवेदन दायर किया और एसडीएम अशोक चौधरी से सरकार द्वारा बुलडोजर कार्रवाई के डर से अपने ही अवैध रूप से बनाए गए घर को ध्वस्त करने की अपील की।
शुरुआती जांच में पता चला कि एहसान मियां का दावा सही है। उनका घर आंशिक रूप से सूखे तालाब पर और आंशिक रूप से कब्रिस्तान पर बना है। ये दोनों संपत्तियां क्रमश: सरकार और वक्फ बोर्ड की हैं। खबरों के मुताबिक, एहसान मियां ने कहा, ‘हम करीब दो पीढ़ियों से घर में रह रहे हैं। हमारे प्लॉट मैप में मैंने हाल ही में पाया कि वक्फ और सरकार की संपत्ति पर अवैध रूप से घर बनाया गया था। इसलिए मैंने इसे ध्वस्त करने के लिए अर्जी दाखिल करने का फैसला किया।”
एसडीएम अशोक चौधरी ने कहा, “रामपुर जिले की तहसील शाहाबाद अंतर्गत मित्रपुर एहरोला गांव में कई घर सूखे तालाबों और कब्रिस्तानों पर बने हैं। गांव के सर्वे के बाद प्रशासन को पता चला कि ऐसी जमीन नहीं रखी जा सकती, अब हम कार्रवाई करने को मजबूर हैं। उन्हें जल्द ही आधिकारिक नोटिस भेजा जाएगा।”
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों के प्रचार के दौरान अपने भाषणों में बदमाशों और अवैध रूप से निर्मित संपत्तियों पर बुलडोजर चला कर अपना चुनावी वादा पूरा कर रहे हैं।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने सीएम के रूप में अपने पहले कार्यकाल में माफिया के खिलाफ कई बार बुलडोजर का इस्तेमाल किया। पहले तो केवल विपक्ष ने योगी की छवि खराब करने के लिए उन्हें बुलडोजर बाबा कहा लेकिन जल्द ही उत्तर प्रदेश के लोगों ने इस बुलडोजर मॉडल के पक्ष में आवाज उठाई और आने वाले दिनों में ऐसे कई कार्यवाई देखने को मिल सकती है क्योंकि योगी सरकार की अपराधियों के प्रति जीरो टोलेरेंस नीति रही है और अपराधियों में कानून का डर इस बात का इशारा कर रहा है की योगी सरकार में अपराधी खुद की जान बचाने को पहली प्राथमिकता दे रहे हैं।