हिन्दू धर्म विश्व का सबसे पुराना धर्म है। हिन्दू धर्म को मानने वाले सभी सनातनी अपने इष्ट देवी-देवताओं का पूजा करते है। आपको बतादें की देश में देवभूमि के नाम से मशहूर उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर से धामी एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज संबंधित अधिकारियों को चार धाम मंदिरों में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को खत्म करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि चार धाम तीर्थों में आने वाले वीआईपी लोगों को अब इन मंदिरों में दर्शन और प्रार्थना के लिए कोई विशेष विशेषाधिकार नहीं मिलेगा और उनके साथ आम भक्तों के समान व्यवहार किया जाएगा।
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खबरों के मुताबिक
केदारनाथ में VVIP प्रवेश द्वार पहले ही बंद कर दिए गए हैं। यह याद किया जा सकता है कि इस मौसम में, चार धाम मंदिरों और विशेष रूप से केदारनाथ में भक्तों की अभूतपूर्व भीड़ के कारण, सरकार को चार धाम यात्रा के कथित खराब संचालन के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है। हालांकि, सरकार अब चार धाम तीर्थस्थलों और यात्रा मार्गों पर विशेष व्यवस्था इंतजाम कर रही है। धामी ने राज्य की पुलिस और प्रशासन को भी निर्देश दिया कि यात्रा को व्यवस्थित तरीके से नियमों के अनुसार सख्ती से संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग को न केवल नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए बल्कि भीड़ के बेहतर प्रबंधन और तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानी भी बरतनी चाहिए।
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धामी ने दावा किया
सरकार लगातार चार धाम यात्रा की निगरानी कर रही है। उन्होंने कहा कि इस साल चार धाम यात्रा का प्रबंधन बड़ी चुनौती है, लेकिन सरकार इसे कारगर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा में जो भी हताहत हुए (अब तक 28 मौतें) हुई हैं, वे सभी अराजकता और भगदड़ के कारण नहीं बल्कि मृतक की स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण हुई हैं। मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा के लिए आने वाले युवाओं से भी आग्रह किया कि वे बुजुर्गों और महिलाओं को अपने सामने दर्शन करने दें। मुख्यमंत्री धामी के फैसले के बाद, बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के प्रमुख अजेंद्र अजय ने धामी के फैसले की सराहना की। उन्होंने कहा “यह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा एक अच्छा फैसला है।” उन्होंने कहा, “भगवान सभी के लिए समान हैं, और किसी को भी भगवान के दर्शन करने के लिए तरजीह नहीं दी जानी चाहिए।”
धामी ने इस साल क्रमशः केदारनाथ और बद्रीनाथ में यात्रा की तैयारियों को संभालने के लिए दो कैबिनेट मंत्रियों, धन सिंह रावत और सुबोध उनियाल को सौंपा है। आपको बतादें कि राज्य के चार धाम और हिंदू इतिहास के सबसे प्रसिद्ध पवित्र स्थानों के रूप में जानने वाले चार हिमालयी तीर्थ स्थलों, यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा की तैयारी की समीक्षा के बाद वीआईपी दर्शन को खत्म करने के आदेश दिए गए हैं।
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जिसके बाद से पूरे देश में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पूरे देश में वाहवाही हो रही है और उनकी नीतियों और उनकी सोंच की भी लोग तारीफ कर रहे हैं और धामी ने अन्य राज्यों को भी एक सन्देश दिया है की भगवान के दरबार में हर भक्त समान होता है और धामी ने अन्य राज्य सरकारों और VVIP को भी एक सन्देश दिया है की भगवान के दरबार में हर भक्त समान होता है और अन्य राज्य के सरकारों को यह भी सीख दी की इस तरह के ऐतिहासिक फैसला वो भी ले सके।