पाकिस्तान पर भारत की ‘डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक’, ट्विटर, यूट्यूब अकाउंट पर ताबड़तोड़ कार्रवाई

पाकिस्तान सरकार के ये आधिकारिक अकाउंट अब भारत में नहीं दिखेंगे!

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Source- TFIPOST.in

शुरू मजबूरी में किए थे अब मज़ा आ रहा है। सूचना के अधिकार से कोई वंचित न रहे इस ध्येय के साथ सोशल मीडिया का उपयोग भारत में धारा प्रवाह अविचल होकर चल रहा है। इस प्रवाह को बाधित करना तब ज़रूरी हो जाता है जब वो सूचना का प्रसार भारत की समृद्धि में सबसे बड़े बाधक का कारण बन जाए। इसी क्रम में भारत को पाकिस्तान के प्रति सख्त निर्णय और रुख अपनाने शुरू करने पड़ गए हैं। भारत ने सोमवार को कथित रूप से फर्जी खबरें फैलाने के लिए ट्विटर पर पाकिस्तान दूतावासों के कई आधिकारिक खातों पर प्रतिबंध लगा दिया। इसका असर देखते ही बनता था क्योंकि यहाँ यह निर्णय लागू नहीं हुआ वहां पाकिस्तान की ओर से मिमियाना शुरू हो गया।

दरअसल, संयुक्त राष्ट्र, तुर्की, ईरान और मिस्र में पाकिस्तानी दूतावास के आधिकारिक खातों को भारत में ट्विटर द्वारा रोक दिया गया है। पाकिस्तान में राष्ट्रीय सार्वजनिक प्रसारक- रेडियो पाकिस्तान का खाता भी ट्विटर पर रोक दिया गया है। भारत में ट्विटर द्वारा इन आधिकारिक खातों को बंद करने के बाद पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने ट्विटर से इन खातों को तत्काल एक्सेस के साथ बहाल करने का आग्रह किया।

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भारत में पाक के आधिकारिक खातों पर रोक

इस बीच, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने अपना दुखड़ा व्यक्त किया है और कहा कि यह “गंभीर रूप से चिंतित” है कि भारत ने इन आधिकारिक खातों तक पहुंच को रोककर भारतीय ट्विटर पर “सूचना के प्रवाह” को अवरुद्ध कर दिया है।” हाँ, हाँ सूचना को अवरुद्ध करके तो ज़ुल्म हो गया, ऐसी सूचना जो गिअर ज़रूरी हो, मतभेद पैदा करा उसका होना न होना एक समान होता है। यह पहली बार नहीं है जब भारत ने ऐसा कदम उठाकर पाकिस्तान को सख्त संदेश देने का काम किया है। इससे पहले अप्रैल में, भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पाकिस्तान के छह सहित 16 YouTube आधारित समाचार चैनलों को अवरुद्ध कर दिया था।

जांच में यह देखा और पाया गया था कि इन चैनलों का इस्तेमाल राष्ट्रीय सुरक्षा, भारत के विदेशी संबंधों,  देश में सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित मामलों पर सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें फैलाने के लिए किया गया था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया था कि किसी भी डिजिटल समाचार प्रकाशक ने आईटी नियम, 2021 के नियम 18 के तहत मंत्रालय को आवश्यक जानकारी नहीं दी थी।

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पाकिस्तान में सरकारी अकाउंट के अलावा, डिजिटल फोरेंसिक, रिसर्च एंड एनालिटिक्स सेंटर (DFRAC) की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि पाकिस्तानियों द्वारा बनाए गए कई नकली अकाउंट स्क्रीन के पीछे छिपे हुए हैं और भारत के प्रतिष्ठित संस्थानों को निशाना बनाने के एजेंडे के साथ हैशटैग चला रहे हैं। ये पाकिस्तानी अकाउंट खुलेआम दुष्प्रचार फैलाते हैं।

अब जब यह सारा तंत्र एकमुश्त होकर भारत के प्रति ज़हर उगलने से लेकर भारत को बदनाम करने के लिए काम कर रहा है तो क्यों उसपर कार्रवाई न हो। ऐसे देश से न मैत्री भली न दुश्मनी क्योंकि पाकिस्तान खुद तो याचना करने के अव्वल दर्ज़े को भी लांघ चुका है ऐसे में उससे भिड़ंत करने से बेहतर है कि उसपर कार्रवाई हो और आधिकारिक रूप से विज्ञप्ति के माध्यम से उसका प्रसार हो बस। इसके अतिरिक्त न ही पाकिस्तान किसी और उदारता के लिए बाध्य है और न ही होना चाहिए।

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