केरल में वामपंथी सरकार में एक और कारनामा सामने आया है। केरल में शिक्षा व्यवस्था की हालत दिन-प्रतिदिन ख़राब होते जा रही है। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हाल ही में परीक्षाओं में गड़बड़ी पर केरल और कन्नूर विश्वविद्यालय से रिपोर्ट मांगी है।
और पढ़ें: आप दिल्ली-शिक्षा मॉडल पर अटके हुए हैं, यूपी-शिक्षा मॉडल तो मिसाल है मिसाल!
शिक्षा के क्षेत्र में अक्षमता या भ्रष्टाचार
आपको बतादें कि केरल विश्वविद्यालय में “सिग्नल्स एंड सिस्टम्स” पर बीएससी इलेक्ट्रॉनिक्स परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को प्रश्न पत्र के बजाय उत्तर कुंजी वितरित की गई। गौरतलब है कि परीक्षा फरवरी में हुई थी और परीक्षा के दौरान एक भी छात्र ने इस मुद्दे को नहीं उठाया था। उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन के लिए भेजे जाने पर गड़बड़ी का पता चला। इसी क्रम में कन्नूर विश्वविद्यालय में परीक्षा स्थगित कर दी गई क्योंकि यह पाया गया कि पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को इस वर्ष एक बार फिर दोहराया गया है।
इस मामले को लेकर राज भवन अधिकारियों ने कहा है कि “रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे कहा की यह विश्वविद्यालय के मामलों में राजभवन का नियमित हस्तक्षेप है।” आपको बतादें, कि विश्वविद्यालयों में गड़बड़ी ऐसे समय में हुई है जब केरल के राज्यपाल कुलपतियों की नियुक्ति सहित राज्य विश्वविद्यालयों के प्रशासन से संबंधित मुद्दों पर राज्य सरकार के साथ विवाद में हैं। कन्नूर विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर गोपीनाथ रवींद्रन ने कहा कि मामले को देखने के लिए एक उपसमिति बनाई गई है। रिपोर्ट पर संघ द्वारा चर्चा की जाएगी, जो गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा। इससे पहले, विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. पी.जे. विंसेंट ने इस गलती की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कहा, “इस प्रक्रिया में शामिल शिक्षकों को काली सूची में डाल दिया जाएगा।”
और पढ़ें: दिल्ली का शिक्षा मॉडल – महंगे प्राइवेट स्कूल और बिना हेडमास्टर के सरकारी स्कूल
केरल में तकनीकी शिक्षा का आधार बहुत संकीर्ण है। रोजगार की अच्छी संभावना वाले और राज्य के संसाधनों के लिए उच्च प्रासंगिकता वाले कई पाठ्यक्रम केरल में उपलब्ध नहीं हैं। विश्वविद्यालयों के बीच, पाठ्यक्रमों का दोहराव है, जबकि राज्य से संबंधित पाठ्यक्रम बिल्कुल भी शुरू नहीं होते हैं।
केरल विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक डॉ एन गोपकुमार ने कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं। कन्नूर विश्वविद्यालय में पर्चियों का उल्लेख करते हुए, खान ने रविवार को दिल्ली में मीडिया से कहा था-“यह अक्षमता का एक स्पष्ट संकेत है। केरल में उच्च शिक्षा क्षेत्र डोल्ड्रम्स में है, भले ही स्कूल की शिक्षा देश में सबसे अच्छी हो। किसी को गलतियों के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।” केरल में शिक्षा व्यवस्था की हालत को लेकर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान पहले भी हमलावर रहे हैं और इस बार के इस बड़े शिक्षा खामी को देखते हुए आरिफ मोहम्मद खान किसी को बख्शने के मूड में नहीं दिख रहे है।