जब तक कुछ नहीं था तब तक सिक्किम जैसे पूर्वोत्तर राज्य घुसपैठ और अन्य सीमावर्ती मुद्दों से जूझ रहा था और जब से मोदी सरकार की सीधी आँख पूर्वोत्तर राज्यों पर पड़ी है तबसे वहां के वारे-न्यारे हो गए। इन्हीं में से एक राज्य है सिक्किम जिसको हाल ही में विश्व के पहले राज्य का मुकाम हासिल हुआ। किस क्षेत्र में वो बताएँगे पर यह जानना आवश्यक है कि अब तक कुछ नहीं होने के कारण सिक्किम जैसे पूर्वोत्तर राज्य स्वयं को भारत से अलग महसूस करते थे जबकि अब वो अन्य राज्यों के मुकाबले भारत से अत्यधिक जुड़ाव महसूस करते हैं। सिक्किम के 100% जैविक और अपराध मुक्त राज्य में परिवर्तन के पीछे की यात्रा आसान नहीं थी पर अब वो यह उपलब्धि हासिल कर चुका है।
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वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन द्वारा
दरअसल, सिक्किम 100 प्रतिशत जैविक नीति लागू करने वाला दुनिया का पहला राज्य बन गया है, इस प्रकार रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग को समाप्त कर दिया गया है। यह एक ऐसा परिवर्तन है जिससे 66,000 से अधिक किसान परिवारों को लाभ हुआ है। राज्य प्रशासन और लोगों के अथक प्रयासों का सम्मान करने के लिए, इस नीति को हाल ही में गंगटोक में आयोजित एक ऐतिहासिक समारोह के दौरान “वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन” द्वारा “विश्व का पहला जैविक राज्य” के रूप में स्वीकार किया गया है। यह उपलब्धि राज्य के वासियों और प्रकृति प्रेमियों को संदर्भित की जाए तो बिल्कुल सही होगा क्योंकि जितना हाथ सरकार की नीतियों का है उससे कई ज़्यादा वहां के निवासियों का है जो नीति-नियामकों को अमल में लाने के लिए अग्रणी भूमिका में नज़र आए। यह पीएम मोदी के अनूठे उपक्रमों के कारण ही संभव हुआ है जो 2014 के बाद सिक्किम समेत सभी पूर्वोत्तर राज्यों में लागू किए गए।
विश्व में नया कीर्तिमान स्थापित
बता दें, भारत में सिक्किम के पूर्वोत्तर राज्य को “दुनिया के पहले जैविक राज्य” के रूप में मान्यता दी गई है। सिक्किम को यह मान्यता “वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन” द्वारा प्रदान की गई। सिक्किम के राज्यपाल – गंगा प्रसाद चौरसिया को सर्वश्रेष्ठ शासन के साथ ‘विश्व में पहला जैविक राज्य’ और ‘अपराध मुक्त राज्य’ के रूप में प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुआ है। इस बीच, डब्ल्यूबीआर के अध्यक्ष – डॉ दिवाकर सुकुल और ब्रिटिश संसद के सांसद वीरेंद्र शर्मा, ने इस प्रतिष्ठित उपलब्धि के लिए राज्यपाल और राज्य को बधाई दी।
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यह ध्यान देने योग्य है कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन, एक ऐसा संगठन है जो दुनिया भर से असाधारण रिकॉर्डों को सूचीबद्ध और प्रमाणित करता है। इसका एक विश्वव्यापी नेटवर्क है जो इसे दुनिया के किसी भी स्थान से काम करने की अनुमति देता है। यह उन लोगों और स्थानों का सम्मान करता है जिन्होंने मानव जाति और विश्वव्यापी शांति में उल्लेखनीय योगदान दिया है; और कौशल और क्षमताओं की क्षमता पर प्रकाश डालता है। इसी क्रम में वैश्विक रूप से पहले राज्य के रूप में मान्यता मिलने पर सिक्किम ने अपना विलक्षण प्रभाव छोड़ा है। जो राज्य अब तक सीमावर्ती कष्टों से जूझ रहा था वो आज रिकॉर्ड कायम कर रहा है वो भी विश्व स्तरीय।
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