आप राष्ट्र हैं, देश के नागरिक होने के हैसियत से आप भारत की इकाई का प्रतिबिंब हैं। आपके अंदर उत्पन्न किसी भी विकार, त्रुटि, द्वेष, अज्ञानता या गंदगी पूरे देश को गंदा कर सकती है। नेता कोई देश के शासक नहीं बल्कि लोकतंत्र में आम जनमानस के ही प्रतिनिधि होते हैं, आप ही को प्रतिबिंबित करते हैं। ऐसा ही एक राजनीतिक ठग और बहरूपिये ने आपके अंदर मौजूद लोभ रूपी विकार को उभार कर राजनीतिक सत्ता हासिल कर ली। इसी राजनीतिक ठग और बहरूपिये का नाम है-अरविंद केजरीवाल।
आम आदमी पार्टी ने अपने अहंकार को पोषित किया है
मुफ्त की बिजली, पानी, सैद्धांतिक स्वच्छता और निष्पक्ष राजनीति, आम आदमी का हित और लोकपाल का लालच देकर आपके स्वार्थों का दोहन किया और राजनीतिक सत्ता प्राप्त कर अपने अहंकार को पोषित किया तथा अब वह राष्ट्र और संवैधानिक हितों की तिलांजलि देने पर आतुर है। आज आम आदमी पार्टी में खूनी बलात्कारी अपराधी भ्रष्टाचारी का लाचारी सभी प्रकार के नेता और नेतृत्व आपको दिख जाएगी तथा अंतर और सिद्धांत वाली राजनीति आप को ताक पर रखी हुई मिलेगी। जैसे जैसे अब आम आदमी के आंखों से मुफ्तखोरी का पर्दा हट रहा है वैसे वैसे अरविन्द केजरीवाल का तानाशाही रवैया साफ-साफ दिख रहा है।
इस लेख में हम जानेंगे कि क्यों अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बनकर खुश नहीं हैं और उनको पुलिस व्यवस्था की कमान चाहिए ताकि वो अपनी तानाशाही और राजनीतिक बर्बरता अपने विरोधियों पर दिखा सके। अब जो पंजाब पुलिस की कमान उन्हें मिल गयी है तो वो इसका इस्तेमाल कभी कुमार विश्वास तो कभी अपने विरोधियों को दबाने के लिए करने लगे हैं और उनकी ऐसी निकृष्ट और अहंकारी राजनीति देखकर जनता ठगा हुआ महसूस कर रही है।
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ऐसे ही एक मामले में पंजाब पुलिस ने आज भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को उनके दिल्ली स्थित निवास स्थान से गिरफ्तार किया है। इस पर भाजपा नेताओं के आक्रोश के बाद, यह मुद्दा नाटकीय रूप से राजनीतिक रस्साकशी में बदल गया, जिसमें तीन राज्य पुलिस बल शामिल हैं।
बग्गा के पिता ने दिल्ली पुलिस से पंजाब पुलिस के इस बर्बरता और राजनीतिक तानशाही के खिलाफ गुहार लगाई। दिल्ली पुलिस को भी उनके पिता के कथित शिकायत पर पंजाब पुलिस के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करनी पड़ी।
हरियाणा पुलिस ने बिल्कुल फिल्मी स्टाइल में की कार्रवाई
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए हरियाणा पुलिस ने बिल्कुल फ़िल्मी स्टाइल में पंजाब पुलिस की टीम के काफिले को रास्ते में ही रोक दिया। हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस के वाहन को घेर लिया और उन्हें राजमार्ग से हटाकर कुरुक्षेत्र के एक पुलिस स्टेशन ले गए। उसके बाद इस राजनीतिक फिल्म में एंट्री मारी दिल्ली पुलिस ने और एंट्री भी क्या धमाकेदार रही। पंजाब पुलिस तो बिलकुल चेक मेट ही हो गयी।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल ने दावा किया कि लगभग 50 पुलिस वाले श्री बग्गा के दिल्ली स्थित घर में सुबह करीब साढ़े आठ बजे घुसे और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनके पिता की पुलिस द्वारा लात-घूसों और लाठी-डंडो से पिटाई की गयी। बग्गा को अपनी सिख पगड़ी तक भी नहीं पहनने दिया गया।
बग्गा के पिता ने आरोप लगाया है कि लगभग 10-15 पुलिस वाले उनके घर में घुसे, उन्हें घूंसा मारा और उनके बेटे को पंजाब ले जाने के लिए बाहर खींच लिया। जब उन्होंने एक वीडियो रिकॉर्ड करने की कोशिश की तो पुलिस ने उनका फोन छीन लिया और उनके और बग्गा, दोनों के फोन जब्त कर लिए। इस पर उन्होंने अपहरण की शिकायत दर्ज कराई है। प्राथमिकी में दिल्ली पुलिस ने बग्गा के पिता प्रीत पाल द्वारा बताए गए घटनाओं के विवरण को दर्ज कर लिया है।
पंजाब पुलिस ने हरियाणा के शीर्ष पुलिस अधिकारी को एक पत्र भेजकर स्पष्ट किया है कि यह अपहरण का मामला नहीं है और हरियाणा पुलिस उन्हें बेवजह रोक रही है।
आम आदमी पार्टी के नेताओं ने गिरफ्तारी का बचाव करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस निष्पक्ष तरीके से काम कर रही है और पांच बार नोटिस भेजे जाने के बाद भी बग्गा द्वारा जांच में सहयोग करने से इनकार करने के बाद कार्रवाई की गई। आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि उन्होंने बग्गा के बारे में जानकारी एकत्र की है, जिसके बारे में उनका दावा है कि वह सोशल मीडिया पर “अश्लील, जहरीली और घृणित भाषा” का इस्तेमाल करते हैं।
दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि उन्हें गिरफ्तारी के संबंध में कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। हालांकि, पंजाब पुलिस ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पूर्व सूचना दी गई थी और उनकी एक टीम कल शाम से जनकपुरी पुलिस स्टेशन में है।
बग्गा को पंजाब की एक अदालत में ले जाया जाना था। उसके खिलाफ पंजाब के मोहाली जिले के साहिबजादा अजीत सिंह नगर में साइबर सेल में शिकायत दर्ज की गई थी। श्री बग्गा के खिलाफ भड़काऊ बयान देना, धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देना और आपराधिक धमकी देना शामिल है।
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सोशल मीडिया पर केजरीवाल के विरुद्ध मुखर रहे हैं बग्गा
बग्गा सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध काफी मुखर रहे हैं। ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म को लेकर केजरीवाल के विरुद्ध अपने ट्वीट के लिए दिल्ली और पंजाब दोनों में शासन कर रही आप की ओर से उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा।
भाजपा नेताओं ने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विरुद्ध है। केजरीवाल को यह समझाना ही होगा की भारत की जनता कुछ भी माफ कर सकती है लेकिन स्वार्थ और अहंकार की राजनीति उसके लिए अक्षम्य है। आप भारत पर शासन तो कर सकते हैं लेकिन जनता के समक्ष हाथ जोड़े हुए और यही यहां के लोकतंत्र की जड़ को परिभाषित करती है। केजरीवाल दिल्ली और पंजाब के सेवक हो सकते हैं शासक बनाने का प्रयास करेंगे तो जनता उनके अहंकार को अपने ऊंगली से कुचल देगी।