हिमंता से पंगा लिए हैं सिसोदिया, बहुत बड़ी गलती कर दिए

सिसोदिया तो गयो भैया!

Himanta Biswa Sarma

Source- TFI

जो राहुल गांधी को कच्चा चबा जाए, वो हिमंता!

जो पूर्वोत्तर से कांग्रेस को साफ करे, वो हिमंता!

जो सिसोदिया को पटक पटक के धोए, वो हिमंता!

अब आप भी सोच रहे होंगे कि हम असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा के बारे में ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं। दरअसल, मामला ही कुछ ऐसा है। हुआ यूं कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक झूठे आरोप के अंतर्गत हिमंता को फंसाने की भूल की, जिसके बाद अब उसी भूल का उपयोग कर हिमंता, सिसोदिया और आम आदमी पार्टी का भर्ता बनाने को पूरी तरह तैयार हैं।

सोशल मीडिया पर यह चुटकुला बहुत प्रचलित है कि “ऐसी वाणी बोलिए कि जमकर झगड़ा होय, पर उनसे न पंगा लीजिए जो आपसे तगड़ा होय!” परंतु, ऐसा प्रतीत होता है कि आम आदमी पार्टी के हर सदस्य ने आपने आंख और कान इस कथन के प्रति पूरी तरह बंद कर दिए हैं। तभी द वायर के फटे हुए ढोल को पीटते हुए सिसोदिया सामने आ गए और कहते हैं, “भाजपा के लोग अपने विरोधियों पर भ्रष्टाचार के फर्जी आरोप लगाकर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करते हैं। उन्हें जेल भिजवाते हैं, ऐसे में जब भाजपा के बड़े नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के भ्रष्टाचार को सुबूत के साथ पेश किया गया है तो क्या भाजपा उन पर कोई कार्रवाई करेगी? क्या उन्हें जेल भेजेगी?”

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जानें क्या है पूरा मामला?

क्या सिसोदिया जी, सतेन्द्र जैन का जेल जाना आपने बर्दाश्त नहीं हुआ क्या? शायद कुछ ऐसा ही प्रतीत हो रहा है, तभी वो द वायर के फर्जी रिपोर्ट का हवाला देते हुए कह रहे हैं, “कोरोना में इमरजेंसी के दौरान सरमा की पत्नी की कंपनी जेसीबी इंडस्ट्रीज को पीपीई किट के ठेके दिए गए, जबकि इस कंपनी का मेडिकल सप्लाई से कोई लेना देना नहीं था। उस समय बाजार में पीपीई किट की कीमत 600 रुपये थी, जबकि मुख्यमंत्री की पत्नी की कंपनी को 990 रुपये प्रति पीपीई किट कीमत दी गई। इतना ही नहीं, सरमा के बेटे के बिजनेस पार्टनर की कंपनी जीआरडी फार्मास्यूटिकल और मेडीटाइम हेल्थकेयर को भी प्रति पीपीई किट 990 रुपये में ये ठेके दिए गए, जबकि ये दोनों कंपनिया सप्लाई पूर्ण करने में सफल नहीं हो सकीं। इसके बावजूद इन कंपनियों को और ठेके दिए गए और इस बार एक पीपीई किट की कीमत 1680 रुपये थी। ये सप्लाई असम के बजाय दिल्ली में असम भवन में करने के लिए कहा गया। इसके बाद दिल्ली से पीपीई किट को असम सरकारी खर्चे पर भेजा गया। सिसोदिया ने कहा कि सीएम की पत्नी के बिजनेस पार्टनर की कंपनी अजाईल एसोसिएट्स को पीपीई किट के यही ठेके 2205 रुपये प्रति पीपीई किट दिए गए, जो खुला भ्रष्टाचार है।”

बिना सोचे समझे सिसोदिया ने हिमंता पर इतने गंभीर आरोप लगा दिए, परंतु हिमंता बिस्वा सरमा ने भी कच्ची गोलियां नहीं खेली है। जिसने राहुल गांधी को एक कथित यूथ आइकॉन से राष्ट्रीय ‘मीम मटेरियल’ में परिवर्तित कर दिया हो, वो पिछले सात वर्षों से दिल्ली को अपने ‘शिक्षा मॉडल’ के नाम पर ठग रहे इस ठग के गीदड़ भभकियों से कैसे डर जाता?

उन्होंने तुरंत सिसोदिया की पोल पट्टी खोलते हुए ट्वीट किया, “जिस समय देश अपने सबसे भीषण संकटों में से एक से गुज़र रहा था, असम के पास PPE किट का नामोनिशान तक नहीं था। मेरी पत्नी ने सरकार को 1500 किट मुफ़्त में दान करने का साहस किया, एक रुपया तक नहीं लिया। लेकिन मनीष सिसोदिया ने एक दूसरा ही रूप दिखाया, आपने तो दिल्ली में फंसे मेरे असमी बंधुओं की सहायता करने तक से मना कर दिया। मैं नहीं भूल सकता वो दिन जब मुझे एक असम के बंधु की मृत शरीर को दिल्ली के मुर्दाघर से निकलवाने हेतु एक हफ्ते तक प्रतीक्षा करनी पड़ी थी। उपदेश देना बंद करे, मिलते हैं गुवाहाटी में, जब आप पर आपराधिक मानहानि के अंतर्गत कार्रवाई होगी!”

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सिसोदिया ने गलत व्यक्ति से पंगा ले लिया

ध्यान देने वाली बात है कि हिमंता बिस्वा सरमा वहीं पर नहीं रुके। जब सिसोदिया ने कुछ आधे अधूरे दस्तावेज़ों के साथ हिमंता को घेरने का प्रयास किया, तो उन्होंने तुरंत एक के बाद एक कई दस्तावेज़ों को ट्वीट करते हुए एक पोस्ट किया, “अजीब बात है कि कभी आप अपने आप को भ्रष्टाचार विरोधी कहते थे। कोविड की प्रथम लहर के समय असम के पास पर्याप्त PPE किट ही नहीं थे, तो क्या मेरी पत्नी ने आवश्यक किट की आपूर्ति करके कोई पाप किया?NHM ने ऑर्डर अवश्य इशू किया, पर हमे न कोई बिल दिया, और न ही कोई भुगतान किया। ये किट सरकार को दान किये गए थे। भ्रष्टाचार कहां हुआ भाई? भीषण अकाल के कारण सभी सरकारों को टेंडर करके डायरेक्ट परचेज़ की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा और आपकी सरकार तो कृपया न ही बात करे। आधे अधूरे डॉक्यूमेंट से चेरी पिक न करे, दम है तो सभी तथ्य सामने रखें। है दम? दम है?”

 

सच कहें तो मनीष सिसोदिया ने इस बार गलत व्यक्ति से पंगा ले लिया है। इस समय आम आदमी पार्टी पर वैसे ही साढ़े साती का योग है – इनके कद्दावर नेता एक के बाद एक कर जेल जा रहे हैं और यदि ऐसे ही चलता रहा, तो वो दिन भी दूर नहीं है जब सब जेल में होंगे, और रह जाएंगे सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल!

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