IPL से लोग ‘पक’ चुके हैं, TV रेटिंग और दर्शकों की संख्या में ‘रिकॉर्ड’ गिरावट यही संकेत देते हैं

IPL की एकरुपता ने इसे 'बोरियत' बना दिया है!

आईपीएल टीवी रेटिंग

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आईपीएल ने भारत को क्रिकेट का बेताज बादशाह बना दिया लेकिन अब यही इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2022 संस्करण कम रेटिंग और टीवी पर कम दर्शकों को आकर्षित कर रहा है। उद्योगपति हर्ष गोयनका ने आईपीएल 2022 की टेलीविजन रेटिंग (TVR) में गिरावट के छह कारणों को ट्वीट किया। उनके अनुसार, पहला कारण पसंदीदा मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स का खराब प्रदर्शन है, जो अंक तालिका में सबसे नीचे हैं। यह अब तक खेले गए 14 संस्करण में उनका सबसे खराब प्रदर्शन रहा है।

ऊपर से विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा जैसे नायकों के खराब प्रदर्शनों ने भी आईपीएल 2022 की टीवी रेटिंग गिरावट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके अनुसार एक अन्य कारण लीग के विस्तार के बाद दो नई टीमों के जुड़ने के बाद अतिरिक्त मैचों के कारण प्रशंसकों के बीच हुई थकान है। प्रशंसकों में व्यस्तता काफी है पर चूंकि कोविड-19 महामारी के कारण सभी मैच मुंबई क्षेत्र में खेले जा रहे थे। अतः दर्शकों के मैदान पहुंचने की उम्मीद थी।

कोविड-19 महामारी के कारण घर पर टीवी देखने के लिए मजबूर होने के बाद लोग आजकल बाहर जाना पसंद करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप लोग रेस्तरां, थिएटर, शॉपिंग मॉल और मनोरंजन के अन्य साधन पसंद करने लगे हैं। कुछ अनुमानों के अनुसार, आईपीएल में टीवी रेटिंग में 33 प्रतिशत की भारी गिरावट और इसके दर्शकों में 14 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। आईपीएल 2022 के पहले आठ मैचों में 2.52 का TVR रहा, जबकि पिछले सीजन में यह 3.73 था। BCCI और IPL 2022 रेटिंग के मामले में प्रभावित हुए हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2022) के 15वें संस्करण के पहले सप्ताह में पूर्वानुमानों के विपरीत परिणाम सामने आये।

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आईपीएल की टीवी रेटिंग 33 फीसदी घटी

टीवी रेटिंग में एक महत्वपूर्ण गिरावट के अलावा लाभप्रद कंपनी की समग्र पहुंच पर एक साल पहले की तुलना में लगभग 14 प्रतिशत की गिरावट आई है। पिछले वर्ष IPL के पहले सप्ताह में 267.7 मिलियन लोगों ने टीवी देखें, जबकि 2022 में यह आंकड़ा घटकर 229.06 मिलियन हो गया। ब्रॉडकास्टर्स आमतौर पर आईपीएल के दौरान बार्क की लिस्ट में टॉप पर रहते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ, स्टार स्पोर्ट्स 1 हिंदी तीसरे स्थान पर रहा। इससे साबित होता है कि आईपीएल का जादू पहले हफ्ते में नहीं दिखा।

बार्क कवरेज को उन लोगों की कुल संख्या के रूप में परिभाषित करता है, जिन्होंने कम से कम एक मिनट के लिए कार्यक्रम देखा, जबकि टीवीआर भी दर्शकों द्वारा कवरेज के साथ बिताए गए समय को ध्यान में रखता है। उदाहरण के लिए 2.5% टीवीआर का मतलब है कि कुल दर्शकों में से 2.5% ने 100% घटना देखी, या 100% दर्शकों ने 2.5% शो देखा। आईपीएल के शुरू होने के बाद हर साल पहले हफ्ते में टेलीविजन रेटिंग और दर्शकों के आंकड़े जारी किए जाते हैं। इससे यह समझना आसान हो जाता है कि टूर्नामेंट आगे कैसे होगा। लगातार प्रमोशन और विज्ञापन के बावजूद इस बार रेटिंग और दर्शकों में गिरावट आई है। आईपीएल हमेशा टीवी रेटिंग और दर्शकों के लिए एक रिकॉर्ड रहा है।

आईपीएल दर्शकों की संख्या क्यों घटी?

महत्वपूर्ण कारण यह हो सकता है कि लोगों को अब लीग क्रिकेट आकर्षक नहीं लगता। इसने उन्हें बोर करना शुरू कर दिया है। दो सबसे लोकप्रिय फ्रेंचाइजी, मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स ने इस सीजन में उम्मीद से कम प्रदर्शन किया। दोनों टीमों के पास एक विस्तृत फैन बेस है और उनके खराब प्रदर्शन ने प्रशंसकों को IPL से और दूर खदेड़ दिया। 2022 आईपीएल के चौथे सप्ताह में तीसरे सप्ताह के मुकाबले 9 फीसदी का मामूली सुधार देखा गया था, किन्तु आईपीएल की कम टीवी रेटिंग विज्ञापनदाताओं के लिए चिंता का विषय है। विज्ञापनदाता ब्रॉडकास्टर डिज्नी स्टार इंडिया से दर्शकों की संख्या में गिरावट की भरपाई करने के लिए कह रहे थे, इस तथ्य को देखते हुए कि इस सीजन में विज्ञापन दरों में लगभग 15% की बढ़ोत्तरी की गई थी। डिज़नी स्टार इंडिया ने इस साल विज्ञापनदाताओं से प्रति 10-सेकंड स्पॉट पर 14 लाख रुपये का शुल्क लिया था। गौरतलब है कि किसी चीज़ की अति और उसकी एकरूपता भी बोरियत से भर देती है। आईपीएल के साथ भी यही हो रहा है। इसका बस एकमात्र उपाय यह है कि इसे और मनोरंजनक बनाने के लिए रचनात्मक उपाय ढूंढें जाए।

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