‘पार्टी विद अ चेंज’ का नारा लेकर आयी आम आदमी पार्टी राजनीति बदलने के लिए आई थी पर उसके नेता कब बदल गये वो किसी को आज तक नहीं पता चला। आम आदमी पार्टी ईमानदारी का शिगूफा लेकर आई और भ्रष्ट वातावरण का समूल नाश करने के दिल्ली के राजनीतिक द्वंद्व में उतर गई। परिणाम यह रहा कि आम आदमी पार्टी राजधानी दिल्ली में खेला कर गई और कांग्रेस और भाजपा को पछाड़ स्वयं सत्ता पर आसीन हो गई। अब उसके पास दिल्ली के अतिरिक्त एक और राज्य है पंजाब जहां से भ्रष्टाचार की खबरें आती जा रही हैं।
दरअसल, इन दिनों आम आदमी पार्टी के नेताओं और विशेषकर उसके मंत्रियों के ग्रह-नक्षत्र ठीक नहीं चल रहे हैं। पहले पंजाब के भगवंत मान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री घोटाले में फंसे और उन्हें सरकार से निष्कासन मिला तो वहीं अब ये आंच दिल्ली के भी स्वास्थ्य मंत्री तक पहुंच गयी। सोमवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिए।
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प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया है। ईडी जैन की 4.81 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है। ज्ञात हो कि, पंजाब आम आदमी पार्टी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेजा गया है। उन पर स्वास्थ्य विभाग से जुड़े टेंडर में एक प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगा था।
भ्रष्टाचार, अत्याचार और दुर्व्यवहार में आम आदमी पार्टी का कोई सानी नहीं
ऐसे में यह कोई नयी बयार नहीं है जब आम आदमी पार्टी के नेताओं पर ऐसी गाज गिरी हो, एक अंतहीन सूची है जिसका भ्रष्टाचार, अत्याचार और दुर्व्यवहार में कोई सानी नहीं है।
सोमनाथ भारती
आम आदमी पार्टी के नेताओं की सूची उसके तत्कालीन कानून मंत्री सोमनाथ भारती से होती है। 2013 में पत्नी लिपिका मित्रा ने उनके खिलाफ द्वारका नॉर्थ थाने में घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी। गिरफ्तारी से बचने के लिए सोमनाथ हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे थे। सोमनाथ की पत्नी ने शिकायत में उल्लेख किया था कि जब वे गर्भवती थीं और सातवां महीना चल रहा था तब सोमनाथ उनके पीछे कुत्ते छोड़ देते थे। 2014 में भारती को इस्तीफा देना पड़ा था। लिपिका ने कहा कि उन्होंने उन्हें एक बार गर्भपात के लिए मजबूर किया और उसने अपनी कलाई काट लेने का प्रयास किया। इसके साथ ही भारती पर एम्स में कर्मचारियों से मारपीट का भी आरोप लगा था, ये मामला अभी भी कोर्ट में लंबित है। पिछले साल वह यूपी के दौरे पर थे, यहां दिए गए विवादित बयान को लेकर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था।
जितेन्द्र तोमर
इसी क्रम में अगला नाम आता है एक और तत्कालीन कानून मंत्री जितेन्द्र तोमर का। 2015 में सबसे पहले जिस मंत्री पर आरोप तय हुए थे वो तोमर ही थे। आरोप था फ़र्ज़ी डिग्री बनवाने का जिसके बाद तोमर को मंत्री पद से हटा दिया गया था। साल 2015 में तोमर को गिरफ्तार किया गया था। उन पर वकालत की फर्जी डिग्री रखने के मामले में कार्रवाई की गई थी। एक आरटीआई के हवाले से पता चला कि जितेंद्र की डिग्री बोगस है। ठीक एक दिन बाद भागलपुर यूनिवर्सिटी ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि जो पंजीकरण नंबर उनकी डिग्री पर है, उस नंबर पर कोई और पंजीकृत है। दिल्ली चुनाव में वो आम आदमी पार्टी से त्रिनगर से चुनाव जीते और केजरीवाल सरकार में कानून मंत्री बने और साथ ही दिल्ली के पर्यटन, कला और संस्कृति मंत्रालय की भी अतिरिक्त जिम्मेदारी तोमर को दी गयी थी।
संदीप कुमार
अगला नंबर आया था, आम आदमी पार्टी में मंत्री रहे संदीप कुमार का। 2016 में राशन कार्ड बनवाने के बहाने महिला से रेप केस में फंसने के बाद इस मामले में उनको जेल भेजा गया था। इस घटना की एक सीडी भी सामने आई थी। 2015 में विधायक बनने के बाद संदीप कुमार को केजरीवाल सरकार में महिला एवं बाल कल्याण विकास मंत्री बनाया गया था। उनके पास एससी-एसटी कल्याण मंत्रालय का भी प्रभार था। लेकिन, 2016 में एक ऐसी सीडी वायरल हुई, जिसमें संदीप कुमार को दो महिलाओं के साथ आपत्तिजनक हालात में देखे जाने के आरोप लगे। महिला का कहना था कि वह संदीप कुमार के पास राशन कार्ड बनवाने गई थी। यहां कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया। उसके बाद रेप किया गया। मामले में केजरीवाल ने संदीप को सरकार और पार्टी से बर्खास्त कर दिया था।
अमानतुल्लाह खान
चारित्ररिक रूप से अपंग हो चुके कई “आप” नेता तो रिश्तों की मान मर्यादा को भी तार-तार कर चुके हैं। 2016 में साले की पत्नी ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। महिला ने कहा था कि पिछले चार साल से अमानतुल्ला उसे परेशान कर रहे थे। यही नहीं सरकारी काम में बाधा डालने के बाद अमानतुल्लाह को हाल ही में “बैड कैरेक्टर” घोषित कर दिया था और वो जेल भी गए थे।
प्रकाश जारवाल
विधायकों की सूची में अगला नाम आम आदमी पार्टी के देवली से विधायक प्रकाश जारवाल का है। जारवाल साल 2017 में एक 53 साल की महिला से बदसलूकी के आरोप में फंस गए थे। महिला ने आरोप लगाया था कि प्रकाश जारवाल ने ना केवल उसे धमकाया बल्कि उसके साथ बदसलूकी भी की। उसके बाद प्रकाश जारवाल 2018 में दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट के मामले में फंसे। मामले में पुलिस ने विधायक प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
आसिम अहमद खान
साल 2018 में दिल्ली आम आदमी पार्टी सरकार में मंत्री आसिम अहमद खान का नाम भी भ्रष्टाचार के मामले में सामने आया था। तब CM अरविंद केजरीवाल ने अपने कैबिनेट मंत्री आसिम अहमद खान को हटा दिया था। आसिम पर 6 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा था।
विजय सिंगला
अब हालिया भ्रष्टाचार के मामले में पंजाब के आम आदमी पार्टी के नए नवेले विधायक और मंत्री बने विजय सिंगला का है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंत्री विजय सिंगला को बर्खास्त कर दिया। इसके बाद एंटी करप्शन ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया। 52 साल के विजय सिंगला पंजाब के मनसा से विधायक हैं और उन्होंने 19 मार्च को मंत्री पद की शपथ ली थी।
और अंततः सत्येन्द्र जैन जिन्हें ED ने सोमवार को गिरफ्तार किया। बताया गया है कि जैन के परिवार के लोग कुछ ऐसी फर्म से जुड़े थे जो PMLA के तहत जांच के दायरे में हैं। ईडी की जांच में पता चला है कि साल 2015-16 के दौरान जब सत्येंद्र कुमार जैन एक लोक सेवक थे। तब उनके द्वारा लाभकारी स्वामित्व वाली और नियंत्रित कंपनियों को कोलकाता स्थित कैश हस्तांतरण के खिलाफ शेल कंपनियों से 4.81 करोड़ रुपये की आवास प्रविष्टियां मिलीं। इस पैसे का उपयोग भूमि की सीधी खरीद के लिए या दिल्ली और उसके आसपास कृषि भूमि की खरीद के लिए जो ऋण लिए गए उनकी अदायगी के लिए किया गया था। जैन पर अधिकारों के दुरुपयोग के भी कई आरोप लग चुके हैं।
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ऐसे में यह तो स्पष्ट हो गया कि आम आदमी पार्टी के मंत्री हों चाहे विधायक न काम में न तीन में और न तेरह में हैं। भ्रष्ट और चारित्रिक रूप से समाप्त हो चुके नेताओं ने कांग्रेस के भ्रष्टाचार को भी पानी पिला दिया।